सुंदरम रवि और उल्हास गांधे की गलतियों से आईपीएल में अंपायरिंग के स्तर पर सवाल उठे हैं, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने सार्वजनिक तौर पर अपना गुस्सा जाहिर कर इस बहस को जन्म दे दिया है कि क्या स्टार खिलाड़ी मैच अधिकारियों को आसानी से धमका देते हैं.
अपने सुनहरे करियर में पहली बार दो बार के विश्व कप विजेता पूर्व भारतीय कप्तान धोनी मैदान पर अंपायर गांधे से उलझ गए, जिन्होंने गुरुवार की रात आईपीएल मैच में नो बॉल देने के बाद वापस ले ली थी.
There was an uncharacteristic outburst from MS Dhoni at last night's #IPL game, and he's been fined 50% of his match fee for it. 👇https://t.co/IVxVyA6IVF
— ICC (@ICC) April 12, 2019
मशहूर अंपायर के हरिहरन ने कहा,‘स्टार खिलाड़ी अंपायरों पर दबाव बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अंपायरों को देखना है कि वे दबाव में आते हैं या नहीं. यह अंपायर की शख्सियत पर निर्भर करता है .’
When MS Dhoni lost his cool https://t.co/8EbqKzleXR via @ipl
— bishwa mohan mishra (@mohanbishwa) April 12, 2019
इससे पहले विराट कोहली ने एक अन्य मैच में लसिथ मलिंगा की नो बॉल पर ध्यान नहीं देने पर आईसीसी एलीट पैनल के अंपायर रवि पर अपना गुस्सा निकाला था. कोहली ने कहा था,‘हम क्लब क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. अंपायरों को चतुराई से काम लेना होगा.’
M07: RCB vs MI – Virat Kohli Interview https://t.co/932AqLBjJb via @ipl
— bishwa mohan mishra (@mohanbishwa) March 28, 2019
कोहली को फटकार भी नहीं लगी, जबकि आईसीसी आचार संहिता के तहत खिलाड़ी अंपायर के फैसले की सार्वजनिक तौर पर निंदा नहीं कर सकता. हरिहरन ने हालांकि कहा कि सभी अंपायर स्टार खिलाड़ियों के दबाव में नहीं आते और जो अपने फैसलों पर अडिग रहते हैं, उन्हें सम्मान मिलता है.