वनडे और टी-20 फॉमेट में टीम इंडिया लंबे समय से एक ऑलराउंड की तलाश में जुटी हुई है. टीम मैनेजमेंट इस रोल के लिए कई खिलाड़ियों को आजमा चुका है. कुछ खिलाड़ियों को फिटनेस और कुछ को निरंतर अच्छा प्रदर्शन न कर पाने की वजह से टीम को नंबर 6-7 के लिए लगातार बदलाव करने पड़ रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले 2 वनडे में वेंकटेश अय्यर और रविचंद्न अश्विन और तीसरे वनडे में दीपक चाहर को मौका दिया गया था.
पिछले साल IPL और घरेली क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद टीम में जगह बनाने वाले वेंकटेश अय्यर पर बतौर ऑलराउंडर सवाल उठने भी शुरू हो गए हैं. भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य मदन लाल ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता वेंकटेश अय्यर बतौर ऑलराउंडर भारतीय टीम के लिए सफल हो पाएंगे. अय्यर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोनों वनडे मुकाबलों में फेल साबित हुए थे.
बतौर ऑलराउंडर वेंकटेश की टीम में जगह मुश्किल
1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य मदन लाल ने कहा, 'नंबर 5 और नंबर 6 पर बल्लेबाजी और साथ में गेंदबाजी के लिए मुझे नहीं लगता कि वह सफल हो पाएंगे. मैंने उनकी गेंदबाजी भी देखी. लेकिन वह असरदार नजर नहीं आए. मेरे हिसाब से वह ज्यादा से ज्याद 2-3 ओवर की गेंदबाजी ही कर सकते हैं. उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर भी ज्यादा काम नहीं किया है. ऐसे में अगर आपको लगता है कि वह बतौर ऑलराउंडर टीम में खेल सकते हैं तो वह काफी मुश्किल होगा.'
कोलकाता के लिए IPL में शानदार प्रदर्शन करने वाले वेंकटेश अय्यर को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे टीम में जगह नहीं मिली है. टीम इंडिया के वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम सेलेक्शन के बाद कई लोगों ने अय्यर को सिर्फ 2 वनडे के बाद ही टीम से बाहर करने पर सवाल खड़े किए थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ अय्यर को सिर्फ टी-20 सीरीज में मौका मिला है. वेंकटेश अय्यर टीम इंडिया के लिए बतौर बल्लेबाज विश्व कप की तैयारियों में आगे नजर आ सकते हैं.
टीम इंडिया ने शार्दुल ठाकुर, दीपक हुड्डा के साथ कुछ स्पिन ऑलराउंडर विकल्प भी तलाशने शुरू कर दिए हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए दीपक हुड्डा और वॉशिंटगटन सुंदर को भी मौका मिला है.