इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले ही टीम इंडिया को तगड़ा झटका लग चुका है. युवा ओपनर शुभमन गिल का चोट के चलते टेस्ट सीरीज में खेलना संदिग्ध है. टीम मैनेजमेंट ने पिछले हफ्ते भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) को पत्र लिखकर दो खिलाड़ियों को इंग्लैंड भेजने की मांग की थी. लेकिन बोर्ड की तरफ से अभी तक इसका कोई जवाब नहीं आया है.
बीसीसीआई को भेजे गए मेल में किसी खास खिलाड़ी के नाम का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडिक्कल ये दो खिलाड़ी हो सकते हैं. बीसीसीआई के इस चुप्पी की वजह से श्रीलंका दौरे पर गई टीम इंडिया भी असमंजस में है. रिपोर्ट के मुताबिक, 'पृथ्वी शॉ और देवदत्त पडिक्कल इस समय श्रीलंका में सीमित ओवरों की सीरीज के लिए हैं, लेकिन 26 जुलाई को दौरे की समाप्ति के बाद दोनों यूके रवाना हो सकते हैं. लेकिन इंग्लैंड में टीम प्रबंधन डरहम में बायो-बबल में जाने से पहले दोनों खिलाड़ियों को टीम में चाहता है.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है, 'बीसीसीआई ने सिर्फ 24 क्रिकेटरों को इंग्लैंड भेजा, जिनमें से चार स्टैंडबाय हैं. अभिमन्यु ईश्वरन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन क्या उन्हें जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर और स्टुअर्ट ब्रॉड के सामने उतारना ठीक रहेगा. केएल राहुल को सलामी बल्लेबाज नहीं, बल्कि मध्यक्रम में उतारा जा सकता है. इसलिए अगर गिल के बदले किसी खिलाड़ी को लाने की जरूरत है और उसके उड़ान भरने में समय लगता है, तो क्या नुकसान है?
शुभमन गिल को 'शिन स्ट्रेस फ्रैक्चर', ठीक होने में लग सकते हैं 2 महीने
गौरतलब है कि भारत के पास इंग्लैंड में पहले से ही मयंक अग्रवाल, केएल राहुल ओपनर के तौर पर मौजूद हैं. वहीं, अभिमन्यु ईश्वरन भी स्टैंडबाय ओपनर के तौर पर टीम के साथ जुड़े हुए हैं. ऐसे में दो नए खिलाड़ियों की मांग पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
पृथ्वी शॉ ने अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला था. उसके बाद से पृथ्वी टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं. दूसरी ओर, देवदत्त पडिक्कल ने अब तक भारत के लिए एक भी टेस्ट नहीं खेला है. भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की शुरुआत 4 अगस्त से हो रही है.