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सचिन और धोनी से भी 'विराट' हुए कोहली, कोई नहीं दूर-दूर तक

विराट कोहली अपनी की टीम के साथ विजय रथ पर सवार है. मुंबई में इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन से हराकर सीरीज में एतिहासिक जीत दर्ज की. इसके साथ ही कोहली ने एक कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर कई रिकॉर्ड भी बना डाले.

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विराट कोहली
विराट कोहली

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विराट कोहली अपनी टीम के साथ विजय रथ पर सवार हैं. टीम इंडिया ने मुंबई में इंग्लैंड को एक पारी और 36 रन से हराकर सीरीज में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है. इसके साथ ही कोहली ने एक कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर कई रिकॉर्ड बना डाले. सचिन के गढ़ वानखेड़े में कोहली ने शानदार 235 रनों की 'विराट' पारी खेलकर कप्तान के तौर पर सचिन और धोनी को पीछे छोड़ दिया है. कोहली को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच भी दिया गया.

कोहली की कप्तानी में भारत ने लगातार 5 सीरीज जीती
कोहली की कप्तानी में भारत की ये लगातार पांचवीं टेस्ट जीत थी. भारतीय टीम ने 84 साल बाद लगातार पांच टेस्ट सीरीज जीती है. साल 2015 में श्रीलंका को 2-0 और साउथ अफ्रीका को 3-0 से हराया, जबकि साल 2016 में वेस्टइंडीज को 2-0, न्यूजीलैंड को 3-0. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 3-0 की अजेय हासिल की.

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धोनी को पीछे छोड़ा
विराट कोहली ने पूर्व भारतीय टेस्ट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है और वो देश के सबसे सफल कप्तान बन गए हैं. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 60 टेस्ट मैच खेले थे. जिसमें 27 में जीत 18 में हार और 15 ड्रॉ रहे थे. जीत का प्रतिशत 45 फीसदी था. वहीं कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने अभी तक 21 टेस्ट मैच में 13 में जीत और दो में हार मिली जबकि छह ड्रॉ रहे. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया का जीत का प्रतिशत 61.90 रहा.

घरेलू मैदान पर बने सबसे सफल कप्तान
घरेलू मैदान पर भी कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया का प्रदर्शन बेहद शानदार है. इस मामले में भी उन्होंने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और सौरव गांगुली जैसे कप्तानों को पीछे छोड़ा है. घरेलू जमीन पर कोहली ने 11 टेस्ट मैच में भारतीय टीम की कमान संभाली है. जिसमें 9 में जीत हासिल हुई है. जीत का प्रतिशत 81.81 रहा. धोनी ने घरेलू मैदान पर 30 मैचों में भारतीय टीम की कमान संभाली. जिससें उन्हें 21 में जीत मिली, तीन में हार और छह मुकाबले ड्रॉ रहे. जीत का प्रतिशत रहा 70 फीसदी. अजहर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 20 टेस्ट मैच खेले थे. जिसमें 13 में जीत और 4 में हार जबकि 3 मुकाबले ड्रॉ रहे थे. जीत का प्रतिशत 65 फीसदी रहा. सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट में 10 में जीत हासिल की. तीन में हार और आठ ड्रॉ रहे. जीत का प्रतिशत रहा 47.62 रहा.

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विदेशी धरती पर भी रहा है कोहली का जलवा
भारतीय टीम को घर का शेर कहा जाता रहा है. लेकिन कोहली की कप्तानी में भारत ने विदेशी जमीन पर भी शानदार प्रदर्शन किया है. इस मामले में वो धोनी के बाद दूसरे नंबर पर हैं. धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने विदेशी धरती पर 13 में जीत दो में हार और छह ड्रॉ रहे. जीत का प्रतिशत रहा 61.90. कोहली की कप्तानी में 13 टेस्ट में दो जीत और छह ड्रॉ प्रतिशत 61.90 रहा. इसके अलावा विराट पहले 21 टेस्ट मैचों के बाद सबसे सफल कप्तान रहे हैं.

टूटेगा गावस्कर का रिकॉर्ड
विराट के सामने सुनील गावस्कर के लगातार 18 टेस्ट मैचों में अपराजेय रहने के टीम इंडिया के रिकॉर्ड को तोड़ने की चुनौती होगी. गावस्कर की कप्तानी में टीम इंडिया ने 1976 से 1980 तक लगातार 18 टेस्ट मैचों में अपराजेय रहने का रिकॉर्ड बनाया था.

रनों के मामले में गावस्कर और सचिन को पीछे छोड़ा
कप्तान के तौर पर बल्लेबाजी में कोहली ने पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ दिया है. विराट ने 34 पारियों में 65.50 की औसत से 2096 रन बनाए हैं. जिसमें उनके आठ शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं. गावस्कर ने 34 पारियों में 61.16 की औसत से 1896 रन बनाए जिसमें उनके आठ शतक और छह अर्धशतक शामिल थे. इस तरह कोहली पहले 21 टेस्ट मैच में  देश के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले कप्तान भी बन गए हैं.

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