Harbhajan Singh: ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह ने पिछले साल दिसंबर में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भज्जी अबतक नई पारी के बारे में फैसला नहीं ले पाए हैं. वैसे काफी दिनों से हरभजन राजनीति में एंट्री के कयास लगाने लग रहे हैं. रिटायरमेंट से कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह ने भज्जी के साथ एक फोटो शेयर की थी. इसमें उन्होंने लिखा था कि 'संभावनाओं से भरी तस्वीर'. अब हरभजन सिंह ने राजनीतिक पारी खेलने को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
हरभजन ने एक समाचार एजेंसी से कहा, 'मुझे बैठकर सोचना होगा कि आगे क्या करने की आवश्यकता है. मैं आज जो कुछ भी हूं, इस खेल के कारण हूं. मैं खेल के आसपास रहना पसंद करूंगा. खेल के साथ ही कुछ करना चाहूंगा, हमेशा वही होने वाला है मैं खेल से जुड़े रहने के लिए कुछ न कुछ करता रहूंगा, आईपीएल टीमों में से किसी एक को कोचिंग दूंगा या कमेंट्री करता रहूंगा. मैं इस समय राजनीति कर रहा हूं या नहीं, पता नहीं.'
राजनीति को लेकर अभी निश्चित नहीं
भज्जी ने बताया, 'शायद एक बार जब सही समय आ जाएगा तो मैं उस पर फैसला लूंगा और देखूंगा कि आगे बढ़ने के लिए यह सही जगह है या नहीं. इसलिए मैं पॉलिटिक्स को लेकर अभी निश्चित नहीं हूं. इसलिए, मुझे यह फैसला करना पड़ेगा कि मैं इसमें शामिल होना चाहता हूं या नहीं. जहां तक मेरा सवाल है तो मैं खेल से जुड़ना पसंद करूंगा. आने वाले समय में मुझे किसी टीम को सलाह देते हुए या कमेंट्री करते हुए या क्रिकेट के साथ कुछ करते हुए देख सकते हैं.'
जालंधर के इस खिलाड़ी ने आखिरी बार मार्च 2016 में एशिया कप में यूएई के खिलाफ इंटरनेशनल मैच खेला था. उसके बाद वह भारत के लिए नहीं खेल पाए. करीब पांच साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेलने के चलते हरभजन फिर से भारत का प्रतिनिधित्व करने के बारे में आशावादी नहीं थे.
हरभजन ने कहा, 'हां, वह फीलिंग खत्म हो गई थी. वास्तव में मैं लंबे समय तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेल रहा था. अब लगभग पांच साल हो गए हैं. इसलिए मैंने सोचा कि मैं सेवानिवृत्त हो चुका हूं, इसलिए मुझे रिटायरमेंट को लेकर औपचारिक निर्णय लेना था. वैसे, यह घोषणा करने में थोड़ा विलंब हो गया था. अंत में मैं एक सेवानिवृत्त क्रिकेटर हूं. काफी खुश हूं, जिस तरह से चीजें मेरे लिए हुई हैं.'
41 वर्षीय हरभजन ने यह बड़ा फैसला लेने से पहले अपने परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों से सलाह ली थी. हरभजन को लगता है कि उन्होंने बहुत देर से फैसला किया.
भज्जी ने इस बारे में बताया, 'मेरे दिमाग में यह काफी लंबे समय से चल रहा था. मैंने अपनी पत्नी, अपनी मां और फिर जाहिर तौर पर अपने बचपन के दोस्तों से बात की. इन सबका कहना था कि जो कुछ भी आपको लगता है, वह आपके लिए सही विकल्प है. मुझे लगा कि मेरा टाइम चला गया है और मुझे 2016-17 में सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए था. तब मैं रिटायरमेंट नहीं ले सका. मैंने इस बार फैसला किया कि यह शायद खेल को अलविदा कहने का सही समय है, जिसने मझे जीवन में सब कुछ दिया है.'