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फिक्सिंग पर सबसे बड़ा फैसला, धोनी की CSK और रहाणे की RR पर 2 साल का बैन

आईपीएल फिक्सिंग मामले में लोढ़ा कमेटी ने चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल रहे गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी का दोषी पाया और दोनों पर क्रिकेट की गतिविधियों में हिस्सा लेने पर आजीवन बैन लगा दिया.

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Raj Kundra, Gurunath Meiyappan
Raj Kundra, Gurunath Meiyappan

आईपीएल फिक्सिंग मामले में लोढ़ा कमेटी ने चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल रहे गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी का दोषी पाया और दोनों पर क्रिकेट की गतिविधियों में हिस्सा लेने पर आजीवन बैन लगा दिया.

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मयप्पन और राज कुंद्रा क्रमश: चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स से जुड़े थे. लिहाजा लोढ़ा कमेटी ने दोनों टीमों पर भी दो साल की पाबंदी लगा दी है. यानी महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई और रहाणे की राजस्थान अब दो साल तक आईपीएल नहीं खेल पाएगी.

कमेटी ने  माना कि सीएसके का हिस्सा होते हुए मयप्पन ने खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई. दिल्ली में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जस्टिस लोढ़ा ने कहा , 'वह (मयप्पन) सट्टेबाजी के दोषी पाए गए हैं. उनके काम से बीसीसीआई, लीग और खेल की छवि को नुकसान पहुंचा है.'


आईपीएल के आठवें संस्करण में सट्टेबाजी के मामले में फैसला देने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने यह कमेटी बनाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस साल 22 जनवरी को मयप्पन और कुंद्रा के खिलाफ सट्टेबाजी के आरोप साबित होने की बात कही थी और सीएसके के टीम प्रिंसिपल रहे मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक कुंद्रा की सजा के निर्धारण के लिए अपने सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की एक तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया था. समिति के सदस्यों में जस्टिस अशोक भान और जस्टिस आर वी रवींद्रन शामिल हैं.

पढ़ें: सट्टेबाजों पर चले जस्टिस लोढ़ा के ये 5 हथौड़े

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