वेस्टइंडीज के खिलाफ चार टेस्ट की सीरीज में एक बार फिर टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर का खिताब पाकर भारत के सर्वाधिक ‘मैन ऑफ द सीरीज’ पाने वाले क्रिकेटर बनने का रिकॉर्ड बनाने वाले रविचंद्रन अश्विन ने कहा है कि उन्हें इस सीरीज से अच्छे नतीजे की उम्मीद थी. साथ ही उन्होंने सीरीज में लगाए अपने दो शतकों को करियर का बेस्ट शतक मानने से इंकार कर दिया.
सीरीज में दो शतकों के साथ 17 विकेट चटकाने वाले रविचंद्रन अश्विन ने कहा, ‘निजी तौर पर मैं कहना चाहूंगा कि मुझे इस तरह की सीरीज की उम्मीद थी.’ उन्होंने कहा, ‘जरूरी नहीं कि ऐसी सीरीज जहां मै दो सेंचुरी बनाउं लेकिन मुझे पता था कि बल्लेबाजी में योगदान काफी महत्वपूर्ण होगा. यहां आने से पहले मुझे नहीं पता था कि मुझे छठे नंबर पर बल्लेबाजी करनी होगी. मैंने यहां डेढ़ महीने कड़ी मेहनत की और इसका फायदा मिला.’
‘मेरे करियर का बेस्ट शतक ये नहीं है’
अश्विन ने कहा, ‘इस टेस्ट में मैं अच्छी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा था क्योंकि निजी तौर पर मैं अपने शतक से अधिक अपने पांच विकेट का लुत्फ उठाता हूं. मैं सिर्फ कहने के लिए ऐसा नहीं बोल रहा. मैं गंभीर हूं.’ अश्विन ने कहा, ‘मैं जिस शतक को सहेजकर रखना चाहूंगा और पांच विकेट पर तरजीह दूंगा वह कोलकाता का शतक है और संभवत: सेंट लूसिया का शतक है. यह रन बनाने या विकेट चटकाने से अधिक मैच की स्थिति से संबंधित है.’
अश्विन ने तोड़ा सहवाग का रिकॉर्ड
इस गेंदबाज को टेस्ट सीरीज में छठी बार मैन ऑफ द सीरीज चुना गया है और वह इस उपलब्धि के मामले में वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़कर भारतीयों में सबसे आगे निकल गए हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे वेस्टइंडीज को थोड़ा श्रेय देने की जरूरत है. उनका टॉप ऑर्डर जल्द आउट हो गया जिससे मुझे समय और मौका मिला. अधिकांश टीमों के टॉप ऑर्डर बल्लेबाज शतक जड़ते हैं. मुझे लगता है कि यह मनोवैज्ञानिक पहलू है.’
भारत-वेस्टइंडीज के बीच सबसे छोटा टेस्ट मैच
चौथा टेस्ट बारिश की भेंट चढ़ने के बाद भारत ने टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम की. क्वीन्स पार्क ओवल में बारिश और मैदान गीला होने के कारण लगातार चौथे दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. इसके साथ ही यह मैच भारत और वेस्टइंडीज के बीच सबसे कम अवधि का टेस्ट (ओवरों के मामले में) होने का रिकॉर्ड बना गया. वैसे ओवरऑल सबसे कम ओवर फेंके जाने वाले टेस्ट क्रिकेट के मामले में यह अभी भी पांचवें नंबर पर है. इस टेस्ट के दौरान केवल 22 ओवरों का खेल ही हो सका. टेस्ट क्रिकेट का रिकॉर्ड 2008-09 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच खेले मैच के नाम है. उस मैच में केवल 10 गेंदें ही फेंकी जा सकी थीं.