भारतीय टीम इस समय बांग्लादेश दौरे पर है जहां उसका प्रदर्शन काफी खराब रहा है. रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को वनडे सीरीज में पहले दो मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. इस हार के चलते भारतीय टीम वनडे सीरीज गंवा चुकी है और उसपर अब क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है.
बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज में हार के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की आलोचना हो रही है. अब 1983 का विश्व कप टीम के सदस्य मदन लाल ने टीम इंडिया को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. मदनलाल ने कहा कि खिलाड़ियों में देश के लिए खेलने का जुनून नहीं दिख रहा है.
मदनलाल ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'निश्चित रूप से यह भारतीय टीम सही दिशा में आगे नहीं बढ़ रही. मैंने पिछले कुछ समय में टीम में वो जज्बा नहीं देखा. मैंने पिछले दो सालों में उनमें जोश नहीं देखा. वे भारतीय टीम की तरह बिल्कुल नहीं लग रहे हैं. उनमें देश के लिए खेलने के जुनून की कमी साफ दिख रही है. या तो वे बहुत थके हुए हैं या फिर वे बस लय में बह रहे थे. यह गंभीर चिंता का विषय है.'
खिलाड़ियों की फिटनेस सवालों के दायरे में
इस साल लगातार चोटों से जूझ रहे तेज गेंदबाज दीपक चाहर दूसरे वनडे में अपने कोटे के ओवर भी नहीं डाल सके. भारतीय टीम फिटनेस संबंधित मुद्दों से जूझ रही है. इसी कड़ी में स्टार तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और ऑराउंडर रवींद्र जडेजा भी चोट के कारण टीम से बाहर हैं.
खिलाड़ियों के फिटनेस मुद्दों की ओर इशारा करते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को कहा था कि आधे फिट खिलाड़ियों को मैदान पर उतारना सही नहीं है. मदनलाल ने कहा कि अगर कप्तान यह कह रहा है तो कहीं न कहीं कुछ गलत है. उन्होंने कहा, 'इसके लिए कौन जिम्मेदार है? क्या इसके लिए ट्रेनर जिम्मेदार हैं? अनफिट खिलाड़ी क्यों जा रहे हैं? आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हो और नतीजा आपके सामने है.'
क्या कहा था रोहित शर्मा ने?
रोहित ने दूसरे मुकाबले के बाद कहा था, 'हमें काफी चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है. हमें थोड़ा साहस दिखाना होगा और मौका का फायदा उठाना होगा. खिलाड़ियों की चोट निश्चित रूप से चिंता बढ़ाने वाली है. हो सकता है कि यह ज्यादा क्रिकेट खेलने की वजह से हो रहा हो. हमें खिलाड़ियों के वर्कलोड को मॉनिटर करना होगा. आधे फिट खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरना सही नहीं है.'