टीम इंडिया लंबे समय से खराब गेंदबाजी आक्रमण से जूझती आ रही है और इसके लिए टीम की कई मौकों पर आलोचना भी हुई है, लेकिन वर्ल्ड कप से एक हफ्ते पहले ही कैप्टन कूल एम एस धोनी ने बल्लेबाजी को लेकर जो बयान दिया है वो भारतीय क्रिकेट फैन्स को डराने के लिए काफी है. धोनी की माने तो टीम इंडिया की बल्लेबाजी में गहराई नहीं है.
इन वजहों से नहीं बचा पाएंगे हम वर्ल्ड कप खिताब...
धोनी ने शनिवार को कहा कि वर्ल्ड कप में भाग ले रही बाकी टीमों की तुलना में टीम इंडिया की बल्लेबाजी में भी गहराई की कमी है. धोनी ने कहा कि उनकी टीम को विकेट बचाकर खेलना होगा जिससे स्लॉग ओवरों में अधिक रन बनाए जा सकें क्योंकि बैटिंग ऑर्डर में गहराई नहीं है.
'बैटिंग ऑर्डर में होता रहेगा बदलाव'
धोनी ने कहा कि बैटिंग ऑर्डर फिक्स्ड नहीं होगा और हालात के मुताबिक उसमें बदलाव होता रहेगा. धोनी ने 14 फरवरी से शुरू हो रहे वर्ल्ड कप से पहले ओपन मीडिया सेशन में कहा, ‘दूसरी टीमों की तुलना में हमारी बल्लेबाजी में उतनी गहराई नहीं है. हमें विकेट बचाकर खेलना होगा. हमें तेजी से रन बनाना सीखना होगा. इसके अलावा हालात के मुताबिक बैटिंग ऑर्डर में बदलाव होता रहेगा.’
बल्लेबाजी भारत की हमेशा से ताकत रही है और वर्ल्ड कप में इसकी अहम भूमिका होगी क्योंकि ज्यादातर भारतीय गेंदबाज खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. ऐसे में धोनी का यह कहना कि भारतीय बल्लेबाजी में गहराई की कमी है, साबित करता है कि वर्ल्ड कप खिताब बरकरार रख पाना आसान नहीं होगा. धोनी ने कहा कि बीच के ओवरों में बल्लेबाजी और गेंदबाजी अहम होगी.
'टीम के प्रदर्शन से हम चिंतित नहीं हैं'
धोनी ने कहा, ‘सबसे जरूरी हालात के अनुकूल ढलना और बीच के ओवर होंगे. बीच के ओवरों में गेंदबाजी अहम है जिससे हम विरोधी टीम पर दबाव बना सके. हमें स्लॉग ओवरों में ज्यादा गेंदबाजी का मौका नहीं मिला है.’ वर्ल्ड कप से ठीक पहले भारत का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है लेकिन धोनी ने कहा कि भारतीय खेमा इसे लेकर चिंतित नहीं है और हर बार की तरह टीम आईसीसी टूर्नामेंट में फिर अच्छा प्रदर्शन करेगी.
'चैंपियंस ट्रॉफी में खराब फॉर्म से की थी वापसी'
उन्होंने कहा, ‘आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भी हम खराब फॉर्म में थे लेकिन टूर्नामेंट में हमने अच्छा प्रदर्शन किया.’ चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ 15 फरवरी को होने वाले वर्ल्ड कप के पहले मैच के बारे में उन्होंने कहा कि यह दूसरे मैचों की तरह ही होगा. उन्होंने कहा, ‘भारत-पाकिस्तान मैचों को लेकर सभी की अलग अलग सोच है. मेरा मानना है कि यह ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका या दूसरे टेस्ट देश के साथ खेलने जैसा ही है. जब आप पारंपरिक प्रतिद्वंद्विता के बारे में सोचने लगेंगे तो खुद पर दबाव बना लेंगे.’
प्रैक्टिस मैच से होगा प्लेइंग इलेवन पर फैसला
धोनी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 फरवरी और अफगानिस्तान से 10 फरवरी को होने वाले प्रैक्टिस मैच अहम होंगे, जिनसे पाकिस्तान के खिलाफ प्लेइंग इलेवन पर आखिरी फैसला होगा. उन्होंने कहा, ‘हमें दो प्रैक्टिस मैच खेलने हैं जिनसे पहले मैच की प्लेइंग इलेवन तय की जाएगी. इस लिहाज से दोनों प्रैक्टिस मैच काफी अहम हैं.’ उन्होंने कहा कि इस बार टूर्नामेंट काफी कठिन होगा और सही समय पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना अहम होगा. उन्होंने कहा, ‘इस बार ज्यादातर टीमें काफी संतुलित हैं. यह काफी खास वर्ल्ड कप होगा, सही समय पर लय हासिल करने वाली टीम ही खिताब जीतेगी.’