बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 कप्तान शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने दो साल का बैन लगा दिया है. बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर पर भ्रष्ट पेशकश की जानकारी नहीं देने पर कार्रवाई हुई है. भारत दौरे से पहले बांग्लादेश क्रिकेट टीम के लिए ये बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है. इस दौरे में तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के अलावा दो टेस्ट मैच खेले जाएंगे.
बांग्लादेश के कप्तान और वनडे के टॉप ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर दो साल के लिए प्रतिबंध में एक साल का निलंबन शामिल है. उन्होंने आईसीसी के एंटी करप्शन कोड को भंग करने के तीन आरोपों को स्वीकार कर लिया है. यह प्रतिबंध सभी प्रारूपों पर लागू होगा. वह 29 अक्टूबर 2020 तक बांग्लादेश टीम के चयन के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
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— ICC (@ICC) October 29, 2019
32 साल के शाकिब ने कहा, 'मुझे स्पष्ट रूप से बहुत दुख है कि जिस खेल से मैं बहुत प्यार करता हूं, उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. लेकिन आईसीसी को इसके बारे में नहीं बताने के लिए मैं पूरी तरह से इस प्रतिबंध को स्वीकार करता हूं. आईसीसी की एसीयू भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से खिलाड़ियों पर निर्भर है और मैंने इस संस्थान के प्रति अपना कर्तव्य नहीं निभाया.'
शाकिब अगले साल होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे. इसके अलावा वह 18 अक्टूबर से 15 नवंबर 2020 तक ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से भी बाहर रहेंगे.
दो साल पहले शाकिब को एक अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले सट्टेबाजों से पेशकश मिली थी, लेकिन उन्होंने इसकी आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक एवं सुरक्षा इकाई (एसीएसयू) के पास रिपोर्ट नहीं की थी. शाकिब ने हाल में एसीएसयू के जांच अधिकारी के सामने भी इस घटना की बात कबूल की थी.
बुकी द्वारा संपर्क करने की जानकारी छिपाई
शाकिब पर बुकी द्वारा उनसे संपर्क करने की जानकारी छिपाने का आरोप था. शाकिब पर आरोप था कि उन्होंने बांग्लादेश, श्रीलंका और जिम्बाब्वे के खिलाफ जनवरी में खेली गई त्रिकोणीय सीरीज 2018 और आईपीएल 2018 के दौरान उनसे सट्टेबाजों ने संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई को पूर्ण रूप से इससे अवगत नहीं कराया था.