टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टी20 सीरीज का फैसला हो चुका है. टीम इंडिया सीरीज जीत चुकी है और अब सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त पर है. अंतिम मैच 3 दिसंबर को बेंगलुरू में है.
1 दिसंबर को रायपुर में खेले गए टी20 सीरीज के चौथे मुकाबले में टीम इंडिया ने 20 रनों से जीत दर्ज की. 4 मैचों के बाद इस सीरीज में गौर करने लायक बात ये है कि टीम इंडिया के पेसर्स से ज्यादा स्पिनर्स काम के रहे. स्पिनर्स की भूमिका इस सीरीज में सबसे ज्यादा अहम रही.
रायपुर में खेले गए मैच में भी अक्षर पटेल (3/16) और रवि बिश्नोई (1/17) की वजह से टीम इंडिया ने मैच को पलट दिया. टीम इंडिया ने वर्तमान टी20 सीरीज का सबसे कम स्कोर (174/9) बनाया, पर स्पिनर्स इस मैच में कप्तान सूर्या के लिए 'ब्रह्मास्त्र' बन गए.
इन स्पिनर्स को कॉन्फिडेंस देने में टीम इंडिया के बॉलिंग कोच साईराज बहुतुले का सबसे बड़ा रोल है. साईराज, स्टैंड इन कोच वीवीएस लक्ष्मण की कोचिंग टीम का हिस्सा हैं. साईराज एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम इंडिया के भी बॉलिंंग कोच थे.
इस सीरीज में साईराज ने स्पिनर्स को जो टिप्स दीं, वो उनके काम आई और नतीजा सीरीज विजय के रूप में मिला है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम में अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई ने जबरदस्त प्रदर्शन किया. टीम में वॉशिंगटन सुंदर भी शामिल थे, लेकिन उनको शुरुआती 4 मैचों में मौका नहीं मिला.
साईराज बहुतुले का क्या है योगदान, बिश्नोई ने बताया
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में सबसे ज्यादा 7 विकेट लेने वाले गेंदबाज रवि बिश्नोई हैं. वो भले ही विशाखापट्टनम में थोड़े महंगे रहे, लेकिन इसके बावजूद ये टीम इंडिया के बॉलिंग कोच साईराज ही थे, जिन्होंने रवि पर विश्वास रखा.
रायपुर में मैच के बाद यह बात खुद रवि ने बताई. उन्होंने कहा- मुझे टीम के लिए अच्छी गेंदबाजी करने के मौके मिलते रहे हैं. मैं अपनी गेंदबाजी से बहुत खुश हूं, आगे भी इसी तरह का प्रदर्शन करता रहूंगा. हमारी टीम में बहुत सारे यंगस्टर हैं, सभी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और एक-दूसरे की कंपनी का आनंद ले रहे हैं.
रवि ने इस दौरान यह भी कहा कि उन्होंने साईराज के साथ अपनी गेंदबाजी पर काफी काम किया है, वह मुझे प्रोत्साहित करते रहते हैं और मैच की स्थिति के बावजूद लगातार तय प्लान के मुताबिक गेंदबाजी पर फोकस करने के लिए कहते हैं. यानी साफ है कि साईराज ने इन स्पिनर्स को इस सीरीज में काफी बूस्ट किया है. गौर करने वाली बात यह है कि रवि बिश्नोई पहले टी20 मैच में बहुत महंगे रहे थे.
कौन हैं साईराज बहुतुले, इस ऐतिहासिक टेस्ट में खेले... सचिन से है ये कनेक्शन
अपने जमाने के दिग्गज लेग स्पिनर 50 साल के साईराज बहुतुले डोमेस्टिक सर्किट में बहुत बड़ा नाम रहे हैं. हालांकि, इंटरनेशनल लेवल पर वो टीम इंडिया के लिए ज्यादा मैच नहीं खेल पाए. साईराज ने टीम इंडिया के लिए महज 2 टेस्ट खेले, जहां उन्होंने 3 विकेट लिए और 39 रन बनाए. वहीं 8 वनडे में उनके नाम 2 विकेट ही रहे. साईराज का टेस्ट में डेब्यू ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 की ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज में चेन्नई में हुआ था.
उन्होंने 188 फर्स्ट क्लास मैचों में 630 विकेट लिए, इसके अलावा 143 लिस्ट ए में उनके नाम 197 विकेट रहे. वह घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा मुंबई की टीम से खेले. इसके अलावा वो आंध्र प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, विदर्भ की टीम से भी खेले. काउंटी क्रिकेट में उन्होंने सरे की टीम का प्रतिनिधित्व किया.
बहुतुले ने 1 जनवरी 2013 को प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. जून 2014 में, उन्हें केरल क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया गया. जुलाई 2015 में वो बंगाल क्रिकेट टीम के कोच बन गए. इसके बाद फरवरी 2018 में उन्होंने IPL में राजस्थान रॉयल्स के लिए स्पिन गेंदबाजी कोच की जिम्मेदारी संभाली.
1988 में जब सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने लॉर्ड हैरिस शील्ड इंटर-स्कूल गेम में शारदाश्रम विद्यामंदिर के लिए 664 रन की अटूट ऐतिहासिक पार्टनरशिप की, तब बहुतुले सेंट जेवियर्स हाई स्कूल के गेंदबाजों में से एक थे.
कैसे अक्षर और बिश्नोई का प्रदर्शन सुधरा
अब आते हैा स्पिनर्स के परफॉरमेंस पर, 1 दिसंबर को टी20 मैच में सबसे बड़ा रोल स्पिनर्स का था. इसी वजह से टीम इंडिया जीत सकी. अक्षर पटेल ने 4-0-16-3 कमाल का बॉलिंग स्पेल किया. वहीं रवि बिश्नोई ने 4 ओवर्स में 17 रन देकर एक विकेट हासिल किया. दोनों ने कंजूसी से गेंदबाजी की. अक्षर ने तो वर्ल्ड कप 2023 फाइनल के 'प्लेयर ऑफ द मैच' रहे ट्रेविस हेड को फिरकी में फंसाकर आउट किया.
अक्षर पटेल ने विशाखापट्टनम में खेले गए पहले टी20 मैच में 4 ओवर्स में 32 रन दिए और वो विकेटहीन रहे. तिरुवनंतपुरम में उन्होंने अपने 4 ओवर्स में 25 रन देकर 1 सफलता हासिल की थी. गुवाहाटी में भी सब कुछ ठीक ही चल रहा था, लेकिन अक्षर का 19वां ओवर पिट गया. जहां उनके उस ओवर में 22 रन आए. उन्होंने उस मैच में 4 ओवर में 37 रन देकर एक विकेट हासिल किया.
रवि बिश्नोई इस सीरीज में 7 विकेट ले चुके हैं. विशाखापट्टनम में पहले मैच में उन्होंने 4 ओवर्स में 54 रन देकर 1 विकेट हासिल किया. तिरुवनंतपुरम में दूसरे मैच में रवि बिश्नोई ने वापसी की और 4 ओवर्स में 32 रन देकर 3 विकेट हासिल किए. गुवाहाटी में भी उन्होंने अपने पूरे 4 ओवर्स फेंककर 2 विकेट हासिल किए.
ऑस्ट्रेलिया के रनचेज में पेस बनाम स्पिन (रायपुर में)
पेस अटैक: 12-0-119-3 | इकोनॉमी रेट: 9.91
स्पिन: 8-0-33-4 | इकोनॉमी रेट: 4.125
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 में बेस्ट गेंदबाजी (भारतीय गेंदबाज)
4/11- रविचंद्रन अश्विन, मीरपुर, 2012
4/36- हार्दिक पंड्या, सिडनी, 2018
3/16- जसप्रीत बुमराह, विशाखापत्तनम, 2019
3/16- अक्षर पटेल, रायपुर, 2023
3 /17- अक्षर पटेल, मोहाली, 2022
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अक्षर पटेल (टी20)
मैच: 7
विकेट: 13
औसत: 13.3
इकोनॉमी रेट: 6.65
स्ट्राइक रेट: 12
पारी में बेस्ट गेंदबाजी: 3/16
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में पेसर्स ने किया निराश
कंगारू टीम के खिलाफ सीरीज में पेसर्स ने काफी निराश किया. 28 नवंबर को हुए तीसरे टी20 मैच में प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह तो बहुत ही महंगे साबित हुए, इन दोनों ने ही क्रमश: अपने कोटे के 4 ओवर्स में 68 और 44 रन लुटा दिए. प्रसिद्ध तो भारत के टी20 इंटरनेशनल इतिहास के सबसे महंगे गेंदबाज बन गए. इसके बाद इन दोनों को ही रायपुर वाले मैच से बाहर कर दिया गया. प्रसिद्ध कृष्णा पहले (4-0-50-1) और दूसरे मैच (4-0-41-3) में भी बहुत महंगे रहे.
वहीं अर्शदीप सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में 4 ओवर किए और 41 रन लुटाए, कोई विकेट नहीं मिला. अर्शदीप का दूसरे मैच में बॉलिंग फिगर 4-0-46-1 रहा. वहीं, गुवाहाटी में तीसरे मैच में इस मैच में अर्शदीप ने 4 ओवर में 44 रन दिए और महज 1 विकेट हासिल किया.
मुकेश कुमार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में अपनी शादी की वजह से तीसरा गुवाहाटी में तीसरा मैच नहीं खेल पाए थे. मुकेश विशाखापट्टनम में खेले गए पहले टी20 मैच में टीम इंडिया के सबसे इकोनॉमिकल गेंदबाज रहे. उन्होंने 4 ओवर किए और 29 रन दिए और विकेटहीन रहे. सीरीज का दूसरा मैच तिरुवनंतपुरम में खेला गया, जहां मुकेश का बॉलिंग फिगर 4-0-43- 1 था. हाल में रायपुर में खेले गए मैच में मुकेश फिर से महंगे रहे और 4 ओवर्स में 42 रन दिए.
वहीं आवेश खान को मुकेश कुमार की अनुपस्थिति में गुवाहाटी में तीसरे टी20 में शामिल किया गया. जहां उनका बॉलिंग फिगर 4-0-37-1 रहा. रायपुर में आवेश ने 4 ओवर में 33 रन देकर एक विकेट हासिल किया. वहीं रायपुर में दीपक चाहर को भी मौका दिया गया, जिन्होंने 2 विकेट जरूर लिए लेकिन 4 ओवर में 44 रन दिए.