आईपीएल फिक्सिंग मामले में लोढ़ा कमेटी ने चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल रहे गुरुनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक राज कुंद्रा को सट्टेबाजी का दोषी पाया और दोनों पर क्रिकेट की गतिविधियों में हिस्सा लेने पर आजीवन बैन लगा दिया.
मयप्पन और राज कुंद्रा क्रमश: चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स से जुड़े थे. लिहाजा लोढ़ा कमेटी ने दोनों टीमों पर भी दो साल की पाबंदी लगा दी है. यानी महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई और रहाणे की राजस्थान अब दो साल तक आईपीएल नहीं खेल पाएगी.
कमेटी ने माना कि सीएसके का हिस्सा होते हुए मयप्पन ने खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई. दिल्ली में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जस्टिस लोढ़ा ने कहा , 'वह (मयप्पन) सट्टेबाजी के दोषी पाए गए हैं. उनके काम से बीसीसीआई, लीग और खेल की छवि को नुकसान पहुंचा है.'
If Meiyappan's reputation is tarnished, it is small compared to the damage done to cricket- Justice Lodha
— ANI (@ANI_news) July 14, 2015
The fact that Meiyappan was integral part of CSK,he ought not to have indulged in corrupt practices-Justice Lodha pic.twitter.com/u1YI3hWRHq
— ANI (@ANI_news) July 14, 2015
He is found guilty of betting,his conduct affected image of BCCI,the league and the game-Justice Lodha on Meiyappan
— ANI (@ANI_news) July 14, 2015
आईपीएल के आठवें संस्करण में सट्टेबाजी के मामले में फैसला देने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने यह कमेटी बनाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने इस साल 22 जनवरी को मयप्पन और कुंद्रा के खिलाफ सट्टेबाजी के आरोप साबित होने की बात कही थी और सीएसके के टीम प्रिंसिपल रहे मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के सह-मालिक कुंद्रा की सजा के निर्धारण के लिए अपने सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की एक तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया था. समिति के सदस्यों में जस्टिस अशोक भान और जस्टिस आर वी रवींद्रन शामिल हैं.