Was KL Rahul out or Not Out: पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में भारतीय टीम की जो हालत हुई, उससे एक बात साबित हो गई कि भारतीय बल्लेबाजी यहां खेलने के लिए तैयार नहीं थी. भारतीय टीम इस मैच में महज 150 रनों पर सिमट गई. वहीं, केएल राहुल जिस तरह इस मुकाबले में आउट हुए, उससे अंपायरिंग पर भी सवाल उठे. भारत की 2007 टी20 वर्ल्ड चैम्पियन टीम में शामिल रहे रॉबिन उथप्पा ने अंपायरिंग की आलोचना की.
उथप्पा ने एक ट्वीट किया और लिखा, यह क्या बकवास है यह. पर्थ टेस्ट में केएल राहुल के खिलाफ तीसरे अंपायर के 'बेहद खराब' फैसले पर उन्होंने कमेंट किया. वहीं खुद केएल राहुल भी इस निर्णय से खुश नजर नहीं आए. उथप्पा ने 'एक्स' पर लिखा- यह क्या फैसला है??? यह एक मजाक है! थर्ड अंपायर सभी एंगल को देखे बिना कैसे फैसला सुना देता है, ये बेहद घटिया है. वहीं वसीम जाफर ने भी इस निर्णय पर सवाल खड़े किए.
How a third umpire makes a decision without accessing all angles!! Poor!! Just Piss poor!! #BGT2025
— Robbie Uthappa (@robbieuthappa) November 22, 2024
वहीं, पाकिस्तानी दिग्गज खिलाड़ी और ऑस्ट्रेलिया में इस मैच में कमेंट्री कर रहे वसीम अकरम ने भी अंपायरिंंग के इस फैसले की आलोचना की. उन्होंने कमेंट्री करते हुए कहा कि एक साथ दो आवाज (पैड और बैट की आवाज एक साथ) आई हैं.
अकरम ने इस दौरान यह कहा यह निर्णय वाकई भारत और केएल राहुल के लिए दुर्भाग्यशाली है.वहीं संजय मांजरेकर और दीपदास गुप्ता ने भी थर्ड अंपायर के निर्णय पर सवाल उठाया. इसके अलावा कई और पूर्व क्रिकेटर्स और कमेंटेटर्स का भी इस पूरे मामले पर रिएक्शन आया.
A decision that got everyone talking! 😳
— Star Sports (@StarSportsIndia) November 22, 2024
OUT or NOT OUT? What's your take on #KLRahul's dismissal? 👀
📺 #AUSvINDOnStar 👉 1st Test, Day 1, LIVE NOW! #AUSvIND #ToughestRivalry pic.twitter.com/r4osnDOLyG
इरफान पठान, हसी, मार्क वॉ, रवि शास्त्री ने क्या कहा?
फॉक्स क्रिकेट के लिए कमेंट्री कर रहे भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि मैदानी अंपायर का फैसला बदलने के लिए तीसरे अंपायर के पास पर्याप्त सबूत नहीं थे.
उन्होंने कहा ,‘मेरी शुरुआती प्रतिक्रिया थी कि क्या थर्ड अंपायर के पास पर्याप्त सबूत थे जो उन्होंने मैदानी अंपायर का फैसला बदल दिया. मैदानी अंपायर ने उसे नॉट आउट दिया था. मुझे नहीं लगता कि यह फैसला बदलने के लिए पर्याप्त कारण थे.’
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने स्वीकार किया कि तीसरे अंपायर का फैसला विवादास्पद है.
उन्होंने कहा,‘यह विवादास्पद है. स्निकोमीटर पर स्पाइक था, लेकिन यह नहीं पता कि वह बल्ले से गेंद टकराने का था या बल्ले से पैड टकराने का. आप देख सकते हैं कि बल्ला पैड पर लग रहा है. मेरे दिमाग में इसे लेकर संदेह है. इस फैसले को सौ फीसदी सही नहीं ठहराया जा सकता.निराशाजनक तो यह है कि तकनीक सही फैसले लेने के लिए है.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने कहा ,‘राहुल का पैड और बल्ला गेंद के गुजरने के समय साथ में नहीं हैगेंद के किनारे से गुजरने के बाद बल्ला पैड से टकराया है. स्निको ने शायद वही आवाज पकड़ी है. हमें लग रहा है कि स्निको ने बल्ले से गेंद के टकराने की आवाज पकड़ी है, लेकिन शायद ऐसा नहीं है.’
ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज मार्क वॉ ने कहा, 'यह काफी साहसिक फैसला है चूंकि हमने देखा है कि क्या हुआ है. दुर्भाग्यपूर्ण है कि केएल राहुल को इसे स्वीकार करना होगा हालांकि वह खुश नहीं होगा.’
भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने ट्वीट किया,‘ तीसरे अंपायर ने एक और एंगल मांगा था जो नहीं दिया गया. अगर उन्हें यकीन नहीं था तो उन्होंने मैदानी अंपायर का फैसला क्यो बदला.’
This is amazing, well done. Now please show the front on view of KL dismissal with snicko side by side please. I'll wait right here. #AUSvIND https://t.co/dN5j4AZnGn
— Wasim Jaffer (@WasimJaffer14) November 22, 2024
उन्होंने कहा,‘तकनीक का खराब इस्तेमाल और सही प्रोटोकॉल का अनुसरण नहीं किया गया.’ पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने कहा,‘अगर यकीन नहीं है तो आउट क्यों दिया.’
आईसीसी की एलीट पैनल के पूर्व अंपायर साइमन टोफेल ने ‘7क्रिकेट’ से कहा ,‘हमने देखा कि स्निको पर स्पाइक था, लेकिन वह बल्ले के पैड से टकराने का था.’
क्यों हुआ केएल राहुल के आउट होने पर बवाल?
पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में केएल राहुल के विवादास्पद आउट होने के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया. खुद राहुल भी स्टार्क की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी द्वारा थर्ड अंपायर द्वारा कैच आउट घोषित किए जाने से नाराज दिखे. 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क की दूसरी गेंद पर राहुल विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों पकड़े गए. हालांकि मैदानी अंपायर ने आउट नहीं दिया था, जिसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने डीआरएस लिया. हालांकि ये स्पष्ट नहीं था कि बल्ले के पैड से टकराने से स्निको पर स्पाइक दिखा था या बल्ले के गेंद से टकराने से.
"His pad and bat are not together at that point in time as the ball passes.
— 7Cricket (@7Cricket) November 22, 2024
"It's (bat hitting pad) after, in fact, the ball passes the edge. Does Snicko pick up the sound of the bat hitting the pad?
"We're assuming (Snicko) may be the outside edge of the bat but that may not… pic.twitter.com/hvG0AF9rdo
इसके बाद तीसरे अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ ने फैसला सुनाने में भी जल्दबाजी की. इस दौरान सवाल यह उठा कि फाइनल डिसीजन देने से पहले और भी एंगल देखे जा सकते थे. यदि रिचर्ड के पास निर्णायक साक्ष्य (conclusive evidence) नहीं था तो उन्होंने मैदानी अंपायर का फैसला कैसे पलट दिया. इंग्लिश कमेंटेटर मार्क निकोलस ने भी इस फैसले पर सवाल खड़े किए. निकोलस ने कहा- मुझे मैदान पर लिए गए डिसीजन को पलटने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं दिखा.
क्या कहता है ICC का नियम
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के नियमों के अनुसार, मैदान पर अंपायर के फैसले को पलटने के लिए पुख्ता सबूत होने चाहिए. लेकिन उस मामले में ऐसा लगा कि कोई ठोस सबूत नहीं था. राहुल के आउट होने के बाद ब्रॉडकास्टर एक और एंगल दिखाने में सक्षम थे, इसमें एक एंगल गेंदबाज की तरफ से था. इस फैसले ने डीआरएस की प्रभावकारिता के बारे में बहस छेड़ दी है, खासकर उन मामलों में जहां विजुअल की किसी डिसीजन को लेने से पहले कमी है. हालांकि, स्निकोमीटर ने स्पाइक दिखाया, लेकिन यह निर्धारित करना मुश्किल था कि पैड या बल्ले में किसे यह पहले लगा. वहीं साइड-ऑन वीडियो की गैरमौजूदगी ने इस मामले को और अधिक जटिल बना दिया.
भारतीय पारी की पर्थ टेस्ट की हाइलाइट्स
भारतीय टीम की पहली पारी 150 रनों पर सिमट गई. नीतीश रेड्डी आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे. नीतीश को जोश हेजलवुड ने उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट कराया. नीतीश ने सबसे ज्यादा 59 गेंदों पर 41 रन बनाए, जिसमें 6 चौके के अलावा एक सिक्स शामिल रहा. वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 37 और केएल राहुल ने 26 रनों का योगदान दिया. इन तीनों के अलावा ध्रुव जुरेल (11 रन) ही डबल डिजिट में पहुंच सके. ऑस्ट्रेलिया की ओर से पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और मिचेल मार्श ने दो-दो विकेट लिए. जबकि हेजलवुड को सर्वाधिक चार सफलताएं प्राप्त हुईं. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने निकाले.
जसप्रीत बुमराह ने जीता टॉस, कुल 3 खिलाड़ियों का डेब्यू
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 का पहल टेस्ट आज (22 नवंबर) पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू. इस मुकाबले में भारतीय टीम के कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. इस मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया के 3 नए खिलाडियों का डेब्यू हुआ. वहीं रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे दो दिग्गजों को बाहर कर दिया गया.
टीम इंडिया में एकमात्र स्पेशलिस्ट स्पिनर वॉशिंगटन सुंदर हैं. इस मुकाबले में भारतीय टीम की ओर से नीतीश कुमार रेड्डी, हर्षित राणा का टेस्ट डेब्यू हुआ. वहीं ऑस्ट्रेलिया की ओर से नाथन मैकस्वीनी का रेडबॉल क्रिकेट में डेब्यू हुआ. खास बात यह रही कि टीम में तीसरे नंबर के लिए देवदत्त पडिक्कल को मौका दिया गया. वहीं सरफराज खान को भी प्लेइंग 11 में मौका नहीं मिला.
पर्थ टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग 11: केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल, नीतीश कुमार रेड्डी, वॉशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह (कप्तान), मोहम्मद सिराज
पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11: उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेट कीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिचेल स्टार्क, नाथन लायन, जोश हेजलवुड