टीम इंडिया का वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा. वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर-1 पर काबिज भारत को आखिरी टी20 मुकाबले में आठ विकेट से हार झेलनी पड़ी. रविवार (13 अगस्त) को फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने वेस्टइंडीज को जीत के लिए 166 रनों का टारगेट दिया था, जिसे उसने 12 गेंद बाकी रहते हासिल कर लिया. इस हार के साथ ही हार्दिक पंडया की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने टी20 सीरीज को 2-3 से गंवा दिया.
हार्दिक पंड्या ने लिए अटपटे फैसले
टी20 सीरीज में हार के बाद हार्दिक पंड्या की कप्तानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं. देखा जाए तो हार्दिक ने इस टी20 सीरीज में कई अटपटे फैसले लिए. स्पिनर अक्षर पटेल किसी मैच में बॉलिंग की शुरुआत करते दिखाई दिए, वहीं किसी मैच में उन्हें गेंदबाजी करने का मौका तक नहीं मिला. विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और खुद कप्तान हार्दिक पंड्या की बैटिंग पोजीशन तय नहीं दिखी. हार्दिक साथी तेज गेंदबाज मुकेश कुमार का भी सही ढंग से इस्तेमाल करने में असफल रहे. पांचवें टी20 मैच में वह पहला ओवर किसी स्पिनर से करा सकते थे, लेकिन वह खुद गेंदबाजी करने के लिए आ गए.
कप्तानी में IPL जैसा टच नहीं दिखा
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में हार्दिक पंड्या की कप्तानी में काफी पैनापन दिखाई देता है. बतौर कप्तान उन्होंने गुजरात टाइटन्स (GT) को लगातार दो आईपीएल सीजन के फाइनल में पहुंचाया/ एक मौके पर तो उनकी टीम टाइटल जीतने में सफल रही. आईपीएल में हार्दिक अपने खिलाड़ियों पर काफी भरोसा जताते हैं और वो एक गेमप्लान के तहत फील्ड पर उतरते हैं. गुजरात टाइटन्स के लिए खेलते समय हार्दिक की बैटिंग पोजीशन तय रहती है और वह खुद को भी काफी बैक करते हैं. आईपीएल में शानदार कप्तानी के चलते ही हार्दिक की लीडरशिप पर बोर्ड ने भरोसा जताया था. लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज में हार्दिक की कप्तानी में चमक गायब दिखी.
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आखिरी टी20 मैच में हार्दिक पंड्या की कप्तानी से तो फैन्स को काफी निराशा हुई. हार्दिक ने शुरुआती 13 ओवरों तक अक्षर से गेंदबाजी नहीं कराई. जबकि मुकेश कुमार से भी मैच में सिर्फ एक ही ओवर कराया. कुलदीप और चहल का भी सही इस्तेमाल नहीं कर सके. दूसरी ओर वेस्टइंडीज के कप्तान रोवमैन पॉवेल ने पहला ओवर स्पिनर अकील हुसैन से कराया था. उन्होंने यशस्वी और गिल को जल्दी आउट किया था. हार्दिक पंड्या ने बैटिंग भी बेहद धीमी की. उन्होंने 18 गेंदें खेलीं, जिस पर सिर्फ 14 रन बनाए. टी20 फॉर्मेट में यह बेहद धीमी पारी होती है. इसकी जमकर आलोचना भी हुई.
महत्वहीन सीरीज और रोहित-कोहली की गैरमौजदगी
एशिया कप 2023 और वनडे वर्ल्ड कप 2023 के मद्देनजर ये टी20 सीरीज क्यों रखा गया था, ये समझ से परे है. ऐसा लगा कि महज खानापूरी के लिए ये सीरीज रखी गईय पूरे सीरीज के दौरान भारतीय खिलाड़ियों में आत्मविश्वास की कमी दिखाई दी. इस टी20 सीरीज में रोहित शर्मा और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की कमी साफ खलती दिखी. कोहली और रोहित के होने से भारतीय टीम का उत्साह सातवें आसामान पर रहता है. किंग कोहली और रोहित बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने से भी नहीं चूकते. साथ ही वह फील्डिंग के दौरान भी प्लेयर्स में जोश भरने का काम करते हैं.
हार्दिक पंड्या की कप्तानी में भारत को पहली बार टी20 सीरीज गंवानी पड़ी है. पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद से भारत ने हार्दिक पंड्या की कप्तानी में ही न्यूजीलैंड, श्रीलंका, वेस्टइंडीज जैसी टीमों से सबसे छोटे फॉर्मेट में मुकाबले खेले हैं. ये देखना होगा कि चयनकर्ता हार्दिक की कप्तानी पर आगे भरोसा जताते हैं या नहीं. ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ हार्दिक पंड्या की कप्तानी का टेस्ट अभी तक नहीं हुआ है.