पिछले कुछ समय से विराट कोहली अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में नहीं हैं लेकिन भारत के टेस्ट कप्तान को लगता है कि उन्हें बल्लेबाजी में कोई अतिरिक्त प्रयास करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह हमेशा टीम के लिए जिम्मेदारी के साथ खेले हैं.
खराब दौर से गुजर रहे हैं कोहली
ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दूसरे अनधिकृत चार दिवसीय टेस्ट मैच में कोहली ने 16 और 45 रनों की पारी खेली. मेजबान टीम को इस मैच में 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने इस साल काफी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है और वनडे में कोहली की फॉर्म में उतार चढ़ाव देखने को मिला है. उन्होंने 50 ओवर के प्रारूप में फरवरी के बाद से कोई शतक नहीं जड़ा है. कोहली से जब यह पूछा गया कि 12 अगस्त से शुरू हो रहे श्रीलंका दौरे पर लय में आने के लिए क्या उन्हें अपने आक्रामक रवैये को नियंत्रित करना होगा तो उन्होंने इससे इनकार किया.
तकनीक में बदलाव की जरूरत नहीं
कोहली ने BCCI.TV से कहा, 'एक बल्लेबाज होने के नाते अपनी क्रिकेट को लेकर मैं हमेशा जिम्मेदार रहा हूं और मैं जब भी खेलता हूं अपनी टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं. इसलिए मुझे नहीं लगता कि इस नजरिए से मुझे काफी बदलाव करने की जरूरत है. मुझे लगता है कि यह मुख्य कारणों में से एक रहा कि बोर्ड को लगा कि मैं टीम की जिम्मेदारी उठा सकता हूं.' भारत ए की ओर से खेलते हुए कोहली पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खेले और उन्होंने कहा कि इससे काफी मदद मिली.
द्रविड को देखकर ही बहुत कुछ सीख सकते हैं
कोहली ने कहा, 'राहुल द्रविड जैसे महान खिलाड़ी के साथ रहना हमेशा अच्छा रहता है. उनकी मौजूदगी से ही माहौल इतना शांत हो जाता है कि अगर आप क्रिकेट के बारे में बात नहीं करना चाहते तो भी इनकी मौजूदगी से आप अपने क्रिकेट को लेकर अच्छा महसूस करने लगते हो. सिर्फ उन्हें देखकर ही आप काफी कुछ सीख सकते हो.'इस मैच में खेलने का फैसला करने के संदर्भ में पूछने पर कोहली ने कहा, 'श्रीलंका दौर से पहले मैं लय में आना चाहता था. हमें ठीक ठाक ब्रेक मिला, मुझे तीन हफ्ते का ब्रेक मिला. मैंने खेल से दूर काफी समय बिताया जो मानसिक रूप से तरोताजा होने के लिए जरूरी था. अब भारत ए के मैच के लिए एक हफ्ते की ट्रेनिंग और इसके बाद एक या दो हफ्ते की और ट्रेनिंग, मुझे लगता है कि जहां तक श्रीलंका दौरे का सवाल है तो यह मेरे लिए सर्वश्रेष्ठ तैयारी होगी. मेरा यही विचार था.'
साथियों की तारीफ की
साथी खिलाडि़यों के बारे में पूछने पर कोहली ने मुरली विजय, अजिंक्य रहाणे, हरभजन सिंह और रविचंद्रन अश्विन की तारीफ की. कोहली ने कहा, 'वह (विजय) भारत के लिए काफी ठोस सलामी बल्लेबाज है. सभी के करियर में उतार चढ़ाव आते हैं, हम सभी इस दौर से गुजरते हैं. उसके बारे में सर्वश्रेष्ठ चीज यह है कि वह मानसिक रूप से काफी मजबूत है. उसके अंदर काफी धैर्य है और वह अपने खेल को लेकर काफी आश्वस्त है.' कोहली ने आगे कहा, 'यह इस पर निर्भर करता है कि आखिर आप अपना क्रिकेट किस तरह खेलते हो और मैंने हमेशा से इस तरह ही अपना क्रिकेट खेला है, फिर चाहे मैं क्षेत्ररक्षण कर रहा हूं, बल्लेबाजी कर रहा हूं, मैंने हमेशा अपना शत प्रतिशत दिया है. मुझे नहीं लगता कि बल्लेबाजी में अतिरिक्त प्रयास की जरूरत है क्योंकि मैं हमेशा टीम के लिए जिम्मेदारी से खेला हूं. और मैं जब तब अपने देश के लिए खेलूंगा इसी तरह खेलना जारी रखूंगा.'
श्रीलंका दौरे को लेकर उत्साहित हैं
आपको बता दें कि श्रीलंका दौरे पर भारत को तीन टेस्ट खेलने हैं और कोहली ने कहा कि वह पहली बार पूर्ण सीरीज में भारत की अगुआई करने को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, 'यह टेस्ट कप्तान के रूप में मेरी पहली पूरी सीरीज होगी. बांग्लादेश में हमें सिर्फ एक टेस्ट खेलना था इसलिए वह पूर्ण सीरीज नहीं थी. यह मेरे और पूरी टीम के लिए नई चुनौती होगी क्योंकि हमारी टीम युवा है और कई नये खिलाड़ी अपना करियर बनाना चाहते हैं. नई इकाई के रूप में शुरूआत करना रोमांचक चुनौती है. यह मेरे लिए और टीम के लिए रोमांचक है. सभी काफी खुश हैं और टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. मुझे यकीन है कि अगर हम अच्छी तैयारी करेंगे और सही विजन के साथ खेलेंगे तो हम श्रीलंका में काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे.
आश्वस्त हैं भारतीय टेस्ट कप्तान
मैं पूरी टीम को लेकर आश्वस्त हूं और साथ ही उम्मीद करता हूं कि BCCI द्वारा दी गई जिम्मेदारी पर खरा उतरूंगा.रहाणे की तारीफ करते हुए कोहली ने कहा, 'मुझे बल्लेबाज के रूप में अजिंक्य पसंद है और टीम में क्षेत्ररक्षक के रूप में भी. ऐसा खिलाड़ी होना अच्छा होता है जिसमें इतनी अधिक ऊर्जा हो और मैदान पर उतरने पर हमेशा, हर गेंद पर शत प्रतिशत प्रयास करे. वह हमेशा टीम के लिए तैयार रहता है.'
गेंदबाज हैं अहम
दो साल से भी अधिक समय तक टीम से बाहर रहे हरभजन के बारे में कोहली ने कहा, 'स्पिन विभाग में हमारे पास काफी अनुभव है. अश्विन ने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया है. हरभजन सिंह टेस्ट मैचों और वनडे में भारत के लिए मैच विजेता रहा है. अमित मिश्रा भी अनुभवी है.' कोहली ने कहा कि श्रीलंका में अच्छे प्रदर्शन के लिए तेज गेंदबाजों पर भी काफी दारोमदार है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि स्पिनर ही नहीं बल्कि तेज गेंदबाज भी श्रीलंका में बड़ी भूमिका निभाएंगे. गेंद के रिवर्स स्विंग करने पर तेज गेंदबाज अहम हो जाएंगे और टेस्ट मैच जीतने के लिए अहम सफलताएं दिलाएंगे.
इनपुट :भाषा