भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता में हुए टी-20 मुकाबले में रवि बिश्नोई को डेब्यू करने का मौका मिला. वह लंबे समय से भारतीय टीम में जगह बनाने कि कोशिश कर रहे थे. बिश्नोई ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4 ओवरों में 17 रन देकर 2 विकेट झटके और प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी हासिल किया. उन्होंने मुकाबले के बाद BCCI.tv पर युजवेंद्र चहल से बातचीत के दौरान कहा कि यह उनका बचपन का सपना पूरा होने जैसा है.
युवा लेग स्पिनर रवि बिश्नोई ने कहा, 'जब मैं टीम के साथ जुड़ा तब काफी नर्वस था, लेकिन जिस तरह से कोच राहुल द्रविड़ सर ने सभी नए खिलाड़ियों का स्वागत किया वह मुझे काफी अच्छा लगा. फिर इसके बाद मुझे सभी ने नेट्स के दौरान अच्छे से बैक किया.' उन्होंने कहा कि अभी उनके पास यहां से काफी कुछ सीखने के लिए है.'
डेब्यू का मौका मिलने के बाद बिश्नोई ने कहा कि यह सभी खिलाड़ियों का सपना होता है और यह मेरे सपने के पूरे होने जैसा है. लेग स्पिनर रवि बिश्नोई को साथी खिलाड़ी युजवेंद्र चहल ने डेब्यू कैप दी, इस बारे में भी युजवेंद्र चहल ने रवि बिश्नोई से चुटकी ली और पूछा कि क्या चहल से कैप लेना भी आपका सपना था? चहल के इस मजाक के जवाब में रवि ने कहा कि दोनों ही बातें मेरे लिए सपने के जैसे थीं.
पहले टी-20 में रवि बिश्नोई ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को अपनी लेग स्पिन से काफी परेशान किया. रवि बिश्नोई ने कहा, 'मैं इन बल्लेबाजों को कोई मौका नहीं देना चाहता था, क्योंकि यह टी-20 की एक बेहतरीन टीम है. कोशिश थी कि स्टंप टु स्टंप बॉल फेंकू और ज्यादा हाथ खोलने का मौका नहीं दूं.' रवि बिश्नोई ने इस मुकाबले में 6 वाइड गेंदें फेंकीं, इसको लेकर वह थोड़े चिंतित नजर आए, उन्होंने कहा कि वह इस पर सुधार करने कि कोशिश करेंगे.
वाइड गेंदे फेंकने पर भी चहल ने रवि बिश्नोई से चुटकी लेते हुए कहा कि क्या आप ऋषभ पंत की कीपिंग टेस्ट करने के लिए वाइड गेंदे फेंक रहे थे? जिसके जवाब में रवि ने भी मजाकिया अंदाज में कहा कि मेरी वह भी कोशिश रहेगी आगे आने वाले मुकाबलों में.