पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिस्बाह उल हक ने इस साल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट रिश्ते बहाल करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि क्रिकेट मैचों को दोनों पड़ोसी देशों के राजनीतिक रिश्तों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए.
राजनीति और क्रिकेट को अलग रखें
मिस्बाह ने कहा कि दोनों देशों के बीच राजनैतिक और कूटनीतिक रिश्तों में उतार चढ़ाव हमेशा आता रहेगा और क्रिकेट से जुड़े मसले इनसे नहीं जोड़े जाने चाहिए. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि पाकिस्तान और भारत को नियमित तौर पर द्विपक्षीय सीरीज में एक दूसरे से खेलना चाहिए तथा क्रिकेट को इन दोनों देशों के बीच संपूर्ण राजनीतिक रिश्तों से नहीं जोड़ा जाना चाहिए.'
भारत-पाक को आपस में नियमित खेलना चाहिए
इस सीनियर बल्लेबाज ने कहा कि क्रिकेट संबंध सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है और दोनों देशों के लोग भी चाहते हैं कि क्रिकेट मैच नियमित तौर पर खेले जाने चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं इस साल पाकिस्तान और भारत के क्रिकेट रिश्तों की बहाली का पुरजोर समर्थक हूं. यह दोनों देशों के खेलों और खिलाडि़यों के लिये अच्छा है.'
भारत के खिलाफ खेलकर लेंगे संन्यास
आपको बता दें कि मिसबाह ने हाल में कहा था कि वह भारत के खिलाफ खेलकर अपने करियर का अंत करना चाहते हैं. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि भारत के खिलाफ इस साल दिसंबर में सीरीज होगी. इन दोनों देशों के क्रिकेट बोर्ड के बीच जिस समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं उसके अनुसार पाकिस्तान को दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात में भारत की मेजबानी करनी है लेकिन अभी भारतीय बोर्ड ने इस श्रृंखला को लेकर सकारात्मक जवाब नहीं दिया है.
इनपुट: भाषा