दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज रासी वान डेर डुसेन खुश हैं कि उन्होंने अपने स्वीप शॉट का अच्छा नमूना पेश करके पहले वनडे मैच में भारतीय स्पिनरों की लय बिगाड़ने में भूमिका निभाई. वान डर डुसेन के नाबाद 129 रन और कप्तान टेम्बा बावुमा के साथ उनकी 204 रनों की साझेदारी से दक्षिण अफ्रीका ने यह मैच 31 रनों से जीता.
वान डेर डुसेन ने बुधवार को मैच समाप्त होने के बाद कहा, ‘जब मैंने क्रीज पर कदम रखा तब स्कोर तीन विकेट पर 68 रन था. गेंद थोड़ा टर्न ले रही थी और इसलिए मैं जानता था कि मुझे स्वीप शॉट खेलने होंगे. आम तौर पर यहां का विकेट काफी धीमा होता है. मैंने रिवर्स स्वीप खेलने का भी प्रयास किया. मैंने उन पर (भारतीय स्पिनरों) दबाव बनाने की कोशिश की.’
वान डेर डुसेन ने इससे पहले टेस्ट सीरीज में आखिरी दो मैचों में लक्ष्य का पीछा करते हुए अहम योगदान दिया था, जिससे निश्चित तौर पर उनका आत्मविश्वास बढ़ा. उन्होंने कहा, ‘टेस्ट मैचों में दबाव की परिस्थितियों में दो बार लक्ष्य हासिल करने का मतलब था कि हम एक टीम के रूप में विश्वास से भरे थे. कुल मिलाकर यह बल्लेबाजों के लिए अच्छा दिन रहा.’
वान डेर डुसेन ने युजवेंद्र चहल और रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ अच्छी तरह से स्वीप शॉट खेले, जिसका श्रेय उन्होंने नेट्स पर कड़े अभ्यास तथा धीमी गति के गेंदबाजों को खेलने के लिए अपने कौशल में निखार को दिया.
उन्होंने कहा, ‘पार्ल में परिस्थितियां आमतौर पर स्पिनरों और धीमी गेंदबाजों के अनुकूल होती हैं. जिस तरह से हमने वेस्टइंडीज में टी20 सीरीज से लेकर श्रीलंका में सीरीज और टी20 विश्व कप तक अपने खेल कौशल को निखारा उसका फायदा मिला.’
वान डेर डुसेन ने कहा, ‘दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को तेज गेंदबाजों पर हावी होने के लिए जाना जाता है, लेकिन हमने स्पिनरों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करने के लिये लगातार कड़ी मेहनत की जिससे बहुत मदद मिली.’