scorecardresearch
 

टी-20 वर्ल्ड कप जैसा वन-डे का वर्ल्ड कप, 6 नई बातें

2007 में पहले टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप की शानदार कामयाबी बाद से ही टेस्ट और 50 ओवर के क्रिकेट के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे. लेकिन अब तक टी-20 सीमित ओवरों के क्रिकेट में 50 ओवर के मैचों का छोटा भाई ही बना रहा है.

Advertisement
X
टी-20 वर्ल्ड कप जैसा वन-डे का वर्ल्ड कप
टी-20 वर्ल्ड कप जैसा वन-डे का वर्ल्ड कप

2007 में पहले टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप की शानदार कामयाबी बाद से ही टेस्ट और 50 ओवर के क्रिकेट के भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे थे. लेकिन अब तक टी-20 सीमित ओवरों के क्रिकेट में 50 ओवर के मैचों का 'छोटा भाई' ही बना रहा है. ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में हो रहा क्रिकेट वर्ल्ड कप न केवल क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होगा बल्कि 50 ओवर के क्रिकेट के भविष्य की दिशा भी तय करेगा.

Advertisement

1- टी-20 से 'खतरे' को देखते हुए आईसीसी ने पहले ही नियमों में तब्दीली कर दी है. दोनों छोर से 2 नई गेंदे और जब पावरप्ले न हो तब सिर्फ 4 खिलाड़ियों को 30 गज के घेरे से बाहर रहने की अनुमति. आईसीसी को उम्मीद है कि इन तब्दीलियों से वन-डे क्रिकेट में टी-20 के गुण भी आएंगे, दर्शक बंधे रहेंगे और क्रिकेट का यह फॉरमेट वैसे ही लोकप्रिय बना रहेगा जैसा अब तक बना रहा है.

2- टी-20 ने नए नियम आने से पहले ही वन-डे पर अपना असर डालना शुरू कर दिया था. 1971 में पहले खेले गए पहले वन-डे से लेकर नवंबर 2012 तक एक पारी में औसतन 228 रन बने जो अब बढ़ते-बढ़ते 246 हो गए हैं.

3- दोनों छोर से 2 नई गेंदों का मतलब है गेंद नई-नवेली बनी रहेगी और आसानी से बल्ले पर आएगी, दूर तक जाएगी, आसानी से जाएगी और खूब रन बनेंगे. खुद महेंद्र सिंह धोनी ने भी शिकायत की थी कि अब रन खासकर बाउंड्री रोकना बहुत मुश्किल हो गया है. सिर्फ वन-डे और टेस्ट खेलने वाले बल्लेबाजों की पीढ़ी अब रिटायर हो चुकी है. इस वर्ल्ड कप में शिरकत करने वाले बल्लेबाजों ने पर्याप्त मात्रा में टी-20 भी खेले हैं जहां 8-10 का रनरेट साधारण बात है. एबी डीविलियर्स जैसे आतिशी बल्लेबाजों के दम पर यह वर्ल्ड कप बल्लेबाजों की दावत होने जा रहा है.

Advertisement

4- गेंदबाजों के लिए ये वर्ल्ड कप सबसे महंगा वर्ल्ड कप होने जा रहा है, बल्लेबाजों के खिलाफ अगर कोई बात जा रही है तो वो है बल्लेबाजों की सुरक्षा. फिल ह्यूज के निधन से एक बात साफ हो गई है कि सिर्फ हैलमेट पहनना ही काफी नहीं. हैलमेट निर्माता कंपनी मिजूरी के नए हैलमेट ही दिखाई देंगे.

5- इस वर्ल्ड कप में कुल 14 टीमें भाग ले रही हैं, छोटी टीमों के लिए इस बड़े मुकाम पर खेलने का शायद यह आखिरी मौका होगा क्योंकि आईसीसी पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि अगले वर्ल्ड कप में सिर्फ 10 टीमें होंगी.

6- प्रसारण के लिहाज से वर्ल्ड कप 2015 फुटबॉल वर्ल्ड कप के बाद दूसरा सबसे ज्यादा प्रसारित और देखे जाने वाला टूर्नामेंट होने जा रहा है. वर्ल्ड कप में हर मैच में कम से कम स्निको, एलईडी स्टंप और स्पाइडर कैम सहित कुल 29 कैमरों से कवरेज की जाएगी. और सेमीफाइनल और फाइनल समेत कुल 7 मैच अत्याधुनिक 4के तकनीकी में प्रसारिक किए जाएंगे. भारत में पहली बार यह वर्ल्ड कप हिंदी और अंग्रेजी समेत बांग्ला, तमिल, कन्नड और मलयालम में भी प्रसारित किया जाएगा.

Advertisement
Advertisement