पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भारतीय बोर्ड के पीछे नहीं भागने की सलाह देने वाले आलराउंडर शाहिद अफरीदी ने अब अपने सुर बदलते हुए इन दोनों देशों के बीच होने वाली सीरीज को एशेज से बड़ी करार दिया और कहा कि उनके बीच दिसंबर में सीरीज होनी चाहिए. पाकिस्तान के टेस्ट कप्तान मिसबाह उल हक ने भी अफरीदी की हां में हां मिलाई
शाहिद अफरीदी ने बदला सुर
अफरीदी ने शुक्रवार को पीसीबी को भारतीय बोर्ड के पीछे भागना बंद करने और इसके बजाय अन्य टीमों को आमंत्रित करने की सलाह दी थी लेकिन अब उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'क्रिकेट ने दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने में हमेशा सकारात्मक भूमिका निभायी. हमने उन्हें कई बार आमंत्रित किया है लेकिन मैं नहीं जानता कि वे क्या चाहते हैं या उनकी सरकार क्या चाहती है. लेकिन निश्चित तौर पर पाकिस्तान और भारत के बीच सीरीज होनी चाहिए क्योंकि यह एशेज से बड़ी है और मैं जानता हूं कि भारतीय लोग हमें खेलते हुए देखना चाहते हैं.' अफरीदी ने आगे कहा, 'मुझे याद है कि जब भारतीय टीम 2004 और 2006 में यहां आयी थी उसका कितना अच्छा स्वागत किया गया था. ऐसा स्वागत कभी किसी टीम का नहीं हुआ. लेकिन यदि वे नहीं खेलना चाहते हैं तो यह कोई मुद्दा नहीं है. हम अच्छी टीमों के खिलाफ खेल सकते हैं.'
मिसबाह उल हक ने भी किया अफरीदी का समर्थन
इस मौके पर पाकिस्तानी टेस्ट कप्तान मिसबाह उल हक ने भी कहा कि क्रिकेट को राजनीति से अलग रखा जाना चाहिए तथा उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज बहाल करने की अपील की. मिसबाह ने लाहौर में पंजाब विश्वविद्यालय की यात्रा के दौरान पत्रकारों से कहा कि वह हमेशा भारत और पाकिस्तान के नियमित रूप से एक दूसरे के खिलाफ खेलने की वकालत करते रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि क्रिकेट और राजनीति को मिलाना नहीं चाहिए. क्रिकेट ने पहले भी तनाव कम करने में भूमिका निभायी है. मुझे लगता है कि द्विपक्षीय सीरीज बहाल होनी चाहिए.
सीरीज पर अनिश्चितता के बादल
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच संयुक्त अरब अमीरात में दिसंबर में होने वाली सीरीज पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. पीसीबी सीरीज आयोजित करने के लिये बेताब है और उसने भारतीय क्रिकेट बोर्ड को पुष्टि करने के लिये पत्र भी भेजा है. भारत के खिलाफ आखिरी बार 2007 में टेस्ट मैच खेलने वाले मिसबाह ने कहा कि वह भारत के खिलाफ खेलकर अपने भविष्य का फैसला करना पसंद करेंगे. मिसबाह ने कहा, उम्मीद है कि सीरीज होगी और हम भारत के खिलाफ केवल सीमित ओवरों में नहीं बल्कि टेस्ट मैचों में खेलेंगे. मैं भारत के खिलाफ टेस्ट मैचों में टीम की अगुवाई करना चाहूंगा.
इनपुट: भाषा