बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड को भारत के हाथों पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-4 से हार झेलनी पड़ी. भारतीय धरती पर इंग्लिश टीम की यह लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज हार रही. दूसरी ओर भारतीय टीम की अपने घर पर ये लगातार 17वीं टेस्ट सीरीज जीत रही. भारत ऐसी पहली टीम बन गई है, जिसने अपने घर पर लगातार 17 टेस्ट सीरीज में विजय हासिल की.
इंग्लैंड का बैजबॉल हुआ तहस-नहस
इंग्लैंड की टीम जब भारत आई थी, तो बैजबॉल की काफी चर्चा हो रही थी. इंग्लिश खिलाड़ी इस रणनीति के दम पर भारतीय टीम को टेस्ट सीरीज में मात देने का ख्वाब देखने लगे थे. शुरुआती टेस्ट मैच में तो इंग्लैंड ने भारत को पराजित कर दिया, लेकिन उसके बाद अंग्रेजों की उम्मीदों पर पानी फिरता चला गया. पहले वाइजैग... फिर राजकोट, रांची और धर्मशाला में इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति फुस्स हो गई.
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— BCCI (@BCCI) March 10, 2024
चाहे बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी या फील्डिंग... तीनों डिपार्टमेंट में भारतीय खिलाड़ी अंग्रेजों पर बीस साबित हुए. पूरी सीरीज में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने ज्यादातर समय आक्रामक शॉट्स मारने के प्रयास में अपने विकेट गंवाए. जबकि भारतीय विकेट्स पर आक्रामकता के साथ संयम की काफी जरूरी होती है. यदि इंग्लिश बल्लेबाज सूझबूझ भरा क्रिकेट खेलते, तो शायद यह सीरीज काफी रोमांचक होती. इंग्लैंड की सीरीज हार में इन 5 खिलाड़ियों का अहम रोल रहा.
1. बेन स्टोक्स: इस सीरीज में इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स का प्रदर्शन काफी खराब रहा. स्टोक्स खासकर भारतीय स्पिनर्स के सामने बुरी तरह फ्लॉप रहे. स्टोक्स ने 10 पारियों में 199 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल रहा. स्टोक्स का एवरेज 19.9 का रहा और उन्होंने सिर्फ 367 गेंदों का सामना किया. चौंकाने वाली बात यह रही कि स्टोक्स ने भारतीय गेंदबाज कुलदीप यादव की तुलना में सिर्फ 5 गेंदें ज्यादा खेलीं. साथ ही स्टोक्स ने अपनी टीम के स्पिनर टॉम हार्टले से सिर्फ 14 रन ज्यादा बनाए.
2. बेन डकेट: ओपनर बल्लेबाज बेन डकेट ने बैजबॉल को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते नजर आए थे, लेकिन उनका बल्ले से प्रदर्शन बेहद खराब रहा. डकेट की 153 रनों की पारी को छोड़ दिया जाए, तो बाकी इनिंग्स में उनका बल्ला खामोश रहा. डकेट ने 10 पारियों में 34.3 के एवरेज से सीरीज में 343 रन बनाए. डकेट का स्ट्राइक रेट (85.75) जरूर शानदार रहा.
3. जॉनी बेयरस्टो: मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो अपने खेल से ज्यादा विवादों में रहे. धर्मशाला टेस्ट मैच के दौरान बेयरस्टो की शुभमन गिल और सरफराज खान से बहस हो गई थी. बेयरस्टो ने 10 पारियों में 23.80 की खराब औसत से 238 रन बनाए. बेयरस्टो इस सीरीज में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए.
4. ओली पोप: इंग्लिश बल्लेबाजी की धुरी माने जाने वाले ओली पोप ने अपने फैन्स को काफी निराश किया. पोप ने जरूर हैदराबाद टेस्ट मैच में 196 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी, लेकिन उसके बाद वह एक अर्धशतक तक नहीं लगा पाए. इंग्लैंड के उप-कप्तान पोप ने इस सीरीज में 31.5 के एवरेज से 315 रन बनाए.
5. मार्क वुड: तेज गेंदबाज मार्क वुड ने इंग्लिश फैन्स को काफी निराश किया. वुड ने इस सीरीज में कुल पांच पारियों में 4 विकेट लिए. चौंकाने वाली बात यह है कि वुड ने ये चारों विकेट एक ही पारी में लिए. बाकी की चार इनिंग्स में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला. भारतीय बल्लेबाजों ने वुड की जमकर क्लास लगाई.
ब्रैंडन मैक्कुलम की कोचिंग और बेन स्टोक्स की कप्तानी में इंग्लैंड की यह पहली सीरीज हार रही. मैक्कुलम को मई 2022 में इंग्लैंड की टेस्ट टीम का हेड कोच बनाया गया था. मैक्कुलम की कोचिंग में इंग्लैंड टीम ने टेस्ट फॉर्मेट में भी तेजी से खेलना शुरू किया. मैक्कुलम अपने समय में जब क्रिकेट खेलते थे तो वो अपने आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते थे. तब उनका निकनेम 'बैज' था. इसी निकनेम के साथ 'बॉल' को जोड़ते इंग्लिश टीम ने 'BazBall' शब्द निकाला. यानी इसका मतलब ब्रैंडन मैक्कुलम का निकनेम और उनके खेलने के अंदाज से है.
भारत Vs इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का ऐसा रहा परिणाम
1st टेस्ट: 25-29 जनवरी, हैदराबाद (इंग्लैंड 28 रनों से जीता)
2nd टेस्ट: 2-6 फरवरी, विशाखापत्तनम (भारत 106 रनों से जीता)
3rd टेस्ट: 15-19 फरवरी, राजकोट (भारत 434 रनों से जीता)
4th टेस्ट: 23-27 फरवरी, रांची (भारत 5 विकेट से जीता)
5th टेस्ट: 7-11 मार्च, धर्मशाला (भारत की पारी और 64 रनों से जीत)