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त्रिकोणीय वनडे सीरीज में भारत-ऑस्ट्रेलिया दावेदार

मौजूदा विश्व चैम्पियन भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हो रही त्रिकोणीय सीरीज खेलने उतरेगी तो आईसीसी विश्व कप से ठीक पहले उसके पास खुद को ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर वनडे क्रिकेट मैचों के अनुकूल खुद को ढालने का अच्छा मौका रहेगा. इंग्लैंड की टीम कुछ ही दिन पहले ऑस्ट्रेलिया पहुंची है और अभ्यास मैचों में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद त्रिकोणीय सीरीज में उसके विजेता रहने की उम्मीदें कम ही है.

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टीम इंडिया की फाइल फोटो
टीम इंडिया की फाइल फोटो

मौजूदा विश्व चैम्पियन भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के साथ शुरू हो रही त्रिकोणीय सीरीज खेलने उतरेगी तो आईसीसी विश्व कप से ठीक पहले उसके पास खुद को ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर वनडे क्रिकेट मैचों के अनुकूल खुद को ढालने का अच्छा मौका रहेगा. इंग्लैंड की टीम कुछ ही दिन पहले ऑस्ट्रेलिया पहुंची है और अभ्यास मैचों में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद त्रिकोणीय सीरीज में उसके विजेता रहने की उम्मीदें कम ही है.

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इससे पहले भारत के खिलाफ घरेलू सीरीज में टेस्ट सीरीज जीतने के बाद इंग्लैंड वनडे सीरीज गंवा बैठा, जिसके कारण एलिस्टर कुक को न सिर्फ कप्तानी गंवानी पड़ी, बल्कि विश्व कप टीम से भी उन्हें बाहर रखा गया. कुक की जगह अनुभवी विकेटकीपर/बल्लेबाज इयान मोर्गन को इंग्लैंड टीम का नेतृत्व सौंपा गया है, हालांकि अभी उन्हें अपनी नेतृत्व क्षमता साबित करनी है.

30 जनवरी तक चलने वाली छह मैचों की इस सीरीज में तीनों टीमें चार-चार मैच खेलेंगी. भारत का नेतृत्व जहां उसके सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी संभालेंगे, वहीं माइकल क्लार्क के चोटिल होने के कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान जॉर्ज बेली के हाथों में रहेगी.

भारतीय टीम पिछले एक महीने से ऑस्ट्रेलिया में मौजूद है और काफी हद तक वहां के वातावरण के अनुकूल ढल चुकी है, जबकि इंग्लैंड की टीम हाल ही में वहां पहुंची है. भारतीय टीम को भले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की सीरीज में 0-2 से हार मिली, लेकिन सीरीज बल्लेबाजों के लिए बेहद सफल रही.

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इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों के सामने नेतृत्व की चुनौती है, ऐसे में भारतीय टीम के जीतने की संभावनाएं प्रबल दिख रही हैं. इससे पहले भारत इंग्लैंड में भी टेस्ट सीरीज हारने के बाद वनडे सीरीज में जबरदस्त वापसी करने में सफल रहा था और बल्लेबाजों का मौजूदा फॉर्म निश्चित तौर पर आशा जगाने वाला है.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में और इंग्लैंड के पिछले दो अभ्यास मैचों में ऑस्ट्रेलिया की पिचों ने जैसा चरित्र दिखाया है, उससे त्रिकोणीय सीरीज में भी बल्लेबाजों का प्रदर्शन जीत में अहम भूमिका निभाने वाली साबित हो सकती है.

भारत के लिए प्रचंड फॉर्म में चल रहे उप-कप्तान विराट कोहली, धैर्य पूर्वक खेल रहे अजिंक्य रहाणे, वनडे क्रिकेट में दो बार दोहरा शतक लगाने का कीर्तिमान रच चुके रोहित शर्मा, खुद कप्तान धोनी अहम योगदान दे सकते हैं.

ऑस्ट्रेलिया के लिए बीती टेस्ट सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले स्टीवन स्मिथ, डेविड वार्नर और शेन वाटसन पर धुरंधर बल्लेबाजी की जिम्मेदारी रहेगी, वहीं ग्लेन मैक्सवेल भी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की क्षमता रखते हैं. लेकिन कप्तान बेली, एरॉन फिंच और विकेटकीपर/बल्लेबाज ब्रैड हेडिन अच्छे टच में नहीं चल रहे हैं.

ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज भी रन रोकने में असफल ही साबित हुए हैं, जो वनडे क्रिकेट में बेहद जरूरी हो चला है. वहीं भारत के लिए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन आखिरी के ओवरों में भी किफायती गेंदबाजी की क्षमता रखते हैं. तीनों देशों के लिए यह सीरीज इसलिए भी बेहद अहम है, क्योंकि इसके ठीक बाद वर्ल्ड कप शुरू होना है, जो ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ न्यूजीलैंड की धरती में भी आयोजित होगा.

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- इनपुट IANS से

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