इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके तेज गेंदबाज जहीर खान के साथ बिताए गए पलों को याद करते हुए भारतीय टीम के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने कहा कि जहीर की संगति में रहकर ही वह एक अच्छे गेंदबाज बन सके.
जहीर को दिया अपनी कामयाबी का श्रेय
ईशांत के मुताबिक वह आज जो भी हैं जहीर की बदौलत हैं क्योंकि जहीर ने उन्हें एक अच्छा गेंदबाज बनने में काफी सहयोग किया और मार्गदर्शन दिया. भारत के लिए 14 साल के करियर में 92 टेस्ट मैच खेलते हुए 311 टेस्ट विकेट लेने वाले जहीर ने चोटों से लगातार परेशान रहने के बाद गुरुवार को इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहा.
17 सालों तक भारत के लिए खेले जहीर
साल 2000 में जहीर ने भारत के लिए पदार्पण किया था और अपना अंतिम इंटरनेशनल मैच 2014 में न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंग्टन में खेला था. ईशांत ने 'BCCI.tv' से बातचीत में कहा, 'जहीर ने जो मुझे बताया और सिखाया उसकी की बदौलत में आज टीम का मुख्य गेंदबाज बनकर उभरा हूं. कोई नहीं जानता कि मेरी जिंदगी में जहीर खान का कितना बड़ा प्रभाव है. जहीर ने एक गेंदबाज के तौर पर मुझे निखारा है. मैं आज जैसा भी गेंदबाज हूं, जहीर खान की बदौलत हूं. वह मेरे पहले रोल मॉडल हैं. बाद में वह मेरे बेहद करीबी दोस्त बने. जहीर ने मेरे लिए जो किया है. उसका कर्ज मैं सिर्फ धन्यवाद कहकर नहीं उतार सकता.
आसान नहीं होगा जहीर की जगह भरना
ईशांत को लगता है कि भारतीय टीम में जहीर की जगह भर पाना आसान नहीं होगा. बकौल ईशांत, 'जहीर का स्थान भर पाना मुश्किल होगा. मैंने महसूस किया है कि जब से जहीर टीम में नहीं हैं, मेरी भूमिका बदल गई है. यह जिम्मेदारी बड़ी है. जहीर ने सालों तक इस जिम्मेदारी को निभाया है. यह आसान नहीं है.'