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IPL-12: कैगिसो रबाडा का खुलासा- सुपर ओवर में क्यों डाला यॉर्कर

जीत के लिए 186 रनों के बड़े लक्ष्य के करीब पहुंचकर दिल्ली की टीम कुलदीप यादव के आखिरी ओवर में छह रन नहीं बना सकी. दोनों टीमों का स्कोर बराबरी पर रहा और मैच सुपर ओवर तक खिंचा.

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IPL-2019: Kagiso Rabada (BCCI)
IPL-2019: Kagiso Rabada (BCCI)

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दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज कैसिगो रबाडा ने सुपर ओवर में कोलकाता नाइट राइडर्स पर आईपीएल मैच में जीत दर्ज करने के बाद कहा कि आंद्रे रसेल जैसे बड़े शॉट खेलने वाले खिलाड़ी के खिलाफ धीमी गेंदें और बाउंसर डालना ‘जुआ खेलने’ की तरह होता जिसे वह आसानी से सीमा रेखा के पार भेज सकते थे, इसलिए उनके खिलाफ यॉर्कर का सहारा लेना बेहतर था.

जीत के लिए 186 रनों के बड़े लक्ष्य के करीब पहुंचकर दिल्ली की टीम कुलदीप यादव के आखिरी ओवर में छह रन नहीं बना सकी. दोनों टीमों का स्कोर बराबरी पर रहा और मैच सुपर ओवर तक खिंचा. सुपर ओवर में दिल्ली की टीम सिर्फ दस रन बना सकी, लेकिन इस छोटे लक्ष्य का बचाव करने को लेकर रबाडा आत्मविश्वास से भरे थे.

उन्होंने शनिवार को खेले गए मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम सोच रहे थे कि हमें कैसी गेंदबाजी करनी चाहिए. हम बाउंसर कर सकते थे. हम धीमी गेंद का सहारा ले सकते थे, लेकिन यह जुआ खेलने की तरह होता. ऐसे में मुझे लगा कि यॉर्कर करना ही सही रहेगा.’

रबाडा का यह फैसला सही साबित हुआ और उन्होंने खतरनाक बल्लेबाज रसेल का मिडिल स्टंप उखाड़ दिया. उन्होंने कहा, ‘अपने रन अप की शुरुआत में मैं सोच रहा था कि क्या मैं लेंथ बाल करूं, क्योंकि रसेल फुल लेंथ गेंद पर आसानी से बड़ा शॉट खेलते हैं. लेकिन फिर मैंने दो यॉर्कर डालने का मन बनाया.’

रबाडा ने कई महान गेंदबाजों का उदाहरण देते हुए कहा कि वे यॉर्कर से बल्लेबाजों का अचंभित करते थे. उन्होंने कहा, ‘अगर आप देखें तो (कर्टली) एम्ब्रोस, (वसीम) अकरम, वकार यूनुस विकेट लेने और बल्लेबाजों को चौंकाने के लिए यॉर्कर का इस्तेमाल करते थे. बल्लेबाजों को पता होता था कि यॉर्कर गेंद आने वाली है, लेकिन फिर भी वे कुछ नहीं कर पाते थे. लसिथ मलिंगा और जसप्रीत बुमराह जैसे खिलाड़ियों के लिए यॉर्कर स्वाभाविक गेंद हैं. लेकिन आप अभ्यास के साथ इस कला को विकसित कर सकते हैं.’

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