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U-19 World Cup: जलालाबाद से निकले एक रिफ्यूजी की अनोखी कहानी... अंडर-19 वर्ल्ड कप में कर रहा कमाल

अफगानिस्तान से निकला एक रिफ्यूजी... जिसने बेहतर जिंदगी की तलाश में जलालाबाद की गलियों से निकलकर करीब 8500 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर आयरलैंड में नई जिंदगी शुरू की. यह एक क्रिकेटर की कहानी है.

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Muzamil Sherzad (Getty)
Muzamil Sherzad (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अंडर 19 वर्ल्ड कप खेल रहे मुजम्मिल शेरजाद की कहानी
  • अफगानिस्तान से आयरलैंड का बेहद मुश्किल सफर तय किया

अफगानिस्तान से निकला एक रिफ्यूजी... जिसने बेहतर जिंदगी की तलाश में जलालाबाद की गलियों से निकलकर करीब 8500 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर आयरलैंड में नई जिंदगी शुरू की. यह एक क्रिकेटर की कहानी है. इन दिनों वेस्टइंडीज में खेले जा रहे अंडर-19 वर्ल्ड कप में आयरलैंड की ओर से खेल रहे तेज गेंदबाज मुजम्मिल शेरजाद सुर्खियों में हैं

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मुजम्मिल शेरजाद का यह सफर आसान नहीं था. लगातार युद्ध झेल रहे अफगानिस्तान से निकलकर मुजम्मिल शेरजाद ने 5 साल में आयरलैंड की अंडर-19 टीम में बतौर तेज गेंदबाज जगह बनाई और वह अब पुरानी बातों से कहीं दूर अपनी नई जिंदगी की शुरुआत कर चुके हैं. 

बुधवार को भारत के खिलाफ मुजम्मिल शेरजाद ने अच्छी गेंदबाजी की. आखिरी ओवर को निकाल दिया जाए तो शेरजाद ने भारतीय टीम के 3 विकेट झटके. उन्होंने राज बावा और कौशल तांबे को क्लीन बोल्ड कर अपने टैलेंट की बानगी दे दी है. शेरजाद ने इसके पहले यूगांडा के खिलाफ 2 विकेट हासिल किए थे. हालांकि शेरजाद भारत के खिलाफ अपने आखिरी ओवर में अपनी लेंथ नहीं संभाल पाए और राजवर्धन हेंगरगेकर ने उन्हें आखिरी ओवर में 3 छक्के के अलावा 1 चौका जड़ दिया. 

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कैसे आयरलैंड पहुंचे शेरजाद

अफगानिस्तान के जलालाबाद से निकलकर आयरलैंड पहुंचने की शेरजाद की कहानी पूरी तरह फिल्मी है. शेरजाद की मां ने 5 साल पहले एक दलाल के माध्यम से उन्हें अफगानिस्तान से 8500 किलोमीटर दूर आयरलैंड भेज दिया.

शेरजाद के चाचा आयरलैंड में एक फूड ज्वाइंट में काम करते थे और शेरजाद की मां को लगा कि आयरलैंड में उनके बेटे को एक बेहतर जिंदगी मिलेगी. मुजम्मिल जब जलालाबाद से निकले तो उन्हें यह सफर पूरा करने में 9 महीने लग गए. इस बीच उन्हें तमाम कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ा. 

कई बॉर्डर पार का रहा सफर

आयरलैंड के लिए मौजूदा समय में अंडर-19 विश्व कप खेल रहे शेरजाद ने पाकिस्तान, ईरान, तुर्की, बुल्गारिया, सर्बिया, कोएशिया, इटली, फ्रांस की सीमाओं को पार करते हुए आयरलैंड में एंट्री की. इस बीच उन्हें घने जंगलों, खाली मैदानों में चलना पड़ा और रातें गुजारनी पड़ीं. क्रोएशिया से इटली का सफर उन्होंने एक सामान लदे ट्रक के अंदर किया.

एक रात उन्होंने फ्रांस के चेरबर्ग शहर में ट्रक के अंदर ही बिताई. इस 9 महीने के सफर के बाद भी आयरलैंड में शेरजाद को अपने चाचा से मिलने में परेशानी हुई. शेरजाद की आयरलैंड में मदद एक एशियाई मूल के व्यक्ति ने की. इसके साथ ही शेरजाद को अपने सफर की कुछ रातें कैंपों में भी बितानी पड़ीं.

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क्रिकेट से लगाव

क्रिकेट से मुजम्मिल शेरजाद का लगाव 2 साल पहले हुआ. आयरलैंड एक युवा तेज गेंदबाज की तलाश कर रहा था. जिसके लिए मुजम्मिल ने अपना नामांकन कराया और वह वहां टैलेंट मैनेजर की नजर में आ गए. जिसके बाद उन्हें आगे मौके मिलने का रास्ता भी साफ हो गया. मुजम्मिल शेरजाद बॉलीवुड के बड़े फैन हैं. वह फिल्में देखकर हिंदी भी सीख गए.

मुजम्मिल शेरजाद भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के भी मुरीद हैं. मुजम्मिल अब जल्द ही अपनी मां और अपने परिवार से मिलने की ख्वाहिश रखते हैं. वह चाहते हैं कि जल्द ही उनका परिवार उनके साथ आयरलैंड में मौजूद रहे. 

 

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