भारतीय अंडर-19 टीम ने बुधवार को खेले गए सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 96 रनों से हराकर फाइनल में जगह बनाई. टीम इंडिया 5 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ खिताबी मुकाबले के लिए उतरेगी. भारत इस टूर्नामेंट को 4 बार अपने नाम कर चुका है. साल 2020 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में भारत को बांग्लादेश के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. टीम इंडिया 5 फरवरी को एक बार फिर से युवा टीम के साथ अपनी बादशाहत साबित करने उतरेगी.
लक्ष्मण को नहीं मिला था वर्ल्ड खेलने का मौका
वेस्टइंडीज में इस भारतीय टीम के साथ एनसीए के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण मौजूद हैं. लक्ष्मण के लिए भी यह फाइनल कई मायनों में खास है. टीम इंडिया के 'वेरी वेरी स्पेशल' बल्लेबाज लक्ष्मण ने अपने क्रिकेट करियर में एक बार भी विश्व कप में हिस्सा नहीं लिया. टीम इंडिया के लिए 86 वनडे खेलने वाले लक्ष्मण अपने करियर में हर बार विश्व कप की टीम में जगह बनाने से चूक जाते थे. साल 2003 विश्व कप टीम में उनका नाम न होना एक बहस का मुद्दा भी बना था. लक्ष्मण क्रिकेट करियर के बाद अब अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम के साथ होंगे.
यह पहला मौका है जब वीवीएस लक्ष्मण किसी विश्व कप इवेंट में बतौर खिलाड़ी या बतौर मेंटर हिस्सा ले रहे हैं. टीम इंडिया के युवा खिलाड़ी भी इस बात को बखूबी जानते हैं कि यह विश्व कप टीम इंडिया के इस स्पेशल खिलाड़ी के लिए कितना खास है. वह भी वीवीएस को विश्व कप जीत तोहफे के रूप में देना चाहेंगे. भारत को 5 फरवरी को इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भि़ड़ना है. टीम इंडिया इस मुकाबले को जीतकर वीवीएस लक्ष्मण के लिए उनका यह दौरा यादगार बनाने की पूरी कोशिश करेगी.
... कप्तान ने भी कहा- लक्ष्मण सर का रोल अहम
मौजूदा अंडर-19 टीम के कप्तान यश धुल ने भी सेमीफाइनल मुकाबले से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीवीएस लक्ष्मण के मौजूदा टीम में रोल को लेकर एक बड़ी बात कही थी. धुल ने कहा था, 'लक्ष्मण सर हमारे साथ हैं, वह अपना अनुभव हमेशा शेयर करते हैं और बड़े मुकाबलों के लिए अपना माइंडसेट कैसे रखें, उनका रोल हमारी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है.'
राहुल द्रविड़ ने 2018 में जीता था पहली बार विश्व कप
इससे पहले राहुल द्रविड़ ने भी विश्व कप ट्रॉफी को बतौर कोच साल 2018 अंडर-19 विश्व कप में जीत दर्ज कर ही छुआ था. राहुल द्रविड़ ने टीम इंडिया के लिए 3 विश्व कप में हिस्सा लिया, 2007 के विश्व कप में द्रविड़ ने टीम की कमान भी संभाली थी. तीनों मौकों पर द्रविड़ विश्व कप ट्रॉफी तक नहीं पहुंच पाए थे. वह 2003 में दक्षिण अफ्रीका में विश्व कप फाइनल खेलने वाली टीम के उपकप्तान थे.
टेस्ट क्रिकेट में संकटमोचक के नाम से पहचाने जाने वाले लक्ष्मण ने टीम इंडिया के लिए 86 वनडे मुकाबले खेले हैं. लक्ष्मण ने 86 वनडे मुकाबलों की 83 पारियों में 30.76 की औसत से 2338 रन बनाए हैं. लक्ष्मण के नाम इस फॉर्मेट में 6 शतक और 10 अर्द्धशतक शामिल हैं. लक्ष्मण ने अपना वनडे डेब्यू अप्रैल 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ किया था और उन्होंने अपना आखिरी वनडे दिसंबर 2006 में दक्षिण अफ्रीका दौरे में खेला था. वह दोनों मौकों (डेब्यू और अंतिम वनडे) पर शून्य पर लौटे थे. 8 साल लंबे वनडे करियर में भी लक्ष्मण एक भी विश्व कप मुकाबला नहीं खेल पाए.