Ind Vs Sa, 3rd ODI Match: साउथ अफ्रीका में इतिहास रचने के इरादे से पहुंची टीम इंडिया सब कुछ लुटा कर लौट रही है. रविवार को खेले गए वनडे सीरीज के आखिरी मैच में भारतीय टीम हार गई और इसी के साथ टीम इंडिया ने 0-3 से इस सीरीज को भी गंवा दिया. टीम इंडिया पहले ही 1-2 से टेस्ट सीरीज भी गंवा चुकी थी.
तीसरे वनडे के आखिरी के कुछ ओवर्स में दीपक चाहर ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और एक वक्त पर ऐसा लगा कि टीम इंडिया इस मुकाबले को जीत सकती है. लेकिन दीपक चाहर आउट हुए और सारी उम्मीद टूट गई.
दीपक चाहर जब बैटिंग करने आए तब टीम इंडिया संकट में थी, लेकिन उन्होंने आते ही पूरी तस्वीर बदल दी थी. दीपक चाहर ने सिर्फ 34 बॉल पर 54 रन बना दिए, अपनी इस पारी में दीपक चाहर ने 5 चौके और 2 छक्के मारे.
🚨 RESULT | #PROTEAS WON BY 4 RUNS
— Cricket South Africa (@OfficialCSA) January 23, 2022
An absolute nail-biter to end a fantastic #BetwayODISeries and tour🤩
Thank you @BCCI for an amazing series during a chaotic time👏 we looking forward to seeing you again soon😬 #SAvIND #BePartOfIt pic.twitter.com/4QK5uMWTDH
कब-कब भारत ने करवाया सूपड़ा साफ?
भारत के वनडे इतिहास में ये पांचवीं बार है, जब टीम इंडिया ने किसी वनडे सीरीज में अपना सूपड़ा साफ करवाया है. इस सीरीज से पहले 2020 में भी न्यूजीलैंड से भारत 0-3 से सीरीज हार गया था.
0-5 बनाम वेस्टइंडीज़ 1983
0-5 बनाम वेस्टइंडीज़ 1989
0-3 बनाम श्रीलंका 1997
0-3 बनाम न्यूजीलैंड 2020
0-3 बनाम साउथ अफ्रीका 2022
That's that from the final ODI. South Africa win by 4 runs and take the series 3-0.
— BCCI (@BCCI) January 23, 2022
Scorecard - https://t.co/dUN5jhH06v #SAvIND pic.twitter.com/lqrMH4g0U9
बेदम दिखी टीम इंडिया की बैटिंग
साउथ अफ्रीका ने तीसरे वनडे मैच में भारत को 288 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन कप्तान केएल राहुल (9 रन) एक बार फिर यहां पर फेल दिखाई दिए और जल्दी ही चले गए. विराट कोहली (65 रन), शिखर धवन (61 रन) के बीच एक साझेदारी जरूर हुई लेकिन जैसे ही धवन आउट हुए मानो पूरी टीम इंडिया ही ढह गई.
ऋषभ पंत (0 रन) एक बार फिर अपनी ही लापरवाही का शिकार हुए, उनके बाद आए श्रेयस अय्यर (26 रन), सूर्यकुमार यादव (39 रन) भी मौके को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए.
बॉलिंग यूनिट बदलना काम आया, लेकिन रन भी लुटे
टीम इंडिया ने तीसरे मैच में बॉलिंग यूनिट को बदल दिया. रविचंद्रन अश्विन, शार्दुल ठाकुर और भुवनेश्वर कुमार को इस मैच में बाहर बैठाया गया. उनकी जगह जो बॉलर आए, उनके बदौलत पहली बार इस सीरीज में साउथ अफ्रीका को ऑलआउट किया. हालांकि, साउथ अफ्रीका की ओर से क्विंटन डी कॉक ने शानदार पारी खेली और 124 रन बनाए. भारत के खिलाफ डि कॉक का ये छठा शतक था.
भारत की ओर से दीपक चाहर, जसप्रीत बुमराह ने दो-दो विकेट लिए. जबकि प्रसिद्ध कृष्णा तीन विकेट लेने में कामयाब रहे, स्पिनर में युजवेंद्र चहल को एक विकेट मिला लेकिन जयंत यादव कोई कमाल नहीं कर सके. हालांकि, कोई बॉलर रन रोकने में कामयाब नहीं रहा और हर किसी ने करीब 6 की औसत से ही रन लुटाए.
इतिहास रचने वाले दौरे पर डूबी लुटिया
गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका दौरे से पहले ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया यहां पर टेस्ट और वनडे सीरीज जीतकर इतिहास रच देगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. पहले टीम इंडिया ने 1-2 से टेस्ट सीरीज गंवाई और अब अफ्रीका तो क्लीन स्वीप ही हो गया.
कप्तान रोहित शर्मा का इस दौरे पर ना होना टीम इंडिया के लिए भारी साबित हुआ. केएल राहुल कप्तानी का दबाव नहीं झेल पाए और इसी का असर उनकी बल्लेबाजी पर भी देखने को भी मिला. साथ ही फील्ड पर एग्रेशन, बॉलिंग चेंज में भी कमियां देखने को मिलीं.