आईसीसी वर्ल्ड कप-2019 का पहला सेमीफाइनल भारत-न्यूजीलैंड के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड में हो रहा है. मंगलवार को भारी बारिश के चलते यह मुकाबला रिजर्व डे (बुधवार) में पहुंच चुका है. रिजर्व डे पर भी बारिश का खतरा है, लेकिन टीम इंडिया के लिए यह कोई पहला मौका नहीं है जब उसके सामने ऐसे हालात आए हों. 2002 के आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में भी ऐसे ही हालात उभर आए थे. उस वक्त टीम इंडिया श्रीलंका के साथ फाइनल में भिड़ी थी. इस मुकाबले में भी बारिश ने किरकिरी की थी.
कोलंबो में आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी-2002 के फाइनल में भारत-श्रीलंका को संयुक्त विजेता घोषित किया गया था. इस मैच में श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 227/7 बनाए थे. इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया ने 8.4 ओवरों में एक विकेट खोकर 38 रन बना लिए थे, लेकिन इसके बाद बारिश शुरू हो गई और उस दिन मैच नहीं हो पाया. फिर मैच को रिजर्व डे में डाला गया, लेकिन उस दिन भी बारिश के चलते मैच नहीं हो पाया, जिसके बाद भारत-श्रीलंका को संयुक्त विजेता घोषित किया गया.
मैनचेस्टर में बारिश के आसार
एक्यूवेदर डॉट कॉम के मुताबिक, बुधवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और मैनचेस्चर में बारिश के पूरे आसार हैं. मैनचेस्टर में भारतीय समयानुसार दोपहर 3.30 बजे आसमान में घने बादल होने का अनुमान है. 4.30 बजे के करीब बारिश के आसार बन रहे हैं. इसके बाद 9.30 बजे फिर बारिश खेल में खलल डाल सकती है. इस बीच आसमान में काले बादल छाए रह सकते हैं और रुक-रुककर बारिश की छींटे पड़ सकती हैं.
पॉइंट टेबल में टॉप पर है इंडिया
बुधवार को भी अगर मैनचेस्टर में एक भी बॉल नहीं डाली जाती है तो टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर है. क्योंकि टीम इंडिया, लीग मैच की प्वाइंट्स टेबल में नंबर वन है. यहां टॉपर होने का फायदा टीम इंडिया को फाइनल की टिकट दिलवा सकता है. क्योंकि नेट रनरेट, प्वाइंट्स के हिसाब से टीम इंडिया काफी आगे है.