शनिवार से साउथ अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज का तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच रांची में खेला जाएगा. लेकिन झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए) रांची में अगली बार टेस्ट मैच की मेजबानी करने से पहले दो बार जरूर सोचेगा. इसकी वजह यह है कि अब तक 1500 टिकट ही बिके हैं, जबकि रांची में 39,000 दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम है.
झारखंड एसोसिएशन ने टिकट की कीमतें सस्ती रखी हैं. 250 रुपये खर्च कर एक दिन का खेल देखा जा सकता है. जेएससीए स्टेडियम में पांच काउंटर भी खोले गए हैं, लेकिन गुरुवार तक कुछ ही लोग टिकट खरीदने आए. टीम इंडिया ने पहले ही टेस्ट सीरीज पर कब्जा कर लिया है. उसने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के शुरुआती दोनों टेस्ट जीतकर अजेय बढ़त हासिल कर ली है.
इससे पहले सीरीज का दूसरा टेस्ट जीतकर भारत ने पुणे में इतिहास रचा था. उसने घर में लगातार 11वीं टेस्ट सीरीज जीतकर विश्व रिकॉर्ड बनाया, लेकिन उस वक्त पुणे के स्टेडियम में कुछ ही दर्शक मौजूद थे.
#TeamIndia trained at the nets at the JSCA Stadium in Ranchi ahead of the 3rd and final Test against South Africa.#INDvSA pic.twitter.com/EzB1nkI2sz
— BCCI (@BCCI) October 17, 2019
हालांकि जेएससीए ने रांची टेस्ट के लिए सुरक्षाकर्मियों को 5,000 और स्कूल, क्लब तथा एकेडमियों को 10,000 टिकट (complimentary tickets) वितरित किए हैं, इसके बावजूद रांची की तस्वीर बदलती नहीं दिख रही है.
जेएससीए के नए अध्यक्ष नफीस खान ने कहा, 'अगली बार शायद हमें टेस्ट मैच की मेजबानी करने से पहले दो बार सोचना पड़ेगा, हालांकि हम 'ना' भी नहीं कह सकते. लेकिन यह सच है कि अगर राज्य संघों ने टेस्ट क्रिकेट को अस्वीकार करना शुरू कर दिया, तो खेल का यह बड़ा प्रारूप मर जाएगा. खाली स्टैंड देखकर बहुत दुख होता है. हमें टेस्ट प्रारूप में कुछ बदलाव करने होंगे.'
जेएससीए को टेस्ट की मेजबानी के लिए बीसीसीआई से एक करोड़ रुपये मिले हैं, इसलिए वह नुकसान नहीं उठाएगा. लेकिन बीसीसीआई की अगली आम सभा में जेएससीए आधिकारिक तौर पर इस मुद्दे को उठा सकता है. बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की तरह जेएससीए अध्यक्ष भी सोचते हैं कि गुलाबी गेंद का टेस्ट एक विकल्प हो सकता है.
.@ImIshant at it in the nets 😎#INDvSA pic.twitter.com/awwI9ua3lk
— BCCI (@BCCI) October 18, 2019
हाल ही में पत्रकारों से बात करते हुए गांगुली ने कहा था, 'मैं हमेशा मानता हूं कि टेस्ट क्रिकेट को आगे बढ़ाने का तरीका दिन / रात टेस्ट (day/night Test) है. टेस्ट मैचों के दौरान स्टैंड्स खाली रह रहे हैं.'