केदार जाधव (नॉटआउट 105), मनीष पांडे (71) और स्टुअर्ट बिन्नी (नॉटआउट 18, 55/3) की तिकड़ी के दम पर टीम इंडिया ने मंगलवार को जिंबाब्वे के खिलाफ लगातार तीसरा मैच जीतकर वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप किया.
जाधव ने करियर की बेस्ट पारी खेलते हुए नॉटआउट 105 रन बनाए जिसकी मदद से भारत ने टॉप ऑर्डर के पतन से उबरते हुए पांच विकेट पर 276 रन बनाए. जाधव ने मनीष पांडे (77) के साथ पांचवें विकेट के लिए 144 रन की साझेदारी करके भारत को 270 रन के पार पहुंचाया. जवाब में जिंबाब्वे की टीम 42.4 ओवर में 193 रन पर आउट हो गई.
अकेले दम पर लड़े चिबाबा
चामू चिबाबा ने 82 रन बनाए लेकिन उन्हें दूसरे छोर से साथ नहीं मिला, इस सीरीज में मेजबान टीम के सबसे कामयाब बल्लेबाज चिबाबा ने 109 गेंद की अपनी पारी में सात चौके जड़े. जिंबाब्वे ने हालांकि छठे ही ओवर में हैमिल्टन मसाकद्जा (7) का विकेट गंवा दिया जो मोहित शर्मा की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए. चिबाबा और रेगिस चकाबवा (27) ने दूसरे विकेट के लिए 70 रन जोड़े. चताबवा को अक्षर पटेल ने 23वें ओवर में आउट किया जबकि कप्तान एल्टन चिगुंबुरा को मुरली विजय ने पवेलियन भेजा.
बिन्नी की बढ़िया गेंदबाजी
विकेटकीपर रिचमंड मुत्तुमबामी (22) के आउट होने के बाद जिंबाब्वे की वापसी की उम्मीदों पर पानी फिर गया. उन्हें स्टुअर्ट बिन्नी ने आउट किया. बिन्नी ने 55 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि मोहित, अक्षर और हरभजन सिंह को दो-दो विकेट मिले. इससे पहले एक समय पर भारत के चार विकेट 82 रन पर गिर गए थे लेकिन जाधव और पांडे ने मिलकर पारी को संभाला. स्टुअर्ट बिन्नी (18) ने छठे विकेट के लिए जाधव के साथ 50 रन की नॉटआउट साझेदारी की.
पांडे ने अपनी पारी में 86 गेंदों का सामना करके चार चौके और एक छक्का लगाया जबकि जाधव ने 87 गेंद की पारी में 12 चौके और एक छक्का जड़ा. इन दोनों के अलावा रॉबिन उथप्पा (31) ने भी उपयोगी पारी खेली.
टीम इंडिया की 'बकवास' शुरुआत
बल्लेबाजी के लिए भेजी गई टीम इंडिया की शुरुआत बहुत खराब रही. सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे (15) और मुरली विजय (13) सस्ते में आउट हो गए. सलामी बल्लेबाज नेविले मेडजिवा ने दो अहम विकेट लिए जिससे आठवें ओवर में भारत का स्कोर दो विकेट पर 33 रन था. उनके अलावा चामू चिबाबा, हैमिल्टन मसाकद्जा और प्रॉस्पर उत्सेया ने एक एक विकेट लिए. भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने में काफी दिक्कतें आई. उथप्पा ने काफी कोशिश की लेकिन रनरेट तेज नहीं कर सके. उन्होंने 44 गेंद में 31 रन बनाए.
फिर फेल हुए तिवारी
मनोज तिवारी (10) एक बार फिर नाकाम रहे. पांडे और जाधव ने हालांकि पारी को संभाला और कुछ शानदार शाट्स लगाए. दूसरी ओर जिंबाब्वे के फील्डरों ने कई कैच छोड़े, जाधव को तीन जीवनदान मिले. पांडे के आउट होने के बाद बिन्नी ने जाधव का बखूबी साथ देते हुए आठ गेंद में 18 रन बनाए जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल था.