IND vs SA, Virat Kohli: भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली के 71वें इंटरनेशनल शतक का इंतजार जारी है. पिछले महीने ही सेंचुरियन टेस्ट की दोनों पारियों में विराट कोहली सेट होने के बाद पवेलियन लौट गए थे. इन दोनों पारियों में कोहली ऑफ-स्टंप के बाहर जाने वाली गेंद पर आउट हुए थे.
अब भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने विराट कोहली को खास सलाह दी है. मांजरेकर का मानना है कि विराट हमेशा फ्रंट फुट पर बैटिंग करने की बजाय थोड़ा बैकफुट पर जाकर खेलना शुरू करें. साथ ही, मांजरेकर महान ओपनर सुनील गावस्कर की बातों से भी इत्तेफाक नहीं रखते, जिन्होंने सुझाव दिया था कि कोहली को कवर ड्राइव खेलने से परहेज करना चाहिए.
मांजरेकर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा, 'जाहिर है, एक शख्स खराब फॉर्म से गुजरने के बाद आत्मविश्वास खोना शुरू कर देता हैं और फिर सब भ्रमित हो जाते हैं. मुझे यकीन है कि ऑफ स्टंप के बाहर गेंदों को छोड़ने के बारे में उन्हें बहुत सारी सलाह आ रही है. लेकिन फिर, वह सोच रहे होंगे कि अगर वह उन गेंदों को छोड़ना शुरू कर देंगे, तो रन कहां मिलेंगे? क्योंकि कवर ड्राइव उनके मुख्य शॉट्स में से एक है.'
गौरतलब है कि सुनील गावस्कर ने मैच के बाद कहा था कि कोहली को सचिन तेंदुलकर से बात कर कवर ड्राइव नहीं खेलने को लेकर बात कर सकते हैं. सचिन तेंदुलकर 2003-04 के दौर के दौरान विराट कोहली की तरह आउट हो रहे थे. जिसके बाद सिडनी टेस्ट में उन्होंने कवर ड्राइव खेलने से परहेज किया. नतीजतन पहली पारी में तेंदुलकर ने यादगार दोहरा शतक जड़ दिया था.
मांजरेकर ने कहा, 'कुछ ऐसा जो मैंने डेढ़ साल तक देखा, वह वह तकनीक है जिस पर विराट कोहली ने भरोसा करना शुरू कर दिया है. यह आगे बढ़ने और फ्रंट फुट पर आने के बारे में है, चाहे जैसा भी हो. इससे उनकी बल्लेबाजी में काफी बाधा आ रही है. अगर आप पिछले साल उनके स्ट्राइक रेट को देखें तो डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड और सेंचुरियन टेस्ट में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में 30-40 का रहा है. यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि वह केवल फ्रंट फुट पर खेल रहे हैं.'
मांजरेकर ने बताया, 'मैं उन्हें ऑफ-स्टंप के बाहर की गेंदों को छोड़ने की सलाह नहीं दूंगा. वह केवल एक चीज कर सकते हैं कि वह फ्रंट फुट की बजाय थोड़ा बैकफुट पर आना शुरू कर दें. नहीं तो इससे गेंदबाज का काम आसान हो जाता है. यदि वह क्रीज का उपयोग करना शुरू कर देते हैं तो उन्हें बहुत सारी ढीली गेंदें मिलेंगी. अन्यथा, इन पिचों पर लंबे कद के तेज गेंदबाज गेंद को सिर्फ जोर से पटकेंगे और ये गेंदें विराट कोहली के लिए काफी खतरनाक हो जाएंगी क्योंकि वह हमेशा फ्रंट फुट का उपयोग करते हैं.'