श्रीलंका के खिलाफ गॉल में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच के पहले ही दिन शिखर धवन ने तो शानदार 190 रनों की तूफानी पारी तो खेली ही, लेकिन उनके साथ-साथ टीम इंडिया की दीवार माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने भी अपने बल्ले का जौहर दिखाया. चेतेश्वर पुजारा ने एक बार फिर अपनी क्लास और संयम का लोहा मनवाते हुए शानदार शतक जड़ा. चेतेश्वर पुजारा ने 12वीं बार टेस्ट क्रिकेट में शतकीय पारी खेली.
आइए एक नजर डालते हैं चेतेश्वर पुजारा की शतकीय पारी की 3 बड़ी बातों पर...
वीरेंद्र सहवाग की बराबरी
गॉल टेस्ट में शतक जड़ते ही चेतेश्वर पुजारा ने वीरेंद्र सहवाग की बराबरी कर ली है. गॉल में खेले जा रहे टेस्ट मैच में पुजारा ने अपने टेस्ट करियर का 12वां शतक जड़ा. ये कारनामा उन्होंने 49वें टेस्ट मैच में किया. चेतेश्वर पुजारा भारत की ओवर से 49 टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे नंबर पर हैं. पहला नंबर सुनील गावस्कर का आता है, जिन्होंने 49 टेस्ट में 19 शतक जड़ दिए थे. 13 शतक लगाकर दूसरे नंबर पर विराट कोहली हैं. वहीं वीरेंद्र सहवाग ने 49 टेस्ट में 12 शतक पूरे किए थे और पुजारा ने उनकी बराबरी कर ली.
विदेश में तीसरा शतक
गॉल में शतक जमाते ही चेतेश्वर पुजारा के विदेश में तीन शतक पूरे हो गए. चेतेश्वर पुजारा भले ही टेस्ट क्रिकेट में 12 शतक जमा चुके हों लेकिन विदेश में उनके बल्ले से सिर्फ 3 ही शतक निकले हैं. दो शतक उन्होंने श्रीलंका में बनाए हैं और एक शतक पुजारा ने साउथ अफ्रीका में लगाया है.
धवन के साथ रिकॉर्ड साझेदारी
टीम इंडिया ने अभिनव मुकुंद के रूप में पहला विकेट जरूर जल्दी गंवा दिया लेकिन इसके बाद शिखर धवन ने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 253 रनों की मैराथन साझेदारी कर डाली.
शिखर धवन ने इस साझेदारी में 148 गेंद में 176 रनों का योगदान दिया और पुजारा ने 74 रन बनाए. श्रीलंका के खिलाफ ये टीम इंडिया की ओर से दूसरे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है. इससे पहले साल 2009 में मुंबई टेस्ट में सहवाग और द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिए श्रीलंका के खिलाफ 237 रन जोड़े थे.