भारत ने बुधवार को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में हुए तीसरे और आखिरी वनडे मैच में बांग्लादेश को 77 रनों से हरा दिया. हालांकि शुरुआती दो मैच जीतकर बांग्लादेश ने पहले ही सीरीज पर कब्जा जमा लिया था. भारत से मिले 318 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की पूरी टीम 47 ओवरों में 240 रनों पर ढेर हो गई.
मैन ऑफ द मैच बने रैना
21 गेंदों में 38 रनों की तेज तर्रार पारी खेलने के बाद सबसे ज्यादा तीन विकेट चटकाने वाले सुरेश रैना को 'मैन ऑफ द मैच'
चुना गया, जबकि सीरीज में 13 विकेट चटकाने वाले और बांग्लादेश की जीत में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले मुस्तफिजुर
रहमान को 'प्लेयर ऑफ द सीरीज' चुना गया.
शुरुआती झटके के बाद संभला बांग्लादेश
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश को दूसरे ओवर में ही तमीम इकबाल (5) के रूप में पहला झटका लगा. धवल कुलकर्णी
की गेंद पर इकबाल एलबीडब्ल्यू आउट होकर पवेलियन लौटे. इसके बाद सौम्य सरकार (40) और लिट्टन दास (34) ने दूसरे
विकेट के लिए 54 रनों की साझेदारी कर टीम को स्थिरता दी. दोनों बल्लेबाजों ने सात से ज्यादा के औसत से यह
साझेदारी निभाई, हालांकि यह साझेदारी खतरनाक रूप ले पाती उससे पहले ही कुलकर्णी ने भारत को दूसरी सफलता
दिला दी.
अश्विन ने कराई मैच में वापसी
10वें ओवर की दूसरी गेंद पर सरकार रविचंद्रन अश्विन को कैच थमा पवेलियन लौटे. सरकार ने 34 गेंदों में तेज हाथ दिखाते
हुए पांच चौके और दो छक्के लगाए. लिट्टन ने एक बार फिर मुशफिकुर रहीम (24) के साथ तीसरे विकेट के लिए 50 रनों की
साझेदारी कर बांग्लादेश को संकट में जाने से बचा लिया. इस बीच कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए
रैना को बुलाया और रैना ने अपने दूसरे ही ओवर में मुशफिकुर को चलता कर भारत को अपेक्षित सफलता दिला दी. मुशफिकुर
का कैच विकेट के पीछे धोनी ने लपका.
लड़खड़ाई बांग्लादेशी पारी
इसके बाद अक्षर पटेल ने शानदार गेंदबाजी करते हुए एक छोर संभालकर लंबे समय से टिककर खेल रहे लिट्टन की गिल्लियां
बिखेर दीं. लिट्टन ने 50 गेंदों का सामना कर तीन चौके लगाए. इसके बाद बांग्लादेश के स्टार खिलाड़ी शाकिब अल हसन (20)
और शब्बीर रहमान (43) के बीच पांचवें विकेट के लिए 30 रनों की और रहमान और नासिर हुसैन (32) के बीच छठे विकेट के
लिए 49 रनों की साझेदारी हुई.
रैना ने जहां शाकिब को कुलकर्णी के हाथों कैच करा पवेलियन की राह दिखाई, वहीं रहमान को स्टुअर्ट बिन्नी ने 197 के स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर दिया. रहमान ने 38 गेंदों में छह चौके लगाए. रहमान के जाने के बाद बांग्लादेश टीम दबाव में आ गई और अगले 14 ओवरों में 43 रन जोड़कर बांग्लादेश के बचे हुए चार बल्लेबाज भी पवेलियन लौट गए. रैना के अलावा अश्विन और कुलकर्णी ने दो-दो, जबकि बिन्नी, अक्षर और रायडू ने एक-एक विकेट हासिल किए.
शिखर और धोनी की बढ़िया बल्लेबाजी
इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने बांग्लादेश के सामने 318 रनों का लक्ष्य रखा. कप्तान धोनी
(69) और अंबाती रायडू (44) के बीच चौथे विकेट के लिए हुई 93 रनों की साझेदारी ने टीम इंडिया को बड़े स्कोर की ओर ले
जाने में अहम भूमिका निभाई. सुरेश रैना ने 21 गेंदों में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से तेजतर्रार 38 रनों की अहम
पारी खेली.
शुरुआती दो मैच हारकर सीरीज गंवाने के बाद सम्मान बचाने उतरी टीम इंडिया को पहला झटका सातवें ओवर की आखिरी गेंद पर लगा, जब सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा (29) मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर विकेटकीपर लिट्टन दास को कैच थमा बैठे.
रोहित ने 29 गेंदों की पारी में दो चौके और एक छक्का लगाया. इस सीरीज में तीसरी बार मुस्तफिजुर ने रोहित को पवेलियन भेजा. इसके बाद सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (75) का साथ निभाने आए विराट कोहली (25) ने दूसरे विकेट के लिए 75 रनों की साझेदारी कर टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. शाकिब अल हसन ने 20वें ओवर में कोहली की गिल्लियां बिखरे दीं और बांग्लादेश को दूसरी सफलता दिलाई.
धोनी का बल्ला चमका
पिछले मैच की तरह इस बार भी धोनी ने बैटिंग ऑर्डर में ऊपर चौथे नंबर पर उतरने का फैसला लिया और धवन के साथ
तीसरे विकेट के लिए 42 गेंदों में 44 रनों की साझेदारी की. इससे पहले कि यह साझेदारी ज्यादा खतरनाक होती, मेजबान टीम
के कप्तान मशरफे मुर्तजा ने धवन को नासिर हुसैन के हाथों कैच कराकर भारत को तीसरा झटका दे दिया. धवन ने 73 गेंदों
की पारी में 10 चौके लगाए.
धवन के पवेलियन लौटने के बाद हालांकि रायडू और धोनी ने बड़ी साझेदारी कर टीम इंडिया को स्थिरता दी. धोनी ने 77 गेंदों की पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया. स्टुअर्ट बिन्नी 11 गेंदों में दो चौकों की मदद से 17 रन बनाकर अंत तक नॉटआउट रहे. बांग्लादेश की ओर से मशरफे मुर्तजा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट झटके. पिछले दो मैचों में कुल 11 विकेट हासिल कर चुके मुस्तफिजुर ने दो सफलताएं हासिल कीं.