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Happy Birthday Imran Khan: उन दिनों मैदान पर हो या मैदान से बाहर, उस क्रिकेटर के जलवे के क्या कहने! जिसने दुनियाभर की कई युवतियों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. हालांकि ऐसी चर्चा रही कि वह 70 के दशक में हिंदी फिल्मों की सनसनी रहीं जीनत अमान के जादू से बच नहीं पाया. जी हां! बात हो रही है दुनिया के बेहतरीन हरफनमौला क्रिकेटरों में शुमार इमरान खान की. इमरान खान नियाजी आज (5 अक्टूबर) 70 साल के हो गए. 88 टेस्ट मैचों (1971-1992) के करियर के दौरान उन्होंने 362 विकेट निकाले, साथ ही 3807 (एवरेज 37.69) रन भी बटोरे.
सच्चाई जो भी हो, लेकिन इमरान-जीनत की ऐसी 'लव स्टोरी' शुरू हो गई, जिसमें क्रिकेट और बॉलीवुड के बीच गहरे संबंध की बातें तैरने लगीं. इस तीखे प्रेम प्रसंग ने सुर्खियां बटोरीं. लेकिन इस प्रेम कहानी का सुखद अंत नहीं हुआ. माना जाता है कि सीमा पार वाला यह 'अफेयर' उलझ कर रह गया.
इमरान के क्रिकेट में कदम रखने से लेकर उनके करियर से जुड़े कुछ शुरुआती विवादों की चर्चा करते हैं, जो क्रिकेट की दुनिया की हेडलाइन बनीं. क्रिकेटिंग फैमिली (जावेद बर्की और माजिद खान के कजिन- दोनों टेस्ट कप्तान) से आने वाले इमरान खान ने लाहौर के प्रतिष्ठित ऐचिसन स्कूल में पढ़ाई की और फिर ऑक्सफोर्ड से मास्टर्स की डिग्री हासिल की.
19 साल के इमरान खान ने डेब्यू किया था...
इमरान खान ने 1971 में 19 साल की उम्र में बर्मिंघम में टेस्ट डेब्यू किया, लेकिन इसके बाद उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई. तीन साल बाद 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में उनकी वापसी हुई. मजे की बात है कि पदार्पण टेस्ट के दौरान जब इंग्लैंड की महारानी से टीम का परिचय कराया जा रहा था, तो कप्तान इंतिखाब आलम इस नए खिलाड़ी (इमरान खान) का नाम भूल गए थे, बाद में दूसरे खिलाड़ी ने नाम याद दिलाया.
कप्तान मुश्ताक मोहम्मद और साथी गेंदबाज सरफराज नवाज के मार्गदर्शन में इमरान खान धीरे-धीरे अपनी लय पकड़ने लगे और टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज बन गए. 1976-77 में पाकिस्तान के ऑस्ट्रेलिया दौरे के तीसरे टेस्ट में उन्होंने कमाल कर दिखाया. 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम 0-1 से पिछड़ रही थी, लेकिन इमरान ने 12 विकेट लेकर पाकिस्तान को ऐतिहासिक जीत दिलाई और सीरीज 1-1 से ड्रॉ कराई.
पहली बार ऑस्ट्रेलिया में 'विवाद' और खेल में चमके
इसी सिडनी टेस्ट के दौरान इमरान खान पहली बार विवादों में घिरे. दरअसल, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी, खासकर खौफनाक तेज गेंदबाज डेनिस लिली और विकेटकीपर रॉड मार्श ने पूरे दौरे में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खिलाफ स्लेजिंग जारी रखी. इससे खफा मुश्ताक मोहम्मद ने अपने दोनों तेज गेंदबाजों (इमरान और सरफराज) को ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों पर बाउंसर फेंकने की इजाजत दे दी.
इमरान खान ने लिली और मार्श को अपना निशाना बनाया. बार-बार अंपायर द्वारा चेतावनी दिए जाने के बावजूद बाउंसर फेंकना जारी रखा. सरफराज पंजाबी में बल्लेबाजों को गाली देते रहे, जबकि इमरान ने शॉर्ट गेंदों की झड़ी लगा दी और बल्लेबाज के करीब पहुंचकर अजीब तरह से उन्हें घूरने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस बीच सिली प्वाइंट पर खड़े 19 साल के जावेद मियांदाद ने तो हद कर दी. वह लिली और मार्श को यह कहते हुए डराने लगे कि... 'वह (इमरान) तुम्हें सचमुच मार डालेगा.' खैर, किसी तरह यह टेस्ट निकल गया.
अखबारों ने इमरान को नाइट क्लबों की शान बताया
दिलचस्प बात यह है कि इमरान के इस हैरतअंगेज प्रदर्शन और उनके जोशीले अंदाज ने पाकिस्तान से पहले ऑस्ट्रेलिया में 'हीरो' बना दिया. लेकिन जब वह 1978 में पाकिस्तान लौटे तो एक क्रिकेटर से ज्यादा एक स्टार के तौर पर पाकिस्तान में छा गए. दूसरी तरफ, अखबारों ने ब्रिटेन में उनके लगातार ’प्रेम संबंधों’ पर लिखना शुरू कर दिया. उन्हें 'नाइट क्लबों का शान' बताया गया. पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने जिन शहरों का दौरा किया, वहां लगभग हर नाइट क्लब में उनकी पहुंचने के बारे में लिखा गया.
... और ऐसे छिड़ी जीनत की बात
जब इमरान नवंबर 1979 में पाकिस्तान टीम के साथ भारत में खेलने आए तो, यहां के अखबारों ने उनके लिए पहली बार 'प्लेबॉय' शब्द का इस्तेमाल किया था. इमरान ने अपना 27वां जन्मदिन (कुछ देर से कई दिनों बाद) साथी खिलाड़ियों के साथ बेंगलुरु के क्रिकेट स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम में मनाया. लेकिन कुछ भारतीय अखबारों ने दावा किया कि शाम को उन्हें बॉलीवुड स्टार जीनत अमान के साथ देखा गया था.
जब दूसरे टेस्ट के दौरान इमरान पीठ में खिंचाव के कारण दूसरी पारी में एक ओवर से अधिक की गेंदबाजी नहीं कर सके, तो पाकिस्तान में रूढ़िवादी उर्दू प्रेस ने जीनत अमान की खबर को उठाया. इसने 'अनैतिक गतिविधियों' में लिप्त होने और क्लबों में भारतीय अभिनेत्रियों के साथ रात बिताने के लिए टीम को लताड़ा.
पाक में गूंजा- भारत में हार के लिए जीनत जिम्मेदार!
लेकिन सच्चाई यह थी कि टीम ने 1976-77 के ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज दौरे के दौरान इससे भी ज्यादा पार्टी की थी, लेकिन अंतर यह था कि भारत दौरे में टीम का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं रहा. पाकिस्तान 6 टेस्ट मैचों की सीरीज 0-2 से सीरीज गंवा बैठा. एक उर्दू अखबार ने एक कदम आगे बढ़कर लिखा कि इस हार की वजह जीनत अमान रहीं. वही इमरान खान के खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार थीं.
वर्षों बाद लेखिका शोभा डे ने जीनत अमान से 1979 के उस अफेयर के बारे में जानना चाहा तो उनका जवाब था, 'हम दोनों के बीच कुछ भी गंभीर नहीं था और मैंने पाया कि वह काफी 'घमंडी और रूखा है. वह अपने प्रशंसकों के प्रति बहुत अशिष्ट है.' हालांकि तब बड़े दावे किए गए थे कि वास्तव में मामला बहुत गंभीर था और दोनों शादी करने के करीब पहुंच गए थे.
1951 में पैदा हुईं जीनत अमान ने 1971में फिल्म हलचल में एक छोटी भूमिका के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी. वह देवानंद अभिनीत फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' से बॉलीवुड में पहचान बनाने में कामयाब रहीं. इस अफेयर से पहले ही संजय खान से उनकी शादी हो चुकी थी, लेकिन सालभर में ही टूट गई. उधर, इमरान खान का विदेशों में क्रिकेट दौरों पर 'जलवे' बिखेरना जारी रहा. ब्रिटिश महिलाओं के साथ इमरान के 'मामलों' के बारे में कहानियां जारी रहीं.