Harbhajan Singh: ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह क्रिकेट से रिटायरमेंट बाद से लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं. 41 साल के भज्जी अपने करियर के दौरान चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन की ओर से हुए अन्याय के बारे में काफी मुखर रहे हैं. हरभजन 2007 के टी20 एवं 2011 के वनडे वर्ल्ड कप में भारत की जीत में अहम योगदान दिया था. लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया एवं न्यूजीलैंज में हुए 2015 वर्ल्ड कप में हरभजन को जगह नहीं मिली थी.
अब हरभजन को युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान और गौतम गंभीर के साथ एक और विश्व कप नहीं खेलने का अफसोस है. 2015 विश्व कप को याद करते हुए हरभजन ने कहा कि वह और अन्य चार प्लेयर्स एमएस धोनी की अगुवाई वाली टीम के कई सदस्यों की तुलना में अधिक फिट थे.
हरभजन ने एएनआई से कहा, 'युवराज और वीरेंद्र सहवाग जैसे साथियों के साथ एक और विश्व कप खेलना अच्छा होता. जब मैंने 400 टेस्ट विकेट लिए थे, तब मैं केवल 31 साल का था और 2011 में भी मैं उसी उम्र का था. 31 साल की उम्र में भी मैं वास्तव में अच्छा कर रहा था और उस विश्व कप में खेलने वालों की तुलना में अधिक फिट था.'
हरभजन ने आगे कहा, 'उसके बाद चीजें हमारे रास्ते पर नहीं चलीं. मुझे नहीं पता कि क्या हुआ और इसके पीछे कौन था, लेकिन जो हुआ वह अब बीत चुका है. इसके बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है. लेकिन हां वीरू, युवी और शायद गौतम गंभीर के साथ एक और विश्व कप खेलना अच्छा होता. हम लोग 2015 विश्व कप टीम का हिस्सा बनने के लिए पर्याप्त रूप से फिट थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.'
हरभजन ने उस दौर को भी याद किया जब पूरा क्रिकेट जगत उनके और अन्य स्टार खिलाड़ियों के बाहर होने से हैरान था. हरभजन ने कहा, 'मैं बीसीसीआई से मिले अवसरों एवं प्यार के लिए हमेशा आभारी रहूंगा. लोगों ने 2012, 2013, 2014 के दौर को लेकर बहुत कुछ कहा है कि वे लोग क्यों नहीं खेले, जिन्होंने भारत के लिए विश्व कप जीता. इसका मेरे पास जवाब नहीं है.'