वर्ल्डकप 2015 से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) की गाज स्पिनर्स पर गिरती दिख रही है. आईसीसी ने जिम्बाब्वे के ऑफ स्पिनर मेलकॉम वॉलर को संदिग्ध बॉलिंग एक्शन के चलते इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों से बैन कर दिया है. बैन के बाद वॉलर किसी भी इंटरनेशनल मैच में बॉलिंग नहीं कर पाएंगे. वॉलर का हाथ बॉलिंग करते वक्त 15 डिग्री की सीमा को पार कर लेता है, जिसके चलते उन पर बैन लगाया गया है. वॉलर के एक्शन को लेकर नवंबर 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट में रिपोर्ट दर्ज की गई थी.
2014 में वॉलर
अकेले ऐसे स्पिनर नहीं हैं, जिनपर आईसीसी ने बैन लगाया है. इससे पहले भी कई गेंदबाजों पर बैन लगाया गया है. आगे जानिए ऐसे ही गेंदबाजों के बारे में...
1. सईद अजमल: पाकिस्तान के स्पिनर सईद अजमल को उनके बॉलिंग एक्शन के चलते सितंबर 2014 में इंटरनेशनल मैचों से बैन कर दिया गया. अगस्त में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में अजमल के बॉलिंग एक्शन को नोटिस किया गया था. नियमों के मुताबिक, 15 डिग्री की सीमा को पार करके गेंद फेंकने वाले एक्शन को सही नहीं माना जाता है. अजमल का बॉलिंग एक्शन 15 डिग्री के लेवल पर नहीं था.
2.सचित्रा सेनानायके: मई में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैच
के दौरान ग्राउंड अंपायर्स ने श्रीलंका के ऑफ स्पिनर सचित्रा सेनानायके के बॉलिंग एक्शन की शिकायत की. आईसीसी
की जांच में सचित्रा के बॉलिंग एक्शन को गलत पाया गया और उनपर बैन लगा दिया गया. हालांकि बाद में उनके एक्शन को आईसीसी की इजाजत मिल गई.
3. केन विलियमसन: 24 साल के केन के बॉलिंग एक्शन के खिलाफ मई में रिपोर्ट दर्ज की गई थी. जांच के बाद आईसीसी ने उन्हें भी गेंदबाजी करने से बैन कर दिया. केन के एक्शन की जांच के लिए बायोमेकेनिकल
टेस्ट कराया गया था. बाद में उन्हें भी गेंदबाजी करने की इजाजत मिल गई.
4. प्रॉसपर उत्सेया: जिम्बाब्वे के ऑफ स्पिनर प्रोसपर को आईसीसी की ओर से 15 डिग्री की लिमिट को पार करने के चलते अक्टूबर 2014 में बैन कर दिया गया था. जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम ने उत्सेया के बैन होने के बाद बयान जारी कर कहा था कि हम इससे निपटने के लिए काम करेंगे.
5. मोहम्मद हफीज: पाकिस्तान के ही ऑफ स्पिनर मोहम्मद हाफिज को 7 दिसंबर 2014 को बॉलिंग एक्शन के चलते इंटरनेशनल मैचों से संस्पेंड कर दिया था. आईसीसी की जांच में हाफिज सईद भी 15 डिग्री के मानक पर खरे नहीं उतरे और बैन कर दिए गए.