भारत ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में जीत दर्ज करने से मात्र एक विकेट दूर है. 521 रनों के पहाड़ जैसे लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड की टीम ने तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन 311 रनों पर 9 विकेट गंवा दिए. मेजबान टीम को मैच जीतने के लिए अभी भी 210 रन और बनाने हैं और पुछल्लों की आखिरी जोड़ी क्रीज पर है.
टीम इंडिया ने मौजूदा टेस्ट मैच में इंग्लैंड के अब तक 19 विकेट चटकाए हैं. मजेदार आंकड़ा यह है कि फील्डर केएल राहुल और विकेटकीपर ऋषभ पंत ने इनमें से 14 विकेट खुद ही निपटा दिए.
इंग्लैंड में 32 साल बाद सबसे बड़ी जीत से सिर्फ 1 विकेट दूर टीम इंडिया
दरअसल, राहुल ने 7 कैच पकड़े और विकेट के पीछे ऋषभ पंत ने भी इतने ही शिकार किए. राहुल और ऋषभ फील्ड में अपने करामाती प्रदर्शन से रिकॉर्ड बुक में शामिल हो गए है. टेस्ट क्रिकेट में किसी भी एक टीम के दो खिलाड़ियों द्वारा एक ही मैच में 7-7 कैच लपकने का यह वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
दूसरी तरफ इंग्लैंड में 518 टेस्ट मैचों में पहली बार एक टेस्ट में 7 कैच पकड़ने वाले पहले फील्डर केएल राहुल बन गए हैं. उधर, टेस्ट मैच में डेब्यू कर रहे ऋषभ पंत 7 शिकार करने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं. नरेन तम्हाणे, किरण मोरे, नयन मोंगिया, नमन ओझा ने अपने पहले टेस्ट में 5-5 शिकार किए थे.
टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करते हुए सबसे पहले 7 शिकार करने की उपलब्धि ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर गिल लैंगले ने 1951 में हासिल की थी. उन्होंने ब्रिस्बेन टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ 7 शिकार (3 कैच 4 स्टंप) किए थे.
इसी कड़ी में विकेटकीपर एर्टी डिक-न्यूजीलैंड, एलन नॉट-इंग्लैंड, सलीम यूसुफ-पाकिस्तान, चमारा दुनुसिंघे-श्रीलंका और पीटर नेविल-ऑस्ट्रेलिया के नाम शामिल हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट में 7-7 शिकार किए.
विकेटकीपर ब्रायन टेबर (ऑस्ट्रेलिया, 1966) और क्रिस रीड (इंग्लैंड, 1999) ने अपने डेब्यू टेस्ट में सर्वाधिक 8-8 शिकार करने का रिकॉर्ड रखते हैं.