इस जीत के साथ नाइट राइडर्स 11 मैचों से 13 अंक हासिल कर प्वॉइंट टेबल में तीसरे स्थान पर पहुंच गए और उनका प्लेऑफ में जाना लगभग सुनिश्चित हो गया. लक्ष्य का पीछा करने उतरे डेयरडेविल्स को मनोज तिवारी (25) और श्रेयष अय्यर (40) ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई. दोनों सलामी बल्लेबाजों ने 9.5 ओवरों में 63 रनों की ठोस साझेदारी की.
पियूष चावला ने मनोज को सूर्यकुमार के हाथों कैच कराकर टीम को पहली सफलता दिलाई. मनोज ने 28 गेंदों में तीन चौके और एक छक्का लगाया. ब्रैड हॉग ने अगले ही ओवर में अय्यर की गिल्लियां बिखेर दीं. अय्यर 35 गेंदों पर तीन चौके और दो छक्के लगाकर पवेलियन लौटे.
दोनों सलामी बल्लेबाजों के पवेलियन लौटते ही जैसे डेयरडेविल्स बैकफुट पर चले गए. कप्तान जेपी ड्युमिनी (25) अभी केदार जाधव (10) के साथ तीसरे विकेट के लिए 25 रन ही जोड़ सके थे कि 13वां ओवर लेकर आए पियूष ने जाधव और युवराज सिंह को चलता कर डेयरडेविल्स को करारा झटका दे दिया. युवराज खाता खोले बगैर लौटे. ड्युमिनी भी ज्यादा देर संघर्ष नहीं कर सके और चावला के चौथे शिकार हुए. ड्युमिनी के पवेलियन लौटने के बाद डेयरडेविल्स को आखिरी चार ओवरों में 14.75 के औसत से 59 रनों की दरकार थी.
एंजेलो मैथ्यूज (22) ने कुछ तेज हाथ दिखाने की कोशिश की, लेकिन 15 गेंदों में दो चौके और एक छक्के से युक्त उनकी छोटी सी पारी पर आंद्रे रसेल ने 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर विराम लगा दिया. रसेल की बाहर जाती गेंद पर तेज शॉट लगाने के प्रयास में मैथ्यूज बल्ले के अंदरूनी किनारा दे बैठे और गेंद विकेट से जा टकराई.
सौरभ तिवारी 15 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के की मदद से 24 रन बनाकर नाबाद रहे, हालांकि वह अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके. नाइट राइडर्स की ओर से चावला ने सर्वाधिक चार विकेट लिए.
इससे पहले कोलकाता नाइट राइडर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स को जीत के लिए 172 रनों का लक्ष्य दिया है. बीसीसीआई से हरी झंडी मिलने के बाद सुनील नरेन ने प्लेइंग इलेवन में वापसी की है. कोलकाता नाइट राइडर्स ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 171 रन बनाए. कोलकाता की तरफ से यूसुफ पठान ने सबसे ज्यादा 42 रन बनाए.