भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने शनिवार को महेंद्र सिंह धोनी और विजय शंकर का बचाव किया है. कोहली ने कहा, धोनी को यह बताने की जरूरत नहीं है कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं. कोहली ने शंकर का बचाव करते हुए कहा है कि हरफनमौला खिलाड़ी अच्छा करने का दम रखते हैं. भारत को रविवार को आईसीसी विश्व कप-2019 में इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेलना है.
मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में कोहली ने कहा, 'धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी की थी. अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में वह बेहद आश्वस्त लग रहे थे. उस मैच के लिए हमने उनसे शॉट्स के चयन को लेकर बात की थी. आखिरी मैच में वह एक बार फिर अच्छी बल्लेबाजी करने में सफल रहे.'
विश्व कप के पहले से ही नंबर-4 को लेकर काफी बहस चल रही थी और इसके लिए शंकर को आजमाया जा रहा है, लेकिन शंकर अभी तक ज्यादा सफल नहीं रहे हैं.
शंकर को लेकर कोहली ने कहा, 'आप बैठकर चीजों पर सवाल खड़ा नहीं कर सकते, लेकिन मुझे निजी तौर पर लगता है कि शंकर वहां अच्छा कर रहे हैं. ऐसी कोई ज्यादा चिंता नहीं है जिसके बारे में बात की जाए. क्रिकेट में कई बार आपको कुछ किस्मत की जरूरत होती है ताकि आप 30 से 60 तक पहुंच सको और फिर आप एक शानदार पारी खेलते हो.'
कप्तान ने कहा, 'वह इस चीज के काफी करीब हैं और हम इस बात को लेकर काफी आश्वस्त हैं कि वह इस तरह की पारी खेलने में सफल रहेंगे.' धोनी की कम स्ट्राइक रेट पर कोहली ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि वह कभी भी इस तरह के क्रिकेटर रहे हैं जिनको यह बताने की जरूरत हो कि क्या करना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'हमारे लिए जरूरी है कि हमारे पास अनुभव कितना है और हम मैदान के अंदर क्या कर रहे हैं और हमें धोनी पर पूरी तरह से विश्वास है. वह टीम के साथ काफी समय तक खड़े रहे, खासकर आप जब इस कैलेंडर साल को देखेंगे तो पता चलेगा कि उन्होंने कैसा प्रदर्शन किया है. मुझे नहीं लगता कि एक-दो पारियों को लेकर किसी की आलोचना करनी चाहिए क्योंकि ऐसा किसी भी बल्लेबाज के साथ हो सकता है.'
कोहली ने साथ ही कमजोर मध्य क्रम की बात को नकार दिया और कहा कि शीर्ष क्रम मजबूत है इसलिए इस तरह की चर्चा होती है. उन्होंने कहा, 'देखिए, इस तरह की चर्चा हमेशा से चलती रहेगी क्योंकि हमारा शीर्ष क्रम काफी मजबूत है और इसलिए इन लोगों को बल्लेबाजी करने का काफी कम मौका है. जब वह बल्लेबाजी करते हैं और चार में से एक या दो बार वह अच्छा नहीं कर पाते हैं तो हमें लगता है कि मध्य क्रम कमजोर है, लेकिन हम वो समय भूल जाते हैं जब वह अच्छा करते हैं.'
उन्होंने कहा, 'अगर आप पहले तीन मैच देखें जो हमने खेले हैं तो उनका योगदान अच्छा रहा है. हम 300 के पार तक गए थे और किसी ने इसे लेकर कुछ नहीं कहा. इसके बाद एक मैच में जहां हम बड़ा स्कोर नहीं कर सके तो हर किसी ने बातें करना शुरू कर दीं.'
भारत ने अभी तक इस विश्व कप में छह मैच खेले हैं और 11 अंकों के साथ अंकतालिका में दूसरे स्थान पर है. सेमीफाइनल में जाने के लिए उसे एक अंक की और जरूरत है. वहीं, इंग्लैंड को सेमीफाइनल में जाने के लिए बाकी के बचे दोनों मैच जीतने ही होंगे.
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