भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने मुंबई के प्रतिभाशाली बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को विशेष प्रतिभा मानते हुए उनकी जमकर सराहना की. आपको बता दें कि अय्यर ने इस साल रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाए हैं.
रणजी के टॉप स्कोरर हैं श्रेयस अय्यर
अय्यर ने 2015-16 के रणजी ट्रॉफी सत्र में 11 मैचों में 73.38 की औसत से 1,321 रन बनाए हैं. उन्होंने इस सत्र में चार शतक और सात अर्धशतक भी लगाए हैं. अय्यर ने मुंबई को इस साल रणजी ट्रॉफी विजेता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
अय्यर की बैटिंग देखने आए थे सनी
मुंबई और शेष भारत का ईरानी ट्रॉफी मैच देखने पहुंचे गावस्कर ने कहा, 'मैंने अय्यर को बल्लेबाजी करते हुए ज्यादा नहीं देखा है. मैं उन्हें बल्लेबाजी करते देखने आया था लेकिन वह आउट हो गए. वो बल्लेबाज जिसने एक सत्र में एक हजार से ज्यादा रन बनाए हों उसमें विशेष प्रतिभा होनी चाहिए. मैं उम्मीद करता हूं कि वह यहां से आगे जाएं. हो सकता वह दोबारा एक सत्र में इतने रन नहीं कर पाएं लेकिन अगर वह एक सत्र में 800 रन भी करते हैं तो यह काफी शानदार होगा.'
आईपीएल से हुआ इंडियन क्रिकेट को फायदा
गावस्कर का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने से और इंटरनेशनल प्लेयर्स के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने से मुंबई के खिलाड़ियों को फायदा हुआ है. उन्होंने कहा, 'आईपीएल से खिलाड़ियों को फायदा हुआ है. बांग्लादेश की टीम में भी बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) के कारण सुधार हुआ है. बांग्लादेश के खिलाड़ियों को इंटरनेशनल प्लेयर्स के साथ बातचीत का मौका मिला जिससे उनकी टीम में सुधार आया.'
ईरानी ट्रॉफी की टीम से नाखुश हैं सनी
पूर्व भारतीय कप्तान का मानना है कि भारतीय टेस्ट टीम के चेतेश्वर पुजारा, मुरली विजय और केएल राहुल को ईरानी ट्रॉफी में शेष भारत की टीम में शामिल किया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा, 'मेरे हिसाब से तीनों को टीम में होना चाहिए था. चयन समिति का खिलाड़ियों को देखने का नजरिया अलग होगा. मेरे हिसाब से इसके पीछे वजह यह हो सकती है कि समिति नए खिलाड़ियों को देखना चाहती हो. पुजारा, राहुल और विजय को खेलते सबने देखा है.'