WTC Final 2023 Day 1 Match analysis: WTC फाइनल लंदन के ओवल मैदान में जारी है. इस मैच में पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने खराब शुरुआत के बाद अपनी स्थिति सुधार ली और 3 विकेट पर 327 रन का स्कोर खड़ा कर दिया. भारत के गेंदबाज तीन विकेट लेने के बाद मैदान में हांफते हुए नजर आए. रोहित शर्मा ने अलग-अलग एंड से गेंदबाजी कॉम्बिनेशन के कई एक्सपेरिमेंट किए, पर उनकी कोशिश असफल रही. टीम इंडिया की ओर से मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और शार्दुल ठाकुर को 1-1 सफलता मिली. रवींद्र जडेजा और उमेश यादव को एक भी विकेट नहीं मिला.
ऑस्ट्रेलिया की टीम शुरुआती झटकों से उबरकर मजबूत नजर आ रही है. स्टीव स्मिथ 95 और ट्रेविस हेड 146 रन बनाकर नाबाद हैं. वहीं ट्रेविस हेड किसी भी WTC फाइनल में शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं. जो एक रिकॉर्ड है. इस मैच में टीम इंडिया 4 पेसर उमेश यादव, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज के साथ उतरी. टीम में एकमात्र के स्पिनर रवींद्र जडेजा हैं.
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वहीं इस मैच में टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बाहर कर दिया गया. इस बात पर कई क्रिकेट स्पेशलिस्ट सवाल उठा रहे हैं. बहरहाल, पहले दिन रोहित शर्मा से कहां गलतियां हुईं? यही बात आपको 4 प्वाइंट में समझाने जा रहे हैं
प्वाइंट नंबर 1: नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज को बाहर रखने का खामियाजा भुगतना पड़ा?
WTC के मुकाबलों में आर अश्विन भारत के सबसे सफल (13 मैच 61 विकेट) गेंदबाज हैं. वह ओवरऑल विकेट लेने की टैली टैली में तीसरे नंबर पर हैं. ऐसे में उनको ना खिलाना कई लोगों को समझ नहीं आया. जबकि उनकी गेंदबाजी के कारण टीम इंडिया का WTC फाइनल में पहुंचने में बहुत बड़ा हाथ है.
प्वाइंट नंबर 2: कंगारू टीम में 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज, फैसला लेने में रोहित की गलती
ऑस्ट्रेलिया की टीम में इस समय 5 बल्लेबाज बाएं हाथ के हैं. अश्विन बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए हमेशा प्रभावी रहे हैं. आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं.
रविचंद्रन अश्विन ने 92 टेस्ट खेले हैं, इनमें उनके नाम 474 विकेट्स हैं. खास बात यह है कि अश्विन ने इनमें से 241 विकेट्स तो केवल बाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए हैं. वहीं अश्विन ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ भी प्रभावी रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अश्विन ने 22 टेस्ट में 114 लिए हैं. इनमें 47 बार उन्होंने दाएं हाथ के बल्लेबाजों को आउट किया है, जबकि 67 बार उन्होंने बाएं हाथ के बल्लेबाजों को पेवेलियन भेजा है.
वहीं रवींद्र जडेजा ने अब तक 264 विकेट (WTC टेस्ट के पहले दिन तक) लिए हैं. इनमें उन्होंने 90 विकेट बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ लिए हैं. ऐसे में रोहित शर्मा के इस फैसले पर सवाल उठ रहे हैं.
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प्वाइंट नंबर 3: रोहित शर्मा की कप्तानी पर सवाल...
रोहित शर्मा कैप्टसीं में निर्णय में लेने को लेकर भी कंफ्यूज नजर आए. एक समय ऑस्ट्रेलिया के तीन बल्लेबाज 76 रन पर आउट हो चुके थे. ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया का ग्रीन टॉप विकेट पर पहले गेंदबाजी करने का फैसला सही है. लेकिन तीन विकेट गिरने के बाद उन्होंने फील्ड में ढिलाई बरती और आसानी से स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड को रन बनाने दिए.
प्वाइंट नंबर 4: फास्ट बॉलर्स को लेकर दिखे कंफ्यूज
रोहित शर्मा ने सभी फास्ट बॉलर्स दाएं हाथ के खिलाए हैं, ऐसे में यह रणनीति समझ से परे रही. जबकि वह WTC फाइनल के लिए बाएं हाथ के सीमर जयदेव उनादकट को भी लेकर गए हैं. उमेश यादव तो विकेट के लिए तरसते हुए नजर आए.
अश्विन को मौका ना देने पर ये बोले थे रोहित...
अश्विन को WTC फाइनल की टीम में मौका क्यों नहीं मिला? इसकी वजह रोहित शर्मा ने भी टॉस के बाद बताई थी. रोहित ने कहा- हम चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर के साथ खेलने उतर रहे हैं. अश्विन जैसे खिलाड़ी को छोड़ना हमेशा कठिन होता है. वह मैच विनर हैं, लेकिन टीम के लिहाज से यह फैसला किया गया.
सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली भड़के, पोटिंग ने कही ये बात
रोहित शर्मा द्वारा चुनी गई WTC टीम को लेकर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली भी नाराज नजर आए. इन तीनों ने Star Sports पर भारतीय टीम कॉम्बिनेशन पर सवाल उठाए. सुनील गावस्कर ने तो यहां तक कह दिया कि नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज आर अश्विन को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है? अश्विन को खिलाने के लिए पिच देखना जरूरी नहीं है. अश्विन के ना खेलने से भारत ने गलती कर दी है. उन्होंने टीम इंडिया के लिए वह गावस्कर ने उमेश यादव को चुने जाने पर भी सवाल उठाए.
सुनील गावस्कर की तरह मिली-जुली बात रिकी पोटिंग ने भी कही, उन्होंने कहा- टीम इंडिया ने पहली पारी के लिए गेंदबाजी आक्रमण चुनने की गलती की है. ऑस्ट्रेलिया की टीम में कई बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं. अश्विन बाएं हाथ के बल्लेबाजों को जडेजा से ज्यादा करते, मैंने घास देखी, जो सूखी लग रही थी. ऐसे में अश्विन ज्यादा मारक साबित हो सकते थे.
वहीं सौरव गांगुली ने तो कहा कि एक समय भारतीय टीम 3 विकेट झटककर मजबूत स्थिति में थी, लेकिन फिर उसने आसानी से रन गवां दिए. गांगुली ने कहा जिस तरह की फील्डिंग रोहित ने लगाई थी, उससे बहुत आसानी से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने रन बनाए.