दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज के पहले दो वनडे हारने के बाद टीम इंडिया ने सीरीज भी गंवा दी है. केपटाउन में तीसरे वनडे के लिए भारतीय टीम ने गेंदबाजी में कई बदलाव किए. टीम मैनेजमेंट ने भुवनेश्वर कुमार, शार्दुल ठाकुर और रविचंद्रन अश्विन को बाहर कर दीपक चाहर, युवा प्रसिद्ध कृष्णा और जयंत यादव को मौका दिया है. टीम मैनेजमेंट के इस फैसले से विश्व कप की तैयारियों को लेकर एक झलक तो मिल गई है.
तैयार करना है गेंदबाजों का पूल
लगातार लय से बाहर भुवनेश्वर कुमार की जगह दीपक चाहर का तीसरे वनडे में खेलना लगभग तय माना जा रहा था. इसके अलावा रविचंद्रन अश्विन का दक्षिण अफ्रीका दौरे में उम्मीदों के विपरीत प्रदर्शन उनकी वनडे टीम में वापसी पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं. टीम इंडिया के तीसरे वनडे में सेलेक्शन पर भविष्य की एक झलक दिखती नजर आई. टीम इंडिया को 2023 विश्व कप से पहले 23 वनडे मुकाबले खेलने हैं. टी-20 विश्व कप की वजह से टीमें वनडे फॉर्मेट में अभी ज्यादा ध्यान नहीं दे रही हैं.
ऐसे में इतने कम मौकों में विश्व कप की तैयारियां टीम इंडिया समेत कई और टीमों के लिए मुश्किल नजर आती हैं. टीम इंडिया ने तीसरे वनडे में गेंदबाजी अटैक बदलकर अपने कुछ खिलाड़ियों की रिप्लेसमेंट और बैकअप तैयार करने की तरफ इशारा किया है. रविचंद्रन अश्विन की वनडे टीम में वापसी कितनी सफल होती है वह आगे आने वाले वक्त में पता चलेगा, वहीं भुवनेश्वर कुमार पर टीम का क्या रुख होता है वह अगले आने वाली कुछ सीरीज में सामने होगा. प्रसिद्ध कृष्णा और दीपक चाहर जैसे गेंदबाजों को मौका मिलना इन सीनियर गेंदबाजों को भी एक संकेत है.
नए विकल्प भी हैं मौजूद
जल्द ही टीम इंडिया कुलदीप यादव की तरफ भी दोबारा वापसी कर सकती है. युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की सफल जोड़ी को लेकर कई पूर्व खिलाड़ी भी मांग उठा चुके हैं. युवा स्पिनर रवि बिश्नोई भी सेलेक्टर्स की नजर में हैं उन्हें भी टीम मैनेजमेंट जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट में उतार सकता है.
गेंदबाजी के साथ-साथ टीम इंडिया को मध्यक्रम के बेहतर खिलाड़ियों को भी तलाशना है. दक्षिण अफ्रीका में टीम की हार का एक बड़ा कारण कमजोर मध्यक्रम ही रहा है. ऐसे में श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत के साथ नंबर 6 और 7 पर मजबूत दावेदार की तलाश होनी चाहिए.