इंडियन मेन्स क्रिकेट में जो इज्जत और शोहरत सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली या राहुल द्रविड़ को हासिल है, वही रुतबा और शोहरत महिला टीम में मिताली राज का है. यह हकीकत है कि अक्सर विदेशी सरजमीं पर भारतीय क्रिकेटर ढेर हो जाते हैं, लेकिन मिताली ने टेस्ट और वनडे दोनों में अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियां विदेशों में ही खेली हैं. महिला क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाली भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज बुधवार को अपना 32वां जन्मदिन मना रही हैं.
....कुछ ऐसा था मिताली का बचपन
मिताली राज का जन्म 3 दिसम्बर 1982 में राजस्थान के जोधपुर में हुआ. बचपन में मिताली को नृत्य का बहुत शौक था, और उन्होंने भरतनाट्यम में ट्रेंनिग भी प्राप्त की. उनके पिता डोराई राज खुद भी एक क्रिकेटर रहे हैं. उन्होंने मिताली को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव कोशिश की. मिताली की मां लीला राज ने भी बेटी को क्रिकेट में आगे बढ़ाने के लिए अनेकों कुर्बानियां दीं और अपनी नौकरी तक छोड़ दी, ताकि जब वो अभ्यास के बाद थकी-हारी घर लौटे तो वह अपनी बेटी का ख्याल रख सकें. मिताली की इस कामयाबी के पीछे उनके माता-पिता का बहुत अहम योगदान है.
क्रिकेट के मैदान में मिताली का पहला कदम ही था बेमिसाल
मिताली राज ने क्रिकेट की दुनिया में बहुत ही धमाकेदार अंदाज में एंट्री की. 1999 में मिल्टन केन्स में उन्होंने अपने पहले ही वनडे मैच में आयरलैंड के खिलाफ नाबाद 114 रनों की पारी खेलकर सनसनी फैला दी. वनडे में मिताली के नाम भारत के लिए सबसे ज्यादा रन हैं, जबकि विश्व क्रिकेट में वे दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने वनडे में 48.88 की बेहद शानदार औसत से रन बनाए हैं.
टेस्ट क्रिकेट में डबल सेंचुरी बनाने वाली भारत की पहली महिला क्रिकेटर हैं मिताली राज
वनडे में धमाल मचाने के बाद टेस्ट क्रिकेट में भी मिताली का बल्ला खूब चला है. उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 51 की बेहतरीन औसत से 663 रन बनाए हैं. मिताली टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाली भारत पहली महिला खिलाड़ी हैं. यह कारनामा उन्होंने अगस्त 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 214 रन बनाकर किया था. मिताली यह स्कोर काफी समय तक टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर भी रहा, लेकिन 2004 में पाकिस्तान की किरन बलूच ने 242 रन बनाकर इस रिकॉर्ड को तोड़ा.
कुछ खास बातें:
* मिताली ने महिला विश्व कप 2005 में भारतीय टीम की कप्तानी की.
* मिताली ने 2010, 2011 और 2012 में आईसीसी वर्ल्ड रैंकिंग में पहला स्थान प्राप्त किया.
* क्रिकेट में उपलब्धियों के लिए मिताली राज को 21 सितम्बर, 2004 को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.