एडिलेड टेस्ट में पहले दिन ही शतक लगाने वाले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वार्नर ने पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद बताया कि उन्हें अपनी पारी के दौरान लगातार यह लगता रहा कि ह्यूज दूसरे छोर पर खड़े होकर मेरी बल्लेबाजी देखते हुए मुस्कुरा रहे हैं. ह्यूज की मौत से उबरने की कोशिश में जुटे डेविड वार्नर ने साथ ही यह भी कहा कि भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में 145 रन की पारी उनकी करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है और जिंदगी भर वह इसे याद रखेंगे. वार्नर के दसवें टेस्ट शतक की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन छह विकेट पर 354 रन बनाये.
वार्नर ने पहले दिन के खेल के बाद कहा, ‘यह मेरे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी है.’ उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि मैं भविष्य में कुछ और शतक जमा सकूंगा लेकिन यह पारी पूरी जिंदगी मेरे साथ रहेगा. पूरी पारी के दौरान मुझे लगता रहा कि मेरा दोस्त (ह्यूज) दूसरे छोर पर मेरे साथ हैं, पहली गेंद से.’ उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि वह दूसरे छोर पर हंस रहा होगा. वह दुनिया भर से मिल रहे प्यार और संदेशों पर हैरान होगा और उसे इस पर यकीन नहीं हो रहा होगा.’
वार्नर ने कहा कि उन्होंने शुरू में सोचा था कि शतक का जश्न नहीं मनाएंगे. उन्होंने कहा, ‘मैंने सोचा कि शतक का जश्न नहीं मनाउंगा लेकिन ह्यूज को मैं जानता था और वह चाहता होगा कि मैं जश्न मनाउं. माइकल (क्लार्क) दूसरे छोर पर था और उसने कहा कि ह्यूज को मुझ पर गर्व होगा. वह जब नाबाद 37 रन पर था तब उसने भी अपना बल्ला ऊपर उठाया था. उम्मीद है कि माइकल कल आकर बाकी के रन बनाएगा.’
अपनी पारी के बारे में उन्होंने कहा, ‘हो सकता था कि मैं यह टेस्ट नहीं खेलता. शुक्रवार को नेट पर पहले अभ्यास सत्र में मेरा मन नहीं लग रहा था. बाद मैं मैने कुछ अभ्यास किया. मैं जज्बात पर काबू पाने की कोशिश में था.’
वार्नर ने कहा, ‘मैच शुरू होने के बाद भी मुझे मुश्किल लग रहा था लेकिन मैने धीरे धीरे लय हासिल की. मैं लंच तक क्रीज पर डटे रहना चाहता था.’ उन्होंने कहा कि अपनी टीम पर उन्हें गर्व है जिसने कठिन दौर के बाद मैदान पर वापसी की.
उन्होंने कहा, ‘मुझे इन खिलाड़ियों पर गर्व है जो मैदान पर आकर खेलने का साहस जुटा सके. हमारे लिये पिछला सप्ताह काफी कठिन था. एकजुट होकर मैदान पर लौटना हमारे लिये गौरवपूर्ण पल था.’ वार्नर ने कहा, ‘मुझे दुख है कि अंत तक नहीं टिक सका. मैंने कोशिश की कि स्पिनर को ऊंचा शॉट नहीं खेलूं लेकिन मैंने खेला. हमें अब ज्यादा से ज्यादा रन बनाने होंगे.’ मैदान पर दो बार भावुक हुए वार्नर ने कहा, ‘जब मैं 63 रन पर था तो भीतर से बहुत खराब लग रहा था. मेरे जेहन में था कि इसी स्कोर पर ह्यूज के साथ वह हादसा हुआ था. मुझे उस स्कोर पर रहना अच्छा नहीं लग रहा था और मैं जल्दी आगे बढ़ना चाहता था लेकिन अपने कैरियर में हमेशा यह हमारे जेहन में रहेगा. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेलना तो और भी मुश्किल होगा जहां वह हादसा हुआ था.’