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बांग्लादेशी 'शेरों' से भिड़ने को तैयार टीम इंडिया

बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को टीम इंडिया की असली अग्निपरीक्षा होगी. मेजबान टीम जहां यह मैच जीतकर सीरीज जीतना चाहेगी वहीं टीम इंडिया जीत के साथ सीरीज में वापसी के लिए सबकुछ दांव पर लगा देगी.

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बांग्लादेशी 'शेरों' से भिड़ने को तैयार टीम इंडिया
बांग्लादेशी 'शेरों' से भिड़ने को तैयार टीम इंडिया

मीरपुर बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को टीम इंडिया की असली अग्निपरीक्षा होगी. मेजबान टीम जहां यह मैच जीतकर सीरीज जीतना चाहेगी, वहीं टीम इंडिया जीत के साथ सीरीज में वापसी के लिए सबकुछ दांव पर लगा देगी.

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तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में 79 रन की शिकस्त के बाद भारत पर बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार वनडे सीरीज गंवाने का खतरा मंडरा रहा है. इसके अलावा पहले मैच में रन लेने के दौरान हुए विवाद के कारण कप्तान धोनी को अपनी 75 प्रतिशत मैच फीस भी गंवानी पड़ी.

आसान नहीं होगी टीम इंडिया की वापसी
भारत की वापसी की राह हालांकि आसान नहीं होगी क्योंकि बांग्लादेश ने पिछले कुछ समय में लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में टीम ने अंतिम-आठ में जगह बनाने के बाद मशरेफ मुर्तजा की अगुआई में पाकिस्तान को घरेलू सरजमीं पर वनडे सीरीज में 3-0 से हराया था.

बांग्लादेश ने इसके बाद पहले वनडे में भारत की मजबूत टीम को हराकर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. इसके अलावा कप्तान धोनी की फॉर्म पिछले कुछ समय से काफी अच्छी नहीं चल रही और हाल के समय में उनकी ‘कैप्टन कूल’ की छवि को भी नुकसान पहुंचा है. धोनी को खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए कि पदार्पण कर रहे विरोधी टीम के गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान को टक्कर मारने के लिए ‘लेवल दो’ के अपराध के कारण उन पर दो मैचों का बैन नहीं लगा जिससे उनके लिए सीरीज खत्म हो जाती. धोनी ने अपनी 75 प्रतिशत मैच फीस गंवाई लेकिन अब उन्हें देखना होगा कि उनकी बल्लेबाजी में क्या गलत हो रहा है.

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धोनी की फॉर्म से बढ़ी चिंता
वर्ल्ड कप में जिंबाब्वे की कमजोर टीम के खिलाफ 85 रन की पारी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में हार के दौरान 65 रन की पारी के अलावा धोनी पिछले कुछ समय में प्रभावी प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं. आंकड़ें बताते हैं कि 2011 वर्ल्ड कप जीत के बाद पिछले चार साल में बाएं हाथ के स्पिनरों के खिलाफ धोनी का स्ट्राइक रेट लगभग 66 तक गिर गया है. इसके अलावा जब बाएं हाथ का गेंदबाज गेंदबाजी कर रहा होता है तो धोनी को बाउंड्री लगाने के लिए 32 गेंद की जरूरत पड़ती है और यही कारण है कि वह शाकिब अल हसन के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे. इसके अलावा धोनी को सुनिश्चित करना होगा कि टीम एकजुट होकर प्रदर्शन करे जिससे कि उलटफेर की किसी भी आशंका को खत्म किया जा सके.

इस बीच एक बार फिर बारिश के खलल की आशंका है और ऐसे में टीम इंडिया मैच पूरा होने की उम्मीद कर रही होगी जिससे कि सीरीज में बराबरी हासिल कर सके. शिखर धवन पहले मैच में नाकाम रहे लेकिन पिछले कुछ समय में उनकी फॉर्म अच्छी रही है और बाएं हाथ का यह बल्लेबाज फतुल्लाह में एकमात्र टेस्ट के प्रदर्शन को दोहराना चाहेगा जहां उन्होंने बड़ा शतक लगाया था.

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कोहली भी आउट ऑफ फॉर्म
रोहित शर्मा वनडे में बड़ी पारियां खेलने में सक्षम हैं और वह पहले मैच की तरह अच्छी लय में आने के बाद आउट होना नहीं चाहेंगे. टेस्ट कप्तान विराट कोहली का वनडे में रिकॉर्ड शानदार है लेकिन पिछले कुछ समय से उनकी फॉर्म अच्छी नहीं है और उन्हें लय में आने के लिए एक बड़ी पारी की जरूरत है. अजिंक्य रहाणे भी अपने दिन धोनी और कोहली की तरह विरोधी टीम के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं और उनकी नजरें पहले मैच की नाकामी से पार पाने पर टिकी होंगी.

गेंदबाजों का क्या करें धोनी?
धोनी के लिए हालांकि यह सुनिश्चित करना सबसे अहम होगा कि उनके गेंदबाज पिछले मैच की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करें. खासकर तेज गेंदबाज जिनके खिलाफ बांग्लादेश के टॉप ऑर्डर ने आसानी से रन बटोरे थे. उमेश यादव पिछले कुछ समय से लगातार टीम का हिस्सा हैं लेकिन इसके बावजूद उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी है. पहले मैच में भारत को उनकी खराब लाइन और लेंथ का खामियाजा भुगतना पड़ा था.

मोहित शर्मा पिछले कुछ समय से तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में धोनी की पसंद रहे हैं लेकिन पहले मैच में पांच ओवर से कम में ही उन्होंने 50 रन से अधिक लुटा दिए थे. भुवनेश्वर कुमार की गति में कमी ने भी धोनी की परेशानी बढ़ा दी है. यह तेज गेंदबाज पहले 130 किमी प्रतिघंटा से अधिक की गति से गेंद फेंकता था जबकि अब वह 125 के आसपास की गति से गेंदबाजी कर रहा है. ऐसे में टीम के मुख्य स्ट्राइक गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन पर बोझ काफी बढ़ जाता है.

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अश्विन और कुछ हद तक सुरेश रैना की गेंदबाजी के कारण ही भारत बांग्लादेश को 307 रन के स्कोर तक रोकने में सफल हो पाया क्योंकि एक समय लग रहा था कि मेजबान टीम 350 रन के आस पास पहुंचेगी. पिछले कुछ समय में वनडे टीम के रूप में बांग्लादेश में काफी सुधार हुआ है और उसके पास युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है.

बांग्लादेश की टीम लाजवाब
शाकिब अल हसन, मुशफिकुर रहीम, तमीम इकबाल और कप्तान मशरेफ मुर्तजा की अनुभवी चौकड़ी से टीम को काफी उम्मीद है जबकि सलामी बल्लेबाज सौम्य सरकार और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान ने भी प्रभावित किया है.

टीमें इस प्रकार हैं
भारत- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, विराट कोहली, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू, रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, मोहित शर्मा, स्टुअर्ट बिन्नी और धवल कुलकर्णी.

बांग्लादेश- मशरेफ मुर्तजा (कप्तान), तमीम इकबाल, सौम्य सरकार, मोमीनुल हक, मुशफिकुर रहीम, शाकिब अल हसन, शब्बीस रहमान, नासिर हुसैन, अराफात सनी, तास्किन अहमद, रूबेल हुसैन, रोनी तालुकदार, मुस्तफिजुर रहमान और लिट्टन दास.

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