scorecardresearch
 

India vs Bangladesh Harmanpreet Kaur: DRS रहता तो नहीं मचता बवाल, अंपायर्स ने भी बिगाड़ा टीम इंडिया का खेल!

भारत-बांग्लादेश की महिला टीमों के बीच हुई टी20 और वनडे सीरीज के लिए DRS उपलब्ध नहीं था. यदि डीआरएस रहता, तो शायद तीसरे वनडे के दौरान बवाल नहीं होता. यही नहीं इस सीरीज के लिए न्यूट्रल अंपायर्स का इस्तेमाल नहीं किया गया था. सभी मैचों में फील्ड और टीवी अंपायर बांग्लादेश के ही थे.

Advertisement
X
Harmanpreet Kaur
Harmanpreet Kaur

भारत और बांग्लादेश की महिला टीमों के बीच खेला गया वनडे सीरीज का तीसरा मुकाबला विवादों से भरपूर रहा था. टाई पर छूटे उस मुकाबले में बांग्लादेशी अंपायरों ने कुछ ऐसे फैसले दिए, जिसका खामियाजा भारतीय टीम को भुगतना पड़ा. खराब अंपायरिंग के चलते भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर काफी खफा हो गईं. पहले तो उन्होंने मैच के दौरान गुस्से में स्टम्प पर बल्ला मारा. फिर मैच की समाप्ति के बाद उन्होंने बांग्लादेशी अंपायरों को जमकर खरी खोटी सुनाई.

Advertisement

चौंकाने वाली बात यह थी कि भारत-बांग्लादेश के बीच हुई टी20 और वनडे सीरीज के लिए DRS (निर्णय समीक्षा प्रणाली) उपलब्ध नहीं था. यदि डीआरएस रहता, तो शायद ये पूरा बवाल नहीं होता. आपको बता दें कि बांग्लादेश-भारत के बीच हुए सभी छह मुकाबलों का टीवी पर लाइव प्रसारण नहीं हुआ. बांग्लादेश क्रिकेट के यूट्यूब चैनल के जरिए ही फैन्स मुकाबलों का आनंद ले पाए.

सीरीज के लिए नहीं रखे गए न्यूट्रल अंपायर्स

यही नहीं बांग्लादेश-भारत सीरीज के लिए न्यूट्रल अंपायर का इस्तेमाल नहीं किया गया था. सभी मैचों में फील्ड अंपायर और टीवी अंपायर बांग्लादेश के ही थे. ऐसे में उनकी निष्पक्षता पर भी सवाल उठ रहे हैं. उदाहरण के लिए तीसरे वनडे के दौरान हरमनप्रीत ने नाहिदा अख्तर के गेंद पर स्वीप शॉट खेलने की कोशिश की थी, लेकिन वह मिस कर गईं. ऐसे में बांग्लादेशी प्लेयर्स ने उनके खिलाफ LBW की अपील की, जिस पर अंपायर ने बगैर देरी किए उन्हें आउट करार दिया. बड़ी बात ये है कि अंपायर ने हरमन के कैच होने तक का भी इंतजार नहीं किया. उस बॉल पर हरमन कैच आउट हो सकती थीं, लेकिन अंपायर ने उन्हें LBW आउट दे दिया. खराब अंपायरिंग से निराश हरमन ने बल्ले को स्टम्प पर दे मारा.

Advertisement

तीसरे वनडे के दौरान बांग्लादेशी अंपायर का सबसे विवादास्पद निर्णय तो आखिरी ओवर में रहा. उस ओवर में भारत को जीत के लिए तीन रन बनाने थे. पहली दो गेंदों पर एक-एक रन बना, वहीं तीसरी गेंद पर मेघना सिंह को विवादास्पद तरीके से विकेट के पीछे कैच आउट दे दिया. जेमिमा रोड्रिग्स और मेघना दोनों इस कैच के फैसले से नाखुश दिखीं. दोनों भारतीय खिलाड़ियों का मानना था कि गेंद बल्ले का किनारा नहीं लिया है. यदि उस मौके पर डीआरएस रहता तो शायद मैदानी अंपायर का फैसला पलट सकता था.

भारतीय कप्तान ने यूं की बांग्लादेशी अंपायरों की आलोचना

मुकाबले की समाप्ति के बाद भारत के कप्तान ने मैदानी अंपायरों मुहम्मद कमरुज्जमां और तनवीर अहमद की जमकर आलोचना की थी. हरमनप्रीत ने कहा, 'उन्होंने (बांग्लादेश) वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी की. वे दौड़कर रन चुरा रहे थे. जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमने खेल को बहुत अच्छी तरह से नियंत्रित किया, लेकिन जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया बेहद खराब अंपायरिंग से मैच का रुख बदल गया. हम अंपायरों द्वारा दिए गए कुछ फैसलों से वास्तव में निराश हैं.'

हरमनप्रीत ने कहा, 'उन्होंने (बांग्लादेश) वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की, स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी की. वे दौड़कर रन चुरा रहे थे. जब हम बल्लेबाजी कर रहे थे तो हमने खेल को बहुत अच्छी तरह से नियंत्रित किया, लेकिन जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया बेहद खराब अंपायरिंग से मैच का रुख बदल गया. हम अंपायरों द्वारा दिए गए कुछ फैसलों से वास्तव में निराश हैं.'

Advertisement


 

Advertisement
Advertisement