scorecardresearch
 

पिछले 2 साल में ऐसे हैं अश्विन-जडेजा के आंकड़े, इसलिए किया 'बाहर'

कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल के रहते टीम इंडिया का स्पिन डिपार्टमेंट बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. ऐसे में अश्विन और जडेजा का टीम में वापस आना मुश्किल हो गया है.

Advertisement
X
जडेजा-अश्विन
जडेजा-अश्विन

Advertisement

रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की चयनकर्ताओं ने लगातार तीसरी बार अनदेखी की है. ऑस्ट्रेलिया के बाद अब न्यूजीलैंड के विरुद्ध घरेलू सीरीज में दोनों को टीम से बाहर रखा गया है. समझा जा रहा है कि अब यह फिरकी जोड़ी सीमित ओवरों के क्रिकेट में कप्तान और चयनकर्ताओं की पसंद के दायरे से बाहर हो चुकी हैं.

कुलदीप यादव, अक्षर पटेल और युजवेंद्र चहल के रहते टीम इंडिया का स्पिन डिपार्टमेंट बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. ऐसे में अश्विन और जडेजा का टीम में वापस आना मुश्किल हो गया है. अश्विन ने भी पिछले दिनों एक इंटरव्यू में स्वीकार किया था कि उनकी वापसी आसान नहीं होगी. आंकड़े भी अश्विन और जडेजा के प्रदर्शन पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सीमित ओवरों के प्रारूप की बात की जाए, तो पिछले दो साल में ये दोनों टीम इंडिया के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं साबित हुए हैं.

Advertisement

अश्विन दो साल में महज 10 विकेट

पिछले दो साल में ऑफ स्पिनर अश्विन 11 वनडे में 10 विकेट ही ले पाए हैं. 2016 में अश्विन को दो वनडे में दो विकेट मिले. उनका इकोनॉमी रेट 6.73 का रहा. जबकि 2017 में अश्विन 9 वनडे में 8 विकेट ही निकाल पाए. उनका इकोनॉमी रेट 5.73 का रहा.

हालांकि टी-20 इंटरनेशल में अश्विन थोड़े बेहतर रहे. 2016 में उन्होंने 17 मुकाबलों में 23 विकेट चटकाए, जबकि 2017 में वे एक ही टी-20 (वेस्टइंडीज के खिलाफ) खेल पाए हैं, जिसमें उन्हें विकेट नहीं मिल पाया.

जडेजा दो साल में महज 11 विकेट

उधर, लेफ्ट आर्म स्पिनर जडेजा पिछले दो साल में 15 वनडे खेले और 11 विकेट ही ले पाए हैं. 2016 में जडेजा को 5 वनडे में 3 विकेट मिले. उनका इकोनॉमी रेट 5.35 का रहा. जबकि 2017 में जडेजा 10 वनडे में 8 विकेट ही निकाल पाए. उनका इकोनॉमी रेट 5.22 का रहा.

टी-20 इंटरनेशल की बात करें, तो जडेजा ने 2016 में 17 वनडे खेलकर 23 विकेट चटकाए, जबकि 2017 में वे एक ही टी-20 (वेस्टइंडीज के खिलाफ) खेल पाए हैं, जिसमें उन्हें विकेट नहीं मिल पाया.

चैंपियंय ट्रॉफी में रहे फ्लॉफ, बनी बड़ी वजह

इसी साल जून में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में अश्विन और जडेजा की स्पिन जोड़ी कोई कमाल नहीं दिखा पाई थी. अश्विन उस टूर्नामेंट के दौरान तीन मैचों में सिर्फ एक विकेट ही ले पाए थे. उनकी गेंदबाजी औसत भी 5.75 की रही.

Advertisement

जडेजा भी 5 मैचों में 5.92 की औसत से रन चुकाए और 4 विकेट ही ले पाए. और तो और फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ दोनों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था. दोनों ने 18 ओवरों में 137 रन दिए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला.

Advertisement
Advertisement