IND vs SA T20 : दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टी20 में आक्रामक अर्धशतक जड़ने के बाद टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने अपने आलोचकों पर जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि वह ‘पारी की मांग’ के अनुसार बल्लेबाजी करते हैं. दरअसल, पिछले मैच के दौरान धीमे स्ट्राइक रेट के लिए उन्हें आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था. राहुल ने रविवार को अपने आलोचकों को चुप कराते हुए भारत की 16 रनों से जीत के दौरान 28 गेंदों में 57 रनों (स्ट्राइक रेट- 203.57) की पारी खेली.
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में एशिया कप और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तिरुवनंतपुरम में सीरीज के पहले मैच में 56 गेंदों में 51 रनों की पारी के दौरान भारतीय उप कप्तान के स्ट्राइक रेट को लेकर सवाल उठे थे.
'ज्यादा स्ट्राइक रेट से रन बनाना पारी की मांग थी'
राहुल ने मैच के बाद कहा, ‘हां, ज्यादा स्ट्राइक रेट से रन बनाना इस पारी की मांग थी. जब आप पहले बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो आप स्पष्ट रूप से परिस्थितियों का आकलन करने के लिए खुद को कुछ ओवर देना चाहते हैं. यह देखने के लिए कि आप कौन से शॉट खेल सकते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘आप अपने साथी से बात करते हैं. अपने आप को एक लक्ष्य देते हैं और फिर आप कोशिश करते हैं और उसके अनुसार खेलते हैं. हम हमेशा अधिक आक्रामक होने का प्रयास करते हैं, बहुत सारे जोखिम उठाते हैं. आज मेरे से इसी तरह की पारी की जरूरत थी और मुझे खुशी है कि मैंने यह पारी खेली.’
हम यहां तक पहुंचे हैं क्योंकि...
राहुल ने अपनी शानदार कलाई के सहारे फाइन स्क्वायर लेग पर बेहद आसानी से कुछ छक्के जड़े.उन्होंने कहा, ‘हां, हम सभी के पास कोई निश्चित उपहार होता है और इसलिए हम देश के लिए खेल रहे हैं. हम यहां तक पहुंचे हैं क्योंकि स्वाभाविक रूप से कुछ प्रतिभाएं हैं.
राहुल ने कहा, ‘यह टी20 क्रिकेट है. आपको छक्के मारने की कोशिश करने की स्थिति में आना होगा. जब गेंद 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आती है, तो आपके पास गेंद को देखने और प्रतिक्रिया करने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है, आप सहजता से हिट करते हैं. यह वर्षों के अभ्यास से होता है.’
तेज गेंदबाजों के बचाव में भी आए
राहुल भारत के उन तेज गेंदबाजों के बचाव में भी आए जिन्होंने रविवार को यहां एक बार फिर खराब प्रदर्शन किया. भारत ने 237 रनों के लक्ष्य का बचाव करते हुए दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 47 रन कर दिया था, लेकिन मेजबान टीम डेविड मिलर और क्विंटन डिकॉक के बीच 174 रनों की साझेदारी को तोड़ने में असमर्थ रही और ये दोनों टीम को यादगार जीत के करीब ले गए थे.
राहुल ने कहा, ‘अगर यह (गेंदबाजी) इतनी बड़ी चिंता होती तो मुझे नहीं लगता कि हम इतने मैच जीत पाते. हम हमेशा एक टीम के रूप में बेहतर होते रहना चाहते हैं. आज का दिन उन दिनों में से एक था जब हमारे गेंदबाज 10 में से 7 गेंदें सही नहीं डाल सकते थे, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा होता रहेगा. यह कुछ ऐसा है जिससे हमें सीखने की जरूरत है और बेहतर होना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘पिछले मैच में उन्होंने विरोधी टीम को 106 रनों पर रोक दिया था और दूसरे मैच में उन्होंने काफी रन दिए. आपको परिस्थितियों, पिच को भी ध्यान में रखना होगा.’
अपने पहले ओवर में टेम्बा बावुमा और रिली रोसेयु को तीन गेंद के भीतर आउट करने वाले अर्शदीप सिंह ने 4 ओवरों में 62 रन लुटाए, जबकि हर्षल पटेल ने इतने ही ओवरों में 45 रन खर्च किए और उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. ये दोनों विश्व कप के लिए जाने वाली टीम में शामिल हैं.
'ओस के कारण गेंदबाजों को दिक्कत हो रही थी'
राहुल ने कहा कि ओस के कारण गेंदबाजों को गेंद को पकड़ने में दिक्कत हो रही थी. उन्होंने कहा, ‘यहां आर्द्रता थी और ओस थी इसलिए गेंदबाजों के लिए गेंद को पकड़ना मुश्किल हो रहा था और जब विरोधी टीम 237 रनों का पीछा कर रही हो तो आप जानते हैं कि बल्लेबाज कड़ा रुख अपनाएंगे और हर गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश करेंगे.’