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मुट्ठी में मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया से आज हिसाब बराबर करेगी टीम इंडिया

टीम इंडिया मेलबर्न में जीत के करीब है. ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 133 रन बनाए. उसकी बढ़त सिर्फ दो रन की है और बचे हैं कुल जमा 4 बल्लेबाज. 

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india vs australia 2nd test match
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स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीम इंडिया मेलबर्न में जीत के करीब है
  • ऑस्ट्रेलिया की बढ़त सिर्फ दो रन की है
  • पहले टेस्ट में हार गई थी टीम इंडिया

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 4 टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. टीम इंडिया आज ऑस्ट्रेलिया से एडिलेड टेस्ट का हिसाब बराबर करने उतरेगी. ऑस्ट्रेलिया की टीम लड़ते, लड़खड़ाते किसी तरह पारी की हार से तो बच चुकी है, लेकिन उसकी बढ़त सिर्फ दो रन की है और बचे हैं कुल जमा 4 बल्लेबाज. 

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अपनी हार को एक और दिन के लिए टालने के अलावा उसे कोई राहत नहीं थी क्योंकि तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी पूरी तरह से बिखरी नजर आई और बिखेरने की शुरुआत की उमेश यादव ने. 4 रन पर पहला विकेट खोने के बाद ऑस्ट्रेलिया किसी तरह 42 रन तक तो पहुंचा लेकिन फिर भारतीय गेंदबाजों के गदर के सामने 100 रन होने से पहले ही उसके 6 बल्लेबाजों को पेवेलियन लौटना पड़ा.

ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 133 रन बनाए हैं और वह भारत से केवल दो रन आगे है. भारत ने कप्तान अजिंक्य रहाणे (112) के आकर्षक शतक और रवींद्र जडेजा (57) के अर्धशतक की मदद से अपनी पहली पारी में 326 रन बनाकर 131 रनों की बढ़त हासिल की थी. ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 195 रन बनाए थे.

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एडिलेड टेस्ट में मिली थी करारी शिकस्त

चार टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम 8 विकेट से हार गई थी. एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में 53 रनों की बढ़त लेने वाली भारतीय टीम दूसरी पारी में महज 36 रन पर ढेर हो गई. ऑस्ट्रेलिया के सामने मैच जीतने के लिए 90 रन का टारगेट था. ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट पर 93 रन बनाकर मैच जीत लिया.

सचिन ने खराब अंपायरिंग पर उठाए सवाल

भारत के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने ICC से डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) में अंपायर्स कॉल के क्लॉज पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि इसे दोबारा देखने की जरूरत है. सचिन ने कहा, 'खिलाड़ी रिव्यू इसलिए लेते हैं, क्योंकि वह मैदानी अंपायर के फैसले से खुश नहीं होते हैं. आईसीसी को डीआरएस को दोबारा देखने की जरूरत है, खासकर अंपायर्स कॉल के लिए.' सचिन ने कहा, 'अंपायर्स कॉल क्लॉज बॉल ट्रेकिंग टेक्नोलॉजी में तब आता है जब मामला काफी कीरीबी हो और फैसला मैदानी अंपायर के फैसले को बनाए रखता है.'


 

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