टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेली गई 5 मैचों की टी20 सीरीज 2-2 से ड्रॉ हो गई है. सीरीज का आखिरी मुकाबला 19 जून को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में होना था, जो बारिश के कारण बेनतीजा रहा. मैच में सिर्फ 3.3 ओवर का ही खेल हो सका.
सीरीज के शुरुआती दो मैच साउथ अफ्रीका ने जीते. उसके बाद भारतीय टीम ने लगातार दो मुकाबले जीते थे. बता दें कि पांचों मैचों में कप्तान ऋषभ पंत ने टॉस हारा और टीम इंडिया को सभी मैचों में पहले बैटिंग करनी पड़ी थी. रोहित शर्मा और केएल राहुल की गैरमौजूदगी में इस सीरीज के लिए पंत को कप्तानी सौंपी गई थी.
यह सीरीज भले ही ड्रॉ हो गई हो, लेकिन इसमें भारतीय टीम बहुत कुछ पाया भी है. इस सीरीज को इस साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के ट्रायल के तौर पर भी देखा जा रहा था. यदि वाकई इस नजरिये से देखा जाए, तो भारतीय टीम को काफी कुछ सीखने को मिला है. आइए 5 पॉइंट्स से जानते हैं कि आखिर इस सीरीज से टीम इंडिया को मिला क्या है?
हार्दिक और दिनेश के तौर पर बेस्ट फिनिशर
इस सीरीज के साथ काफी समय बाद ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या और दिनेश कार्तिक ने वापसी की थी. हार्दिक चोट से उबरे हैं, जबकि दिनेश ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के दम पर तीन साल बाद टीम में वापसी की. सीरीज में दोनों ही प्लेयर्स ने बेस्ट फिनिशर की भूमिका निभाई है. भारतीय टीम ने जो दो मुकाबले जीते हैं, उनमें से एक में दिनेश ने 27 बॉल पर 55 रनों की पारी खेली थी.
इसी चौथे मुकाबले में हार्दिक ने 31 बॉल पर 46 रन जड़े थे. सीरीज में हार्दिक पंड्या ने 4 पारियों में 117 रन और दिनेश कार्तिक ने भी इतनी ही पारियों में 92 रन बनाए. इस तरह इस सीरीज से भारतीय टीम को हार्दिक और दिनेश के रूप में दो बेस्ट फिनिशर भी मिले हैं.
ओपनिंग में ऋतुराज-ईशान की जोड़ी
इस सीरीज में ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ की शानदार ओपनिंग जोड़ी भी देखने को मिली है. तीसरा मुकाबला जो भारतीय टीम ने जीता, उसमें इन दोनों ने 97 रनों की ओपनिंग पार्टनरशिप की थी. दोनों ने इस मैच में फिफ्टी भी जमाई थी. सीरीज में ईशान ने 5 पारियों में सबसे ज्यादा 206 रन बनाए. गायकवाड़ ने इतनी ही पारियों में 96 रन जड़े हैं.
हालांकि रेग्युलर कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल के आने के बाद शायद ही ईशान और ऋतुराज की ओपनिंग जोड़ी को टीम इंडिया में मौका मिले. मगर इस सीरीज में इन दोनों ने शानदार प्रदर्शन किया है. इस लिहाज से कह सकते हैं कि टीम इंडिया को एक विकल्प के तौर पर नई ओपनिंग जोड़ी जरूर मिल गई है.
ऋषभ पंत की कप्तानी का आकलन
विराट कोहली के बाद 35 साल के रोहित शर्मा को तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाया गया है. उनसे भी ज्यादा समय तक कप्तानी की उम्मीद नहीं कर सकते हैं. माना जा रहा है कि 2023 वनडे वर्ल्ड कप के बाद कप्तान बदला जाएगा. ऐसे में भावी कप्तान के रूप में बीसीसीआई की नजरें ऋषभ पंत, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और हार्दिक पंड्या पर टिकी हुई हैं. श्रेयस की उम्मीद अब कम ही नजर आ रही है.
मगर साउथ अफ्रीका सीरीज के 5 मैचों में कप्तानी से ऋषभ पंत की लीडरशिप का आकलन भी हो गया है. हालांकि पंत IPL में दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते नजर आते हैं. मगर साउथ अफ्रीका सीरीज से इंटरनेशनल दबाव भी झेलने की काबिलियत का आकलन हुआ है. पांचों मैचों में टॉस हारने के बावजूद पंत ने अच्छी टक्कर दी. शुरुआती दो मैच हारने के बाद वापसी कराई और फिर दो मैच जीतकर सीरीज बराबर करा दी. उन्होंने दबाव में भी कुछ अच्छे फैसले लिए हैं. हालांकि कुछ फैसलों की और उनकी फिटनेस की आलोचना भी हुई है.
हर्षल के साथ भुवी का कमबैक
इस सीरीज में अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और हर्षल पटेल ने अपनी शानदार फॉर्म के साथ कमबैक किया है. सीरीज में हर्षल ने सबसे ज्यादा 7 और उनके बाद भुवी ने 6 विकेट लिए. मगर भुवनेश्वर को प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया है.
For his impressive bowling performance against South Africa, @BhuviOfficial bags the Payer of the Series award. 👏👏#TeamIndia | #INDvSA | @Paytm pic.twitter.com/gcIuFS4J9y
— BCCI (@BCCI) June 19, 2022
टारगेट डिफेंड करने का माइंड सेट
जैसा की मैंने ऊपर बताया है कि इस सीरीज के पांचों मैचों में भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बैटिंग ही की है. ऐसे में उसे शुरुआती दो मुकाबले में हार झेलनी पड़ी थी, लेकिन इसके बाद भारतीय टीम ने टारगेट डिफेंड करने वाला माइंड सेट डेवलप किया. यही वजह है कि तीसरे और चौथे मैच में भारतीय टीम ने पहले बैटिंग करने के बावजूद मैच जीत लिया.
यही माइंट सेट भारतीय टीम को इस साल ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भी काम आ सकता है. पिछली बार वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय टीम टारगेट डिफेंड नहीं कर सकी थी और 10 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी.