इंग्लैंड की टीम सीमित ओवरों के फॉर्मेट में अपने मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कुलम के साथ बड़ी उम्मीद से भारत आई है. टेस्ट क्रिकेट को आक्रामक खेल (बैजबॉल) की नई परिभाषा देने वाले मैक्कुलम सीमित ओवरों के प्रारूप में भी उसे दोहराने के लक्ष्य के साथ आए हैं. लेकिन पहले ही टी20 में भारतीय स्पिनर्स के सामने उनकी बल्लेबाजी बेरंग दिखी.
टीम इंडिया के खिलाफ सीरीज के पहले ही टी20 में 7 विकेट से मिली हार से इंग्लिश कप्तान बेहद निराश हैं. उन्होंने मैच के बाद कहा कि भारतीय परिस्थितियों में स्पिनरों को खेलना चुनौती बनी रहेगी और उनके बल्लेबाजों को 5 मैचों की सीरीज में वापसी के लिए इससे निपटने का तरीका तलाशना होगा.
इंग्लैंड की टीम बुधवार को ईडन गार्डन्स पर पहले बल्लेबाजी करते हुए वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई की स्पिन तिकड़ी के सामने 132 रनों पर आउट हो गई. टीम इंडिया ने महज 12.5 ओवरों में लक्ष्य हासिल कर लिया.
बटलर ने कहा, ‘हम उस तरह का खेल नहीं खेल पाए जैसा कि खेलना चाहते थे. उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की. हमारे कुछ बल्लेबाज पहली बार उनके कुछ गेंदबाजों का सामना कर रहे थे. उनके प्रदर्शन पर गौर करना अच्छा होगा. हर कोई अच्छा खेलना चाहता है और उन पर दबाव बनाना चाहता है. हम बड़ा स्कोर बनाना चाहते हैं जिसका हम बचाव कर सकें.’
इंग्लैंड के कप्तान ने माना कि स्पिन भारत में लगातार चुनौती बनी रहेगी और उन्होंने अपनी टीम से इससे निपटने के लिए व्यक्तिगत रणनीति तैयार करने को कहा.
बटलर ने कहा, ‘हमारे पास वास्तव में अच्छे खिलाड़ी हैं और हम जानते हैं कि भारत के खिलाफ उन्हें स्पिन का काफी सामना करना पड़ेगा. हमारा मानना है कि हमें प्रत्येक मैच में कम से कम तीन स्पिनर का सामना करना पड़ेगा. हमें उन पर दबाव बनाने के लिए अपनी व्यक्तिगत रणनीति के साथ खेलना होगा.’
हार के बावजूद बटलर ने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट के अपने आक्रामक ब्रांड (बैजबॉल) से नहीं हटेगा जो 2015 से उनकी पहचान रही है. उन्होंने कहा, ‘टी20 क्रिकेट में हम हमेशा आक्रामक खेल खेलने का प्रयास करते हैं. ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि 2015 के बाद से हमारा सीमित ओवरों की क्रिकेट में खेलने का यही तरीका रहा है और हम वास्तव में कभी इससे पीछे नहीं हटे हैं.’